लेख सूची
- अनुक्रम से
- ब्रह्माण्ड संरचना (ब्रह्माण्ड: क्या ? क्यों? कैसे ?)
- क्वांट्म भौतिकी
- स्ट्रींग सिद्धांत
- एलीयन/उड़न तश्तरी/UFO
- वैज्ञानिक
- अंतरिक्ष
- अंतरिक्ष अभियान
- अपोलो चंद्र अभियान
- सौरमण्डल
- श्याम विवर/ब्लैक होल(Black Hole)
- श्याम ऊर्जा(Dark Energy)/श्याम पदार्थ(Dark Matter)
- भारत संबधित
लेख सूची अनुक्रम से
- ब्रह्मांड की उत्पत्ति
- महाविस्फोट का सिद्धांत (The Big Bang Theory)
- डाप्लर प्रभाव तथा लाल विचलन
- श्याम उर्जा (Dark Energy)
- श्याम पदार्थ(Dark Matter)
- पृथ्वी
- हमारे सबसे नजदिक का तारा: प्राक्सीमा सेंटारी
- एक सुंदर ग्रह : शनी
- शनी की नजर से !
- शनी की छाया मे
- अपोलो चंद्र अभियान : एक नन्हा कदम – चंद्रमा पर
- ‘चील निहारिका’ मे सितारो का जन्म
- बिल्ली की आंखे
- सी फर्ट आकाशगंगा NGC 7742
- अपोलो 00 :अपोलो अभियान
- अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र की मरम्मत
- मंदाकिनी की बहन ( NGC 3370)
- काल-अतंराल(Space-Time) की अवधारणा
- चांद पर दाग ?
- झुलसाने वाला श्याम सूर्य
- किसी श्याम विवर द्वारा एक तारे को चीरना
- लुढकने वाला ग्रह
- हीरो वाला निला दानव
- महाकाय गुरु
- युद्ध का देवता
- प्रेम और सुंदरता की देवी
- वाणिज्य, व्यापार का देवता
- पाताल का देवता और मौत का नाविक
- सुरज के बौने बेटे
- निहारिका मे सितारों का जन्म
- भगवान की अंगुठी
- सितारो का जन्म
- तारों का जीवन और मृत्यु
- न्युट्रान तारे और पल्सर
- ब्रम्हाण्ड मे एक समुद्री बीच
- लाखों तारे आसमां मे
- दो सितारों का मिलन !
- सुंदरता का राज
- विशालकाय , महाकाय
- वलय आकाशगंगा
- एक मृत सितारे की कलाकृती
- स्वर्ग का राजा और उसके वलय
- अपोलो 01 : एक दुर्घटना
- अपोलो 04 :सफलता की पहली उडान
- अपोलो 05 : चन्द्रयान की उडान
- अपोलो 06 : असफलताओ के झटके
- अपोलो 07 : मानव सहित प्रथम अपोलो उड़ान
- अपोलो 08 : चांद के पार चलो
- अपोलो 09 : एक अभ्यास उड़ान
- अपोलो 10 : मानव इतिहास का सबसे तेज सफर
- अपोलो 11 : मानवता की एक बडी छलांग
- अपोलो 12 : एक बडा कदम !
- आकाशगंगा समुह एबेल S0740
- अपोलो 13 : एक सफल असफल अभियान
- अपोलो 14 : प्रथम चन्द्र ओलंपिक
- अपोलो 15 : चंद्रमा पर तीन दिन
- अपोलो 16 : चन्द्रमा पर सबसे तेज वाहन
- अपोलो 17 : चन्द्रमा पर पहला वैज्ञानिक और अंतिम मानव
- शनि और उसके वलय अपनी पूरी छटा मे
- वायेजर : सूदूर अंतरिक्ष का एकाकी यात्री
- सौरमंडल की सीमायें
- वायेजर 1 : अनजान राहो पर यात्री
- मानव इतिहास का सबसे सफल अभियान :वायेजर 2
- पराया हो गया सूरज !
- लाखों तारे आसमां मे
- ब्रम्हाण्डिय पुष्प
- स्टार वार की वापसी- अंतरिक्ष से जासूसी : अमरीकी अंतरिक्ष यान एक्स 37
- सौर ज्वाला
- ये क्या जगह है दोस्तो !
- क्या समय यात्रा संभव है?
- क्या मोबाईल फोन से कैंसर हो सकता है ?
- ब्रह्माण्ड की अनंत गहराईयो की ओर : वायेजर 1
- ताराहुमारा : 435 मील मैराथन के धावक
- आयताकार लाल निहारिका
- अंतरिक्ष मे एक नाजूक वलय : एस एन आर 0509
- सौर मंडल के बाहर पहले ’ठोस’ ग्रह की खोज !
- हैन्नी का वूरवेर्प
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 01 : क्या बाह्य अंतरिक्ष मे जीवन है ?
- सीगार आकाशगंगा(M82)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 02 : पृथ्वी के बाहर जीवन की वैज्ञानिक खोज
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 03 : परग्रही सभ्यता से संपर्क
- मंगल ग्रह पर “आपर्च्युनिटी” के सात वर्ष
- केप्लर वेधशाला ने एक सौर मंडल खोज निकाला !
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 04 : कहां है वे ?
- उत्तरी अमेरिका निहारिका
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 05 : पृथ्वी जैसे सौर बाह्य ग्रह की खोज
- अंतरिक्ष मे वेलेंटाईन डे
- क्या सौर मंडल मे बृहस्पति से चार गुणा बड़े ग्रह की खोज हो गयी है ?
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 06 : वे कैसे दिखते होंगे ?
- विशालकाय, महाकाय ब्रह्मांडीय पिंड
- अपनी अंतिम उड़ान पर ‘डिस्कवरी’
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 07 : अनुपात का सिद्धांत और दानवाकार प्राणी
- शनि के घर से :रीआ, डिओने और वलय
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 08 : परग्रही सभ्यता मे वैज्ञानिक विकास : परग्रही जीवन श्रंखला भाग 08
- ठंडा होता हुआ न्यूट्रॉन तारा
- एक युग का अंत: डिस्कवरी अपनी अंतिम उड़ान से वापिस
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 09 : उड़नतश्तरीयां
- अल्बर्ट आइंस्टाइन
- विशालकाय निहारिका टारान्टुला
- जापानी नाभिकिय दुर्घटना : तथ्यो का अभाव और समाचारो की बाढ़
- नाभिकिय विकिरण कब हानीकारक होता है ?: कुछ तथ्य
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 01 : मूलभूत कण और मूलभूत बल
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 02 : मूलभूत कण और मूलभूत बल
- एन जी सी 5584: हब्बल स्थिरांक की गणना
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 03 : मूलभूत बल – महा एकीकृत सिद्धांत(GUT)
- मानव की पहली अंतरिक्ष उड़ान के 50 वर्ष : 12 अप्रैल 1961-यूरी गागरीन
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 04 : मानक प्रतिकृति(Standard Model)
- चंद्रमा का दूसरा पहलू
- हब्बल दूरबीन के 21 वर्ष : आर्प 273आकाशगंगा
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 05 : मानक प्रतिकृति की कमियाँ और आलोचनाएं
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 06 : श्याम पदार्थ (Dark Matter)
- क्या दक्षिणी गोलार्ध मे चंद्रमा उल्टा दिखेगा ?
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 07 : श्याम पदार्थ (Dark Matter) का ब्रह्माण्ड के भूत और भविष्य पर प्रभाव
- बिल्ली की आंखे(Cat’s Eye Nebula) : सितारों की खूबसूरत मृत्यु !
- बृहस्पति,मंगल,बुध और शुक्र एक रेखा मे !
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 08 : श्याम ऊर्जा(Dark Energy)
- अमरीकी अंतरिक्ष यान ‘एंडेवर’ की अंतिम उड़ान
- अंतरिक्ष मे भटकते बंजारे : बृहस्पति के आकार के आवारा ग्रह
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 09 :प्रति पदार्थ(Anti matter)
- धूल के बादलो से रेखांकित आकाशगंगा एन जी सी 7049
- मंगल शोध वाहन ’स्पिरिट’ के अभियान का अंत: अलविदा ’स्पिरिट’!
- आइन्स्टाइन के सिद्धांत के दो प्रमुख पूर्वानुमानों की पुष्टि : ग्रैविटी प्रोब बी
- आसमान मे सात बहने : कृ्तिका नक्षत्र
- अपने अंतिम अभियान से एन्डेवर की वापसी
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 10 : क्या प्रति-ब्रह्माण्ड(Anti-Universe) संभव है?
- बुढापे की ओर बढ़ती हुयी मंदाकिनी
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 11 : प्रतिपदार्थ(Antimatter) के उपयोग
- विपरीत दिशा मे परिक्रमा करता विचित्र ग्रह
- एक साथ छः तारों की मृत्यु
- सूरज हुआ मद्धम!
- 15 जून का चंद्रग्रहण- बरेली शहर भारत से
- वृश्चिक नक्षत्र के डंक पर का बुलबुला
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 12 : श्याम विवर (Black Hole) क्या है?
- श्याम विवर(Black Hole) ने तारे को निगला
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 13 : श्याम विवर के विचित्र गुण
- अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र के साथ एन्डेवर
- नासा के वर्चस्व का अंत : अंतरिक्ष शटल अटलांटिस की अंतिम उड़ान
- अटलांटिस अपनी अंतिम ऐतिहासिक उड़ान पर रवाना
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 14 : श्याम विवर कैसे बनते है?
- दक्षिणी वलय निहारिका(Southern Ring Nebula)
- विकिरण(Radiation) क्या होता है?
- पीएसएलवी सी 17: तीन महिला वैज्ञानिको के हाथ जीसैट 12 की कमान
- प्लूटो के नये चंद्रमा की खोज
- अंतरिक्ष में अमरीका के प्रभुत्व का का अंत : अटलांटिस सकुशल वापिस
- ब्रह्माण्ड मे पृथ्वी की स्थिति
- तु मेरे सामने, मै तेरे सामने : एक या दो आकाशगंगा(एँ) ?
- सिंह त्रिक (Leo Triplet)
- हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला चित्र कैसे लेती है?
- फिल्टर और प्रकाश : हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला चित्र कैसे लेती है? : भाग 2
- मंगल पर जल की उपस्थिति के नये प्रमाण
- प्राकृतिक, प्रतिनिधि तथा उन्नत रंग: हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला चित्र कैसे लेती है?: भाग 3
- अंतरिक्ष मे हीरो का हार!
- न्युटन का तीसरा नियम : राकेट कैसे कार्य करते हैं ?: भाग 1
- सप्तऋषि तारा मंडल
- द्रव, ठोस ईंधन वाले राकेट इंजिन:राकेट कैसे कार्य करते हैं ? : भाग 2
- एक नया सुपरनोवा PTF 11kly: सप्तऋषि तारामंडल के पास एक तारे की मृत्यु
- मुंबई मे हिग्स बोसान रहस्योद्घाटन : क्या स्टीफन हांकिंग अपनी हारी शर्त जीत गये है ?
- अनंत समुद्र मे एक छोटे से द्विप पर असहाय से हम : पृथ्वी और चंद्रमा
- सप्तॠषि तारामंडल का सुपरनोवा अपनी चरम दीप्ती पर
- ओमेगा सेन्टारी तारा परिवार : तारो का गोलाकार समूह(Globular Cluster)
- विज्ञान फंतासी कथाओं मे विज्ञान
- टेलीपोर्टेशन : विज्ञान फंतासी कथाओं मे विज्ञान
- सोना कितना सोना है ?
- एक फूल दो माली :दो सितारों की परिक्रमा करता ग्रह केप्लर 16b
- प्रकाशगति से तेज न्युट्रिनो ?: क्रांतिकारी खोज या प्रायोगिक गलती ?
- लुब्धक तारा अर्थात सिरिअस तारा
- दूनिया की सैर कर लो!
- क्वांटम टेलीपोर्टेशन: अत्यंत तेज गति के सुपरकंप्युटर की ओर एक कदम
- 4 अक्तूबर 1957 : ‘स्पुतनिक’ का प्रक्षेपण
- भौतिकी का नोबेल तीन खगोलशास्त्रीयों को!
- श्याम ऊर्जा: बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ)
- सौर मंडल की सबसे बड़ी सूर्य घड़ी
- समय के बारे मे जानने योग्य कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- ब्रह्मांडीय जलप्रपात
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 01 :सैद्धांतिक भौतिकी और न्युटन
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 02 :सापेक्षतावाद और आइंस्टाइन
- पंख और हथौड़ा मे से पहले ज़मीन पर कौन पहुँचेगा ?
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 03 : क्वांटम भौतिकी
- अंततः मानव अंतरिक्षयान की वापसी : सोयुज का सफल प्रक्षेपण
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 04 : क्वांटम भौतिकी और साधारणा सापेक्षतावाद
- यूरोपा पर जीवन की संभावनाएं पहले से ज्यादा !
- मंगल की यात्रा पर मानव उत्सुकता (मंगल शोध वाहन ’क्यूरियोसिटी ’)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 05 : परिचय
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 06 : इतिहास और विकास
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला: सूर्य सदृश तारे के जीवन योग्य क्षेत्र मे पृथ्वी सदृश ग्रह की खोज!
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 07 : विसंगतियों का निराकरण
- ईश्वर कण(हिग्स बोसान) की खोज : शायद हाँ, शायद ना
- ’मंदाकिनी’ आकाशगंगा केन्द्र के दैत्य को जागृत करने जा रहा है एक गैसीय बादल !
- पृथ्वी के आकार के ग्रह की खोज!
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 08 : विसंगतियो का निराकरण और सुपरस्ट्रींग सिद्धांत का प्रवेश
- अंतरिक्ष मे मानव की चहलकदमी
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 09 : सुपरस्ट्रींग सिद्धांत से M सिद्धांत की ओर
- खूबसूरत आइंस्टाइन वलय
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 10 : M सिद्धांत
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 11 : श्याम विवर
- श्वेत श्याम उपग्रह
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 12 : विज्ञान या दर्शन ?
- हमारे सौर मंडल के बाहर पदार्थ भिन्न है !
- 01 सरल क्वांटम भौतिकी: मूलभूत क्या है ?
- हमारे सौरमंडल के समीप पृथ्वी के जैसे एक और ग्रह की खोज!
- 02 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड किससे निर्मित है – भाग 1?
- 03 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड किससे निर्मित है – भाग 2?
- हमारे सूर्य का भविष्य : हेलिक्स निहारीका
- 04 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड को कौन बांधे रखता है ?
- 05 सरल क्वांटम भौतिकी: परमाणु को कौन बांधे रखता है?
- ऐठी हुयी आकाशगंगा : स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13
- 06 सरल क्वांटम भौतिकी: कमजोर नाभिकिय बल और गुरुत्वाकर्षण
- 07 सरल क्वांटम भौतिकी: क्वांटम यांत्रिकी
- 08 सरल क्वांटम भौतिकी:कणों का क्षय और विनाश(Particle Decay and Annihilation)
- 09 सरल क्वांटम भौतिकी: रेडियो सक्रियता क्यों होती है?
- ब्रह्माण्ड, हमारी आकाशगंगा, विशालकाय, महाकाय… जब शब्द कम पड़ जाये…
- 10 सरल क्वांटम भौतिकी: मूलभूत कणो का विनाश (Particle Anhilation)
- 11 सरल क्वांटम भौतिकी: भौतिकी के अनसुलझे रहस्य
- हृदय मे एक काला रहस्य समेटे खूबसूरत आकाशगंगायें
- 12 सरल क्वांटम भौतिकी : कण त्वरक तथा जांचक (Particle Accerator and Detectors)
- हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला की 22 वीं वर्षगांठ : करीना निहारिका(Carina Nebula)
- 13 सरल क्वांटम भौतिकी : यह कैसे जाना जाये कि वास्तव मे क्या हो रहा है ?
- ब्रह्माण्ड की गहराईयों मे श्याम विवर द्वारा एक तारे की हत्या
- 14 सरल क्वांटम भौतिकी : यह कैसे जाना जाये कि वास्तव मे क्या हो रहा है ? : कण त्वरक (Particle Accelerator)
- शून्य से अनंत की ओर
- 15 सरल क्वांटम भौतिकी : कण त्वरक(Particle Acclerator) कणो को गति कैसे देते है?
- 16 सरल क्वांटम भौतिकी : आधुनिक जांचयंत्र(Detectors) द्वारा कण त्वरकों के आंकड़ो का विश्लेषण कैसे होता है ?
- 20 मई 2012 का कंकणाकृति सूर्यग्रहण
- अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र की ओर निजी कंपनी की प्रथम उड़ान : स्पेस एक्स
- समय : क्या है समय ?
- पानी रे पानी! कितना पानी ?
- समय : समय कैसे उत्पन्न होता है ?
- शुक्र के सूर्य संक्रमण का सीधा प्रसारण
- समय : समय क्या नही है ?
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1
- एलन ट्युरिंग अमर है!
- क्या हिग्स बोसान की खोज हो गयी है?
- हिग्स बोसान मिल ही गया !
- गुरूत्वाकर्षण ट्रैक्टर : पृथ्वी को किसी क्षुद्रग्रह की टक्कर से बचाने का अभिनव उपाय
- अलविदा नील आर्मस्ट्रांग. प्रथम चन्द्रयात्री नील आर्मस्ट्रांग का ८२ वर्ष की उम्र मे निधन
- 2 जनवरी 2013 : पृथ्वी सूर्य के समीपस्थ बिंदू पर !
- भगोड़ा सितारा ज़ीटा ओफ़ीयुची!
- चार्ल्स डार्विन : धार्मिक मान्यताओं को चुनौती देता महामानव
- हिग्स बोसान संबधित 10 महत्वपूर्ण तथ्य
- सापेक्षतावाद सिद्धांत : परिचय
- अंतरिक्ष मे जीवन की संभावना : दो नये पृथ्वी के आकार के ग्रहो की खोज
- 22 अप्रैल : पृथ्वी दिवस पर हमारी वसुंधरा से जुड़े कुछ मनोरंजक तथ्य
- सापेक्षतावाद सिद्धांत : ब्रह्माण्ड के गुणधर्म
- सापेक्षतावाद सिद्धांत : प्रकाश के गुणधर्म
- सापेक्षतावाद सिद्धांत : विशेष सापेक्षतावाद
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1? शायद हां शायद ना !
- विज्ञान विश्व को चुनौती देते 20 प्रश्न
- ब्रह्माण्ड का केन्द्र कहाँ है?
- वायेजर 1 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर प्रथम मानव निर्मित यान
- प्रश्न आपके उत्तर हमारे : सितंबर 1, 2013 से सितंबर 30,2013 तक के प्रश्न
- हिग्स बोसान, नोबेल पुरस्कार, धर्म और भारत
- गणितज्ञ कापरेकर : कापरेकर स्थिरांक, कापरेकर संख्या तथा डेमलो संख्या
- प्रश्न आपके, उत्तर हमारे: 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक के प्रश्नों के उत्तर
- आत्म चेतन मशीन – संभावना, तकनीक और खतरे(Self-aware machine : Possibilities, Technology and associated dangers)
- मंगलयान : भारत की बड़ी छलांग!
- स्वर्ण मरिचिका : सोना कितना सोना है?
- 2013 में विज्ञान विश्व
- सफलता की उड़ान : GSLV D5 और स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन
- बरमुडा त्रिभुज : रहस्य या एक मिथक (Bermuda Triangle : Mystery or Myth)?
- आइंस्टाइन के द्रव्यमान और ऊर्जा समीकरण का सरल सत्यापन
- नया सुपरनोवा: M82 आकाशगंगा मे एक श्वेत वामन तारे की मृत्यु
- गैलीलियो गैलीली
- प्रयोगशाला मे सूर्य का निर्माण : नाभिकिय संलयन(nuclear fusion) मे एक बड़ी सफलता
- ब्रह्मांड का अंत कैसे होगा ?
- अर्ध-प्रकाशगति(149,896 किमी/सेकंड) से घूर्णन करता श्याम विवर
- गुरुत्विय तरंगो की खोज: महाविस्फोट(Big Bang), ब्रह्मांडीय स्फिति(Cosmic Inflation), साधारण सापेक्षतावाद की पुष्टि
- चंद्रमा की उत्पत्ति की नयी अवधारणा
- ऊर्जा संकट : थोरियम आधारित परमाणु रिएक्टर
- भारत का लिएनार्दो दा विंची : होमी जहाँगीर भाभा
- महान विज्ञानी : निकोला टेस्ला
- सूर्य अपना द्रव्यमान खो रहा है , लेकिन कैसे ?
- दो नदीयों के संगम के बावजूद जल अलग अलग बहता है: विचित्र किंतु सत्य।
- ब्रह्माण्ड की 13 महत्वपूर्ण संख्यायें
- क्वांटम आत्महत्या और श्रोडीन्गर की बिल्ली
- रंगो का अद्भुत विश्व : दर्पण, मृगमरिचिका
- गाडेल का अपूर्णता प्रमेय(Gödel’s incompleteness theorem)
- जीवन के लिये आवश्यक तत्वो का निर्माण
- लानीआकिया मे आपका स्वागत है : आपका नया ब्रह्माण्डिय पता
- तापमान : ब्रह्माण्ड मे उष्णतम से लेकर शीतलतम तक
- मंगलयान : मंगल की कक्षा मे स्थापित
- गुरुत्विय लेंस क्या होता है?
- कण भौतिकी(Particle Physics) क्या है?
- मंगल ग्रह पर क्रेटर के मध्य स्थित पर्वत कैसे बना?
- क्या प्रकाशगति से तेज संचार संभव है?
- कैसा लगता है अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक अकेले रहना…
- क्या अदृश्य मानव संभव है?
- 25 अप्रैल को हबल अंतरिक्ष वेधशाला के 25 वर्ष पूरे होने पर विशेष
- हबल दूरबीन के शानदार 25 वर्ष पूरे
- भूकंप : क्या, क्यो और कैसे?
- हबल अंतरिक्ष दूरबीन : जब 1.6 अरब डॉलर के प्रोजेक्ट को बर्बाद होने से बचाया गया!
- अंतरिक्ष से संबधित 25 अजीबोगरिब तथ्य जो आपको चकित कर देंगे
- भविष्य के विमान नाभिकिय शक्ति से चालित हो सकते है: बोइंग द्वारा पेटेंट प्राप्त
- ब्रह्माण्ड का अंत : अब से 22 अरब वर्ष पश्चात
- प्लूटो : न्यु हारीजोंस की प्लूटो यात्रा पर विशेष भाग 1
- न्यु हारीजोइन्स : प्लूटो की यात्रा सम्पन्न कर आगे रवाना
- अंतरग्रहीय अभियान : गुरुत्विय सहायता(Gravity Assist)
- केप्लर 452b: पृथ्वी की जुड़वा बहन – पृथ्वी -2 की खोज
- ब्रह्माण्ड के बाहर क्या है?
- अफ़वाह : नवंबर ब्लैक आउट- पृथ्वी पर पंद्रह दिनो का अंधेरा
- हमारे वर्तमान ज्ञान के आधार पर पृथ्वी के जैसे ग्रह पर पहुंचने मे हमे कितना समय लगेगा ?
- सबसे दूरस्थ सबसे प्राचीन आकाशगंगा की खोज : आयु 13.2 अरब वर्ष
- नयी मानव प्रजाति की खोज : होमो नालेदी(Homo Naledi)
- महान इंजीनियर : मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या
- 16 सितंबर : विश्व ओजोन दिवस विशेष
- प्रो सतीश धवन : इसरो की नींव बनाने वालो मे एक प्रमुख नाम
- 2015 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :यूयू तू , विलियम सी कैम्पबेल और सातोशी ओमूरा
- 2015 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : तकाकी काजिता तथा आर्थर बी मैकडोनाल्ड
- 2015 रसायन नोबेल पुरस्कार : टॉमस लिंडाल, पॉल मॉडरिश और अज़ीज सैंकर
- KIC 8462852: क्या इस तारे पर एलीयन सभ्यता है?
- सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर : ‘चंद्रशेखर सीमा’ के प्रस्तावक
- भौतिकी से जुड़ी कुछ सामान्य भ्रांतियाँ
- श्याम विवर: 10 विचित्र तथ्य
- वाल्टर लेविन
- मिथक: सूर्य आग का गोला है!
- पहली बार कैमरे में कैद हुआ निर्माणाधीन ग्रह
- जगदीश चंद्र बोस : आधुनिक भारत के प्रथम वैज्ञानिक
- जलवायु परिवर्तन/ग्लोबल वार्मिंग के खतरे
- इलेक्ट्रान परमाणु नाभिक मे गीरते क्यों नही है ?
- सूर्य: धधकते आग के गोले की 8 दिलचस्प बातें
- सौर मंडल मे एक नये ग्रह की खोज ?
- क्वांटम भौतिकी के 115 वर्ष
- क्या एलीयन है ? क्या वे पृथ्वी पर आते है?
- आदित्य-1: इसरो की सूर्य पर पहुंचने की तैयारी
- ब्रह्माण्ड की 11 अद्भुत आकाशगंगाएँ
- वशिष्ठ अरुंधति तारे : दो नही कुल छः तारे!
- कैलेंडर, संवंत या पंचांग : एक विवेचन
- बोसॉन के जनक : सत्येन्द्र नाथ बोस
- सर चंद्रशेखर वेंकटरमन : आधुनिक युग के महानतम भारतीय वैज्ञानिक
- बिजली(तडित पात) : 1 मिनट मे 28 बार!
- अब तक का सबसे ताकतवर सुपरनोवा ASASSN-15lh
- KIC 8462852 : एलीयन सभ्यता ? रहस्य और गहराया!
- सौर मंडल मे नौंवे ग्रह की खोज का दावा
- सापेक्षतावाद के बारे मे जानने योग्य 12 तथ्य
- प्रकाशगति का मापन
- गुरुत्वाकर्षण तरंग की खोज : LIGO की सफ़लता
- निकोलस कोपरनिकस : महान खगोलशास्त्री
- विश्व को बदल देने वाले 10 क्रांतिकारी समीकरण
- सौर पाल : भविष्य के अंतरिक्षयानो को सितारों तक पहुंचाने वाले प्रणोदक
- तारों की अनोखी दुनिया
- GN-Z11: सबसे प्राचीन तथा सबसे दूरस्थ ज्ञात आकाशगंगा
- भारत की अग्निपुत्री – डॉ. टेस्सी थॉमस(Missile woman of India – Dr. Tessy Thomas )
- दूरबीन की विकासयात्रा: साधारण प्रकाशीय दूरबीनों से अंतरिक्ष दूरबीनों तक
- रिचर्ड फ़ाइनमेन : एक जिंदादिल वैज्ञानिक
- भविष्य की ऊर्जा : नाभिकिय संलयन(nuclear fusion) से पूरी होगी ऊर्जा की आवश्यकतायें
- RLV TD : भारत का अपना अंतरिक्ष शटल, इसरो की सफ़लता
- क्या पृथ्वी का भविष्य शुक्र जैसे भयावह होगा ?
- कार्दाशेव स्केल : सभ्यता के विकास का पैमाना
- समय विस्तारण: पृथ्वी केंद्रक की आयु सतह से 2.5 वर्ष कम
- पृथ्वी पर जीवन का उद्भव कैसे हुआ ?
- LHC(लार्ज हेड्रान कोलाईडर) कैसे कार्य करता है?
- रोबोटिक्स का विकास
- LIGO ने दूसरी बार गुरुत्वाकर्षण तरंग देखने मे सफ़लता पायी
- मिथक, अंधविश्वास, छद्म विज्ञान एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- एलन ट्यूरिंग : मानव, मशीन और सैन्य क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ दिमाग
- भविष्य के ऊर्जा स्रोत
- नाभिकिय संलयन : भविष्य की ऊर्जा
- प्रकाशगति से ब्रह्मांड की यात्रा
- सौर ऊर्जा चालित अन्वेषक यान : जुनो
- तीन सूरज वाला ग्रह : 131399Ab ग्रह
- प्राक्सीमा ब : सूर्य के निकटस्थ तारे की परिक्रमा करते जीवन की संभावना योग्य ग्रह की खोज
- क्या रूसी वैज्ञानिको ने एलियन सभ्यता के संकेत ग्रहण किये है ?
- इनसाईट खगोल फोटोग्राफ़र पुरस्कार -2016(Insight Astronomy Photographer of the Year 2016)
- सौर मंडल के बाहर की सैर
- सौरबाह्य(EXOPLANET) ग्रहों की खोज का विज्ञान
- 2016 चिकित्सा नोबल पुरस्कार : योशिनोरी ओसुमी
- 2016 भौतिकी नोबेल : डेविड थूल्स, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज
- 2016 रसायन नोबेल :जीन पिअरे सावेज, फ़्रेजर स्टोडार्ट तथा बर्नार्ड फ़ेरिंगा
- मेघनाद साहा : भारतीय खगोलविज्ञानी
- मानव आंखे कितने मेगा पिक्सेल की होती है?
- मध्यरात्रि सूर्य(Midnight Sun)
- प्रकाश विद्युत प्रभाव(Photoelectric effect)
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
- प्रतिपदार्थ(Antimatter) से ऊर्जा
- ब्रह्मांड का व्यास उसकी आयु से अधिक कैसे है ?
- प्रयोगशाला में बनाया जा रहा है मानव मस्तिष्क!
- ब्लैक होल की रहस्यमय दुनिया
- विलियम हर्शेल : युरेनस के खोजकर्ता
- ध्रुविय ज्योति
- आर्यभट : प्राचीन भारत की महान खगोलीय प्रतिभा
- पिक्सेल (Pixel) क्या होते है?
- ऋतु परिवर्तन कैसे होता है ?
- सर आइजैक न्यूटन : आधुनिक भौतिकी की नींव
- हरगोविंद खुराना
- पदार्थ की चतुर्थ अवस्था : प्लाज्मा
- विश्व का प्रथम स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन मीर
- खगोलशास्त्रियों को सौर परिवार से बाहर मिले ‘पृथ्वी की तरह’ के सात ग्रह
- श्याम पदार्थ : इन्फ़ोग्राफ़िक
- अल्बर्ट आइन्स्टाइन (Albert Einstein) : 20 वी सदी के महानतम वैज्ञानिक
- विभिन्न देशो की मुद्राओं वैज्ञानिकों के या विज्ञान संबधित चित्र
- ब्रह्मांड मे कितने आयाम ?
- ब्रह्मांड का जन्म: एक समयरेखा(The Big Bang Timeline)
- ‘क्रायोजेनिक्स’ : मृत्यु को मात देने की आशा मे शवो को संरक्षित करना
- समय यात्रा(Time Travel) : स्टीफ़न हाकिंग के साथ
- परग्रही जीवन भाग 1 : क्या जीवन के लिये कार्बन और जल आवश्यक है ?
- परग्रही जीवन भाग 2 : कार्बन – जीवरसायन का आधार क्यों है?
- परग्रही जीवन भाग 3 : क्या सिलीकान आधारित जीवन संभव है?
- समय एक भ्रम : ब्रायन ग्रीन
- सूर्य की ओर मानवता के दूत : एक नजर प्रमुख सौर अभियानो पर
- हमने अंको के बारे मे कैसे जाना ? : आइजैक आसीमोव
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रकार (Types of AI) : प्रतिक्रियात्मक से आत्मचेतन तक (From Reactive to Self-Aware)
- भौतिकविदो का इतिहास : संक्षिप्त अवलोकन
- शनि के शाही वलय
- KIC 8462852 : एलीयन सभ्यता ? एक बार फ़िर से चर्चा मे
- एलियन या प्राकृतिक : अंतरिक्ष मे पायी गई विचित्र ध्वनियाँ और संकेत
- मानवता का दूत : 20 अरब किलोमीटर दूर जा चुका वायेजर क्या है?
- वैज्ञानिकों का व्यवहार अवैज्ञानिक क्यों?
- नोबेल पुरस्कार 2017: अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को मिला चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार
- नोबेल पुरस्कार 2017: अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार
- दक्षिणी ध्रुव में एक भारतीय वैज्ञानिक
- नोबेल पुरस्कार 2017: रसायन का नोबेल पुरस्कार क्रायो माइक्रोस्कोपी के आविष्कारकों को
- एक ब्रह्माण्ड या अनेक ब्रह्माण्ड(Universe or Multiverse)
- हम तारों की धूल है : बिग बैंग से लेकर अब तक की सृजन गाथा
- आधुनिक खगोलशास्त्र के पितामह : एडवीन हबल
- ओमुअमुआ(Oumuamua) : सौर मंडल के बाहर से आया एक मेहमान
- भौतिक विज्ञान को अनिश्चित कर देने वाले वर्नेर हाइजेनबर्ग
- नासा ने सौर मंडल के जैसे एक और सौर मंडल खोजा : केप्लर 90
- क्रोयोनिक्स : मृत्यु पर विजय पाने का प्रयास
- महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन
- योहानस केप्लर :आकाश मे ग्रहो की गति के नियम के प्रतिपादक
- लुई पाश्चर (Louis Pasteur) : मानवता के महान निष्काम सेवक
- 2017-विज्ञान की शीर्ष 10 घटनायें : एक सिंहावलोकन
- राबर्ट बायल : रायल सोसायटी के संस्थापक
- स्टीफन विलियम हॉकिंग : ब्लैक होल को चुनौती देता वैज्ञानिक
- हम तारों की दूरी कैसे ज्ञात कर लेते है ?
- जब एंड्रोमिडा आकाशगंगा हमारी आकाशगंगा से टकरायेगी
- ब्रह्माण्ड के शुरुआती सितारों के जन्म का रहस्य
- टेरा फ़ार्मिंग: किसी ग्रह को जीवन योग्य बनाना
- मानवता : पृथ्वी के अतिरिक्त एक और घर की तलाश
- अंतरिक्ष – क्या है अंतरिक्ष ? : भाग 1
- आसमानी मौत के दूत : संभावित रूप से खतरनाक धूमकेतु और क्षुद्रग्रह
- जेम्स क्लार्क मैक्सवेल : जिन्होने सापेक्षतावाद की नींव रखी
- पृथ्वी के बाहर किसी अन्य ग्रह पर बसने की बेताबी
- खगोल सॉफ्टवेयर : ब्रह्मांड का आभासी अन्वेषण
- विज्ञान नोबेल पुरस्कार : वे हकदार जिन्हे यह सम्मान नही मिला!
- सोशल मीडिया पर छद्म विज्ञान के ख़तरे
- मिशन धूमकेतु
- अपोलो चंद्रयात्रा षडयंत्र (कांसपिरेसी) थ्योरी
- परग्रही जीवन भाग 4 :बोरान आधारित जीवन
- Wow! सिगनल
- कंप्यूटर वायरस क्या होते हैं और कैसे काम करते हैं।
- परग्रही जीवन भाग 5 : जीवन अमृत – जल एक महान विलायक
- उत्तरायण और दक्षिणायन समान क्यों नही
- 2018 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : जेम्स पी एलिसन(James P. Allison) और तासुकू होंजो (Tasuku Honjo)
- 2018 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : आर्थर एश्किन(Arthur Ashkin) के साथ गेराड मौरौ (Gérard Mourou)तथा डोना स्ट्रिकलैंड(Donna Strickland)
- 2018 रसायन नोबेल पुरस्कार :फ्रांसेस अर्नोल्ड, जार्ज स्मिथ और ग्रेगरी विंटर
- वायेजर 2 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर द्वितिय मानव निर्मित यान
- वह महान वैज्ञानिक जिसने भारत को बैलगाड़ी युग से निकालकर नाभिकीय युग मे पहुंचा दिया
- अलविदा केप्लर : 9 साल तक ग्रहों की खोज के बाद नासा की केपलर अंतरिक्ष वेधशाला का अभियान समाप्त
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला :सौर मंडल के बाहर जीवन की खोज को समर्पित वेधशाला
- 1875 के पश्चात SI ईकाईयों मे सबसे बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन
- नासा का मंगलयान ’इनसाइट ’ मंगल पर उतरा
- परग्रही जीवन भाग 6 : जल – जीवन का विलायक
- नकली चाँद की चाँदनी से रौशन होगा चीन!
- सूरज को धरती पर उतारने की तैयारी
- सर आर्थर स्टेनली एडिंगटन(Sir Arthur Stanley Eddington).
- पृथ्वी के उपग्रह और उनकी कक्षायें(Earth Satellite Orbits)
- ब्लैक होल्स खोजे तो ‘बिग बैंग’ पर उठा सवाल!
- ऐतिहासिक उपलब्धि : ब्लैक होल (श्याम विवर) का प्रथम चित्र
- खगोल भौतिकी 1 : खगोल भौतिकी (ASTROPHYSICS) क्या है और वह खगोलशास्त्र (ASTRONOMY) तथा ब्रह्माण्डविज्ञान (COSMOLOGY) से कैसे भिन्न है?
- खगोल भौतिकी 2 : विद्युत चुंबकीय (EM SPECTRUM) क्या है और वह खगोलभौतिकी (ASTROPHYSICS) मे महत्वपूर्ण उपकरण क्यों है ?
- खगोल भौतिकी 3 : दूरबीनो की कार्यप्रणाली का परिचय
- खगोल भौतिकी 4 : खगोलीय दूरी मापन : खगोलीय इकाई(AU), प्रकाशवर्ष(Ly) और पारसेक(Parsec)
- खगोल भौतिकी 5 : लालविचलन(Redshift) के तीन प्रकार और उनका खगोलभौतिकी मे महत्व
- ब्लैक होल का चित्र मानव इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक क्यों है?
- खगोल भौतिकी 6 : स्टीफ़न का नियम और उसका खगोलभौतिकी मे महत्व
- खगोल भौतिकी 7 : खगोलीय निर्देशांक प्रणाली(CELESTIAL COORDINATE SYSTEMS)
- खगोल भौतिकी 8 : खगोलभौतिकी मे परिमाण (MAGNITUDE) की अवधारणा
- खगोल भौतिकी 9 : तारों का वर्णक्रम के आधार पर वर्गीकरण (SPECTRAL CLASSIFICATION)
- खगोल भौतिकी 10 : मेघनाद साहा का समीकरण और महत्व
- खगोल भौतिकी 11 : तारों का वातावरण
- खगोल भौतिकी 12 : हर्ट्जस्प्रंग-रसेल आरेख(THE HERTZSPRUNG RUSSELL DIAGRAM)
- रडार (Radar) क्या है और कैसे कार्य करता है ?
- खगोल भौतिकी 13 :सूरज की संरचना – I
- खगोल भौतिकी 14 :सूर्य की संरचना 2 – सौरकलंक, सौरज्वाला और सौरवायु
- खगोल भौतिकी 15 : सौर न्यूट्रिनो समस्या(THE SOLAR NEUTRINO PROBLEM)
- खगोल भौतिकी 16 :युग्म तारा प्रणाली(THE BINARY STAR SYSTEMS)
- खगोल भौतिकी 17 : तारों मे चल रही नाभिकिय प्रक्रियायें(NUCLEAR REACTIONS IN STARS)
- खगोल भौतिकी 18 :श्वेत वामन(WHITE DWARFS) क्या होते है और वे कैसे बनते है ?
- खगोल भौतिकी 19 :न्यूट्रान तारे और उनका जन्म
- इंसानी करतूतों से जैव प्रजातियों पर मंडराता लुप्त होने का खतरा
- फिलीपींस में मिली आदि मानव की नई प्रजाति
- खगोल भौतिकी 20 : तीन तरह के ब्लैक होल
- खगोल भौतिकी 21 : सुपरनोवा और उनका वर्गीकरण
- खगोल भौतिकी 22 : तारापुंज(STAR CLUSTERS) : सक्षिप्त परिचय
- खगोल भौतिकी 23 : आकाशगंगा और उनका वर्गीकरण
- खगोल भौतिकी 24 : निहारीकायें और उनके प्रकार( NEBULAE AND THEIR TYPES)
- खगोल भौतिकी 24 : क्वासर और उनके प्रकार(QUASAR AND ITS TYPES)
- खगोल भौतिकी 26 :ब्रह्माण्डीय पृष्ठभूमी विकिरण और उसका उद्गम (THE COSMIC MICROWAVE BACKGROUND RADIATION AND ITS ORIGIN)
- खगोल भौतिकी 27 :सर्वकालिक 10 शीर्ष खगोलभौतिकी वैज्ञानिक (TOP 10 ASTROPHYSICISTS OF ALL TIME)
- चांद के पार चलो : चंद्रयान-2
- खगोल भौतिकी 28 : खगोलशास्त्र और खगोलभौतिकी मे अध्ययन हेतु शीर्ष 5 विश्वविद्यालय
- खगोल भौतिकी 29 :खगोलभौतिकी वैज्ञानिक कैसे बने ?
- खगोल भौतिकी 30 :खगोलभौतिकी की शीर्ष 5 अनसुलझी समस्यायें
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : सोवियत संघ अमरीका से कैसे पिछड़ा ?
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : चंद्रयात्रियों ने चंद्रमा के वातावरण का अभ्यास कैसे किया ?
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : मानव का यह एक नन्हा कदम, मानवता की एक लम्बी छलांग है।
- अंधविश्वास के अंधेरों तक कैसे पहुंचे रोशनी
- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई
- विज्ञान का मिथकीकरण
- चंद्रयान-2 : विक्रम लैंडर की असफ़लता
- 2019 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार: विलियम जी कायलिन जूनियर, सर पीटर जे रैटक्लिफ और ग्रेग एल सेमेंजा
- भौतिकी नोबेल पुरस्कार 2019: जेम्स पीबल्स, मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज
- राष्ट्रीय विज्ञान दिवस – 2020 :विज्ञान में महिलाएं
- कोरोना वायरस आपदा (Covid 19)
- विज्ञान से बढ़कर नहीं है कोई भी वैज्ञानिक
- कोरोना के खिलाफ वैज्ञानिकों की जंग
- रात्रि आसमान मे अंधेरा क्यों छाया रहता है ? ओल्बर्स का पैराडाक्स
- ब्लैक होल: एक झटके में निकली आठ सूर्यो के तुल्य ऊर्जा
- शुक्र ग्रह पर मिले जीवन होने के संकेत
- द मदर ऑफ़ कैमिस्ट्री :मारिया मेन्दलीव
- 2020 एबेल पुरस्कार : हिलेल फ़स्टनबर्ग एवं ग्रिगोरी मारग्यूलस्
- 2020 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : हार्वे जे अल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम राइस
- 2020 भौतिकी नोबेल पुरस्कार :रोजर पेनरोज, रेन्हार्ड गेन्ज़ेल तथा अन्ड्रीआ गीज
- 2020 रसायन नोबेल पुरस्कार :इमैन्युयेल कारपेंटीएर तथा जेनिफ़र डाडना
- चंद्रमा की सतह पर मिला पानी
- वैज्ञानिकों ने पाया अब तक का सबसे छोटा ‘आवारा ग्रह’
- इंसुलिन का वह पहला इंजैक्शन
- कोरोना वायरस वैक्सीन: महत्वपूर्ण तथ्य
- पर्सिवियरेंस रोवर ने मंगल पर चहलकदमी प्रारंभ की
- अपोलो 11 अभियान के सदस्य रहे माइकल कोलिंस का 90 साल की उम्र में निधन
- चंद्रमा : सुपर मून, ब्लड मून, ब्ल्यू मून और चंद्र ग्रहण
- पेगासस : स्पाइवेयर क्या है ?
- 2021 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :डेविड जूलियस और अरडेम पेटापुतीन
- 2021 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : सुकोरो मनाबे , क्लाउस हैसलमेन तथा जिओर्जिओ परीसी
- 2021 रसायन नोबेल पुरस्कार :बेजामिन लिस्ट तथा डेविड मैकमिलन
- जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन ( JWST ) : मानव निर्मित समय यान
- विज्ञान : 2021 एक अवलोकन
- 2022 की सबसे खूबसूरत तस्वीर : जेम्स वेब अंतरिक्ष वेधशाला(James Webb Space Telescope – JWST)
- 2022 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : स्वान्ते पाबो
- 2022 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : एलेन अस्पेक्ट(Alain Aspect), जॉन ऍफ़ क्लाउसर( John F. Clauser) और एंटन ज़िलिंगेर(Anton Zeilinger)
- 2022 रसायन नोबेल पुरस्कार :केरोलिन आर बर्टोज़ी (Carolyn R. Bertozzi), मोर्टन मेल्डल(Morten Meldal) तथा के बैरी शार्प्लेस ( K. Barry Sharpless)
- क्वांटम क्रान्ति (2022 भौतिकी नोबेल): किस तरह एन्टेंगलमेन्ट एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है
- मैरी क्यूरी : प्रथम महिला नोबेल पुरस्कार विजेता
ब्रह्मांड संरचना
- अंतरिक्ष – क्या है अंतरिक्ष ? : भाग 1
- अंतरिक्ष से संबधित 25 अजीबोगरिब तथ्य जो आपको चकित कर देंगे
- अब तक का सबसे ताकतवर सुपरनोवा ASASSN-15lh
- आधुनिक खगोलशास्त्र के पितामह : एडवीन हबल
- खगोल भौतिकी 1 : खगोल भौतिकी (ASTROPHYSICS) क्या है और वह खगोलशास्त्र (ASTRONOMY) तथा ब्रह्माण्डविज्ञान (COSMOLOGY) से कैसे भिन्न है?
- खगोल भौतिकी 10 : मेघनाद साहा का समीकरण और महत्व
- खगोल भौतिकी 12 : हर्ट्जस्प्रंग-रसेल आरेख(THE HERTZSPRUNG RUSSELL DIAGRAM)
- खगोल भौतिकी 13 :सूरज की संरचना – I
- खगोल भौतिकी 14 :सूर्य की संरचना 2 – सौरकलंक, सौरज्वाला और सौरवायु
- खगोल भौतिकी 16 :युग्म तारा प्रणाली(THE BINARY STAR SYSTEMS)
- खगोल भौतिकी 19 :न्यूट्रान तारे और उनका जन्म
- खगोल भौतिकी 20 : तीन तरह के ब्लैक होल
- खगोल भौतिकी 21 : सुपरनोवा और उनका वर्गीकरण
- खगोल भौतिकी 23 : आकाशगंगा और उनका वर्गीकरण
- खगोल भौतिकी 24 : क्वासर और उनके प्रकार(QUASAR AND ITS TYPES)
- खगोल भौतिकी 26 :ब्रह्माण्डीय पृष्ठभूमी विकिरण और उसका उद्गम (THE COSMIC MICROWAVE BACKGROUND RADIATION AND ITS ORIGIN)
- खगोल भौतिकी 27 :सर्वकालिक 10 शीर्ष खगोलभौतिकी वैज्ञानिक (TOP 10 ASTROPHYSICISTS OF ALL TIME)
- खगोल भौतिकी 28 : खगोलशास्त्र और खगोलभौतिकी मे अध्ययन हेतु शीर्ष 5 विश्वविद्यालय
- खगोल भौतिकी 29 :खगोलभौतिकी वैज्ञानिक कैसे बने ?
- खगोल भौतिकी 30 :खगोलभौतिकी की शीर्ष 5 अनसुलझी समस्यायें
- खगोल भौतिकी 6 : स्टीफ़न का नियम और उसका खगोलभौतिकी मे महत्व
- खगोल भौतिकी 7 : खगोलीय निर्देशांक प्रणाली(CELESTIAL COORDINATE SYSTEMS)
- खगोल भौतिकी 8 : खगोलभौतिकी मे परिमाण (MAGNITUDE) की अवधारणा
- खगोल भौतिकी 9 : तारों का वर्णक्रम के आधार पर वर्गीकरण (SPECTRAL CLASSIFICATION)
- गुरुत्वाकर्षण तरंग की खोज : LIGO की सफ़लता
- गुरुत्विय तरंगो की खोज: महाविस्फोट(Big Bang), ब्रह्मांडीय स्फिति(Cosmic Inflation), साधारण सापेक्षतावाद की पुष्टि
- गुरुत्विय लेंस क्या होता है?
- जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन ( JWST ) : मानव निर्मित समय यान
- तापमान : ब्रह्माण्ड मे उष्णतम से लेकर शीतलतम तक
- तारों की अनोखी दुनिया
- प्रकाशगति का मापन
- प्रतिपदार्थ(Antimatter) से ऊर्जा
- ब्रह्मांड का अंत कैसे होगा ?
- ब्रह्मांड का व्यास उसकी आयु से अधिक कैसे है ?
- ब्रह्मांड मे कितने आयाम ?
- ब्रह्माण्ड का अंत : अब से 22 अरब वर्ष पश्चात
- ब्रह्माण्ड का केन्द्र कहाँ है?
- ब्रह्माण्ड की 13 महत्वपूर्ण संख्यायें
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 01 : मूलभूत कण और मूलभूत बल
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 02 : मूलभूत कण और मूलभूत बल
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 03 : मूलभूत बल – महा एकीकृत सिद्धांत(GUT)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 04 : मानक प्रतिकृति(Standard Model)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 05 : मानक प्रतिकृति की कमियाँ और आलोचनाएं
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 06 : श्याम पदार्थ (Dark Matter)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 07 : श्याम पदार्थ (Dark Matter) का ब्रह्माण्ड के भूत और भविष्य पर प्रभाव
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 08 : श्याम ऊर्जा(Dark Energy)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 09 :प्रति पदार्थ(Anti matter)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 10 : क्या प्रति-ब्रह्माण्ड(Anti-Universe) संभव है?
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 11 : प्रतिपदार्थ(Antimatter) के उपयोग
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 12 : श्याम विवर (Black Hole) क्या है?
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 13 : श्याम विवर के विचित्र गुण
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 14 : श्याम विवर कैसे बनते है?
- ब्रह्माण्ड के बाहर क्या है?
- ब्लैक होल की रहस्यमय दुनिया
- ब्लैक होल: एक झटके में निकली आठ सूर्यो के तुल्य ऊर्जा
- रात्रि आसमान मे अंधेरा क्यों छाया रहता है ? ओल्बर्स का पैराडाक्स
- विश्व को बदल देने वाले 10 क्रांतिकारी समीकरण
- श्याम उर्जा (Dark Energy)
- श्याम पदार्थ : इन्फ़ोग्राफ़िक
- श्याम पदार्थ(Dark Matter)
- श्याम विवर: 10 विचित्र तथ्य
- समय एक भ्रम : ब्रायन ग्रीन
- सर आर्थर स्टेनली एडिंगटन(Sir Arthur Stanley Eddington).
- स्टीफन विलियम हॉकिंग : ब्लैक होल को चुनौती देता वैज्ञानिक
- हम तारों की दूरी कैसे ज्ञात कर लेते है ?
- हम तारों की धूल है : बिग बैंग से लेकर अब तक की सृजन गाथा
- GN-Z11: सबसे प्राचीन तथा सबसे दूरस्थ ज्ञात आकाशगंगा
- LIGO ने दूसरी बार गुरुत्वाकर्षण तरंग देखने मे सफ़लता पायी
क्वांट्म भौतिकी
- 01 सरल क्वांटम भौतिकी: मूलभूत क्या है ? (2/6/2012)
- 02 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड किससे निर्मित है – भाग 1? (2/13/2012)
- 03 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड किससे निर्मित है – भाग 2? (2/20/2012)
- 04 सरल क्वांटम भौतिकी: ब्रह्माण्ड को कौन बांधे रखता है ? (2/27/2012)
- 05 सरल क्वांटम भौतिकी: परमाणु को कौन बांधे रखता है? (3/5/2012)
- 06 सरल क्वांटम भौतिकी: कमजोर नाभिकिय बल और गुरुत्वाकर्षण (3/12/2012)
- 07 सरल क्वांटम भौतिकी: क्वांटम यांत्रिकी (3/19/2012)
- 08 सरल क्वांटम भौतिकी:कणों का क्षय और विनाश(Particle Decay and Annihilation) (3/26/2012)
- 09 सरल क्वांटम भौतिकी: रेडियो सक्रियता क्यों होती है? (4/2/2012)
- 10 सरल क्वांटम भौतिकी: मूलभूत कणो का विनाश (Particle Anhilation) (4/10/2012)
- 11 सरल क्वांटम भौतिकी: भौतिकी के अनसुलझे रहस्य (4/16/2012)
- 13 सरल क्वांटम भौतिकी : यह कैसे जाना जाये कि वास्तव मे क्या हो रहा है ? (4/30/2012)
- 14 सरल क्वांटम भौतिकी : यह कैसे जाना जाये कि वास्तव मे क्या हो रहा है ? : कण त्वरक (Particle Accelerator) (5/7/2012)
- 15 सरल क्वांटम भौतिकी : कण त्वरक(Particle Acclerator) कणो को गति कैसे देते है? (5/14/2012)
- 16 सरल क्वांटम भौतिकी : आधुनिक जांचयंत्र(Detectors) द्वारा कण त्वरकों के आंकड़ो का विश्लेषण कैसे होता है ? (5/21/2012)
- अंतरिक्ष – क्या है अंतरिक्ष ? : भाग 1 (5/28/2018)
- अल्बर्ट आइन्स्टाइन (Albert Einstein) : 20 वी सदी के महानतम वैज्ञानिक (3/14/2017)
- इलेक्ट्रान परमाणु नाभिक मे गीरते क्यों नही है ? (12/10/2015)
- कण भौतिकी(Particle Physics) क्या है? (10/27/2014)
- क्वांटम आत्महत्या और श्रोडीन्गर की बिल्ली (8/4/2014)
- क्वांटम क्रान्ति (2022 भौतिकी नोबेल): किस तरह एन्टेंगलमेन्ट एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है (10/6/2022)
- क्वांटम भौतिकी के 115 वर्ष (12/14/2015)
- खगोल भौतिकी 27 :सर्वकालिक 10 शीर्ष खगोलभौतिकी वैज्ञानिक (TOP 10 ASTROPHYSICISTS OF ALL TIME) (6/13/2019)
- प्रतिपदार्थ(Antimatter) से ऊर्जा (11/3/2016)
- भौतिक विज्ञान को अनिश्चित कर देने वाले वर्नेर हाइजेनबर्ग (12/5/2017)
- स्टीफन विलियम हॉकिंग : ब्लैक होल को चुनौती देता वैज्ञानिक (3/14/2018)
- LHC(लार्ज हेड्रान कोलाईडर) कैसे कार्य करता है? (6/10/2016)
स्ट्रींग सिद्धांत
- ब्रह्मांड मे कितने आयाम ? (3/21/2017)
- विज्ञान विश्व को चुनौती देते 20 प्रश्न (9/2/2013)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 01 :सैद्धांतिक भौतिकी और न्युटन (10/26/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 02 :सापेक्षतावाद और आइंस्टाइन (10/31/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 03 : क्वांटम भौतिकी (11/9/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 04 : क्वांटम भौतिकी और साधारणा सापेक्षतावाद (11/18/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 05 : परिचय (11/29/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 06 : इतिहास और विकास (12/5/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 07 : विसंगतियों का निराकरण (12/12/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 08 : विसंगतियो का निराकरण और सुपरस्ट्रींग सिद्धांत का प्रवेश (12/28/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 09 : सुपरस्ट्रींग सिद्धांत से M सिद्धांत की ओर (1/9/2012)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 10 : M सिद्धांत (1/16/2012)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 11 : श्याम विवर (1/24/2012)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 12 : विज्ञान या दर्शन ? (1/30/2012)
एलीयन/उड़न तश्तरी/UFO/सौर बाह्य ग्रह
- अंतरिक्ष मे जीवन की संभावना : दो नये पृथ्वी के आकार के ग्रहो की खोज (4/19/2013)
- एलियन या प्राकृतिक : अंतरिक्ष मे पायी गई विचित्र ध्वनियाँ और संकेत (5/26/2017)
- कार्दाशेव स्केल : सभ्यता के विकास का पैमाना (5/26/2016)
- केप्लर 452b: पृथ्वी की जुड़वा बहन – पृथ्वी -2 की खोज (7/25/2015)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला :सौर मंडल के बाहर जीवन की खोज को समर्पित वेधशाला (10/31/2018)
- केप्लर वेधशाला ने एक सौर मंडल खोज निकाला ! (2/3/2011)
- क्या एलीयन है ? क्या वे पृथ्वी पर आते है? (12/16/2015)
- क्या रूसी वैज्ञानिको ने एलियन सभ्यता के संकेत ग्रहण किये है ? (8/31/2016)
- खगोलशास्त्रियों को सौर परिवार से बाहर मिले ‘पृथ्वी की तरह’ के सात ग्रह (2/23/2017)
- जीवन के लिये आवश्यक तत्वो का निर्माण (9/2/2014)
- टेरा फ़ार्मिंग: किसी ग्रह को जीवन योग्य बनाना (5/11/2018)
- नासा ने सौर मंडल के जैसे एक और सौर मंडल खोजा : केप्लर 90 (12/15/2017)
- परग्रही जीवन भाग 1 : क्या जीवन के लिये कार्बन और जल आवश्यक है ? (4/10/2017)
- परग्रही जीवन भाग 2 : कार्बन – जीवरसायन का आधार क्यों है? (4/13/2017)
- परग्रही जीवन भाग 3 : क्या सिलीकान आधारित जीवन संभव है? (4/17/2017)
- परग्रही जीवन भाग 4 :बोरान आधारित जीवन (9/10/2018)
- परग्रही जीवन भाग 5 : जीवन अमृत – जल एक महान विलायक (9/26/2018)
- परग्रही जीवन भाग 6 : जल – जीवन का विलायक (11/30/2018)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 01 : क्या बाह्य अंतरिक्ष मे जीवन है ? (1/18/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 02 : पृथ्वी के बाहर जीवन की वैज्ञानिक खोज (1/24/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 03 : परग्रही सभ्यता से संपर्क (1/31/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 04 : कहां है वे ? (2/7/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 05 : पृथ्वी जैसे सौर बाह्य ग्रह की खोज (2/14/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 06 : वे कैसे दिखते होंगे ? (2/21/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 07 : अनुपात का सिद्धांत और दानवाकार प्राणी (2/28/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 08 : परग्रही सभ्यता मे वैज्ञानिक विकास : परग्रही जीवन श्रंखला भाग 08 (3/7/2011)
- परग्रही जीवन श्रंखला भाग 09 : उड़नतश्तरीयां (3/14/2011)
- पहली बार कैमरे में कैद हुआ निर्माणाधीन ग्रह (11/25/2015)
- पृथ्वी के बाहर किसी अन्य ग्रह पर बसने की बेताबी (7/1/2018)
- पृथ्वी पर जीवन का उद्भव कैसे हुआ ? (6/6/2016)
- प्राक्सीमा ब : सूर्य के निकटस्थ तारे की परिक्रमा करते जीवन की संभावना योग्य ग्रह की खोज (8/25/2016)
- मानवता : पृथ्वी के अतिरिक्त एक और घर की तलाश (5/15/2018)
- यूरोपा पर जीवन की संभावनाएं पहले से ज्यादा ! (11/22/2011)
- शुक्र ग्रह पर मिले जीवन होने के संकेत (9/15/2020)
- सौर मंडल के बाहर की सैर (9/22/2016)
- सौरबाह्य(EXOPLANET) ग्रहों की खोज का विज्ञान (9/27/2016)
- हमारे वर्तमान ज्ञान के आधार पर पृथ्वी के जैसे ग्रह पर पहुंचने मे हमे कितना समय लगेगा ? (9/9/2015)
- KIC 8462852 : एलीयन सभ्यता ? एक बार फ़िर से चर्चा मे (5/23/2017)
- KIC 8462852 : एलीयन सभ्यता ? रहस्य और गहराया! (1/19/2016)
- KIC 8462852: क्या इस तारे पर एलीयन सभ्यता है? (10/17/2015)
- Wow! सिगनल (9/12/2018)
वैज्ञानिक
- 2015 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :यूयू तू , विलियम सी कैम्पबेल और सातोशी ओमूरा (10/5/2015)
- 2015 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : तकाकी काजिता तथा आर्थर बी मैकडोनाल्ड (10/6/2015)
- 2015 रसायन नोबेल पुरस्कार : टॉमस लिंडाल, पॉल मॉडरिश और अज़ीज सैंकर (10/7/2015)
- 2016 भौतिकी नोबेल : डेविड थूल्स, डंकन हाल्डेन और माइकल कोस्टरलिट्ज (10/4/2016)
- 2016 रसायन नोबेल :जीन पिअरे सावेज, फ़्रेजर स्टोडार्ट तथा बर्नार्ड फ़ेरिंगा (10/5/2016)
- 2016 चिकित्सा नोबल पुरस्कार : योशिनोरी ओसुमी (10/3/2016)
- 2018 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : जेम्स पी एलिसन(James P. Allison) और तासुकू होंजो (Tasuku Honjo) (10/1/2018)
- 2018 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : आर्थर एश्किन(Arthur Ashkin) के साथ गेराड मौरौ (Gérard Mourou)तथा डोना स्ट्रिकलैंड(Donna Strickland) (10/2/2018)
- 2018 रसायन नोबेल पुरस्कार :फ्रांसेस अर्नोल्ड, जार्ज स्मिथ और ग्रेगरी विंटर (10/3/2018)
- 2019 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार: विलियम जी कायलिन जूनियर, सर पीटर जे रैटक्लिफ और ग्रेग एल सेमेंजा (10/7/2019)
- 2020 एबेल पुरस्कार : हिलेल फ़स्टनबर्ग एवं ग्रिगोरी मारग्यूलस् (10/3/2020)
- 2020 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : हार्वे जे अल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम राइस (10/5/2020)
- 2020 भौतिकी नोबेल पुरस्कार :रोजर पेनरोज, रेन्हार्ड गेन्ज़ेल तथा अन्ड्रीआ गीज (10/6/2020)
- 2020 रसायन नोबेल पुरस्कार :इमैन्युयेल कारपेंटीएर तथा जेनिफ़र डाडना (10/7/2020)
- 2021 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :डेविड जूलियस और अरडेम पेटापुतीन (10/4/2021)
- 2021 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : सुकोरो मनाबे , क्लाउस हैसलमेन तथा जिओर्जिओ परीसी (10/5/2021)
- 2021 रसायन नोबेल पुरस्कार :बेजामिन लिस्ट तथा डेविड मैकमिलन (10/6/2021)
- 2022 भौतिकी नोबेल पुरस्कार : एलेन अस्पेक्ट(Alain Aspect), जॉन ऍफ़ क्लाउसर( John F. Clauser) और एंटन ज़िलिंगेर(Anton Zeilinger) (10/4/2022)
- 2022 रसायन नोबेल पुरस्कार :केरोलिन आर बर्टोज़ी (Carolyn R. Bertozzi), मोर्टन मेल्डल(Morten Meldal) तथा के बैरी शार्प्लेस ( K. Barry Sharpless) (10/5/2022)
- अल्बर्ट आइंस्टाइन (3/15/2011)
- अल्बर्ट आइन्स्टाइन (Albert Einstein) : 20 वी सदी के महानतम वैज्ञानिक (3/14/2017)
- आधुनिक खगोलशास्त्र के पितामह : एडवीन हबल (11/20/2017)
- आर्यभट : प्राचीन भारत की महान खगोलीय प्रतिभा (12/8/2016)
- इंसुलिन का वह पहला इंजैक्शन (1/11/2021)
- एलन ट्युरिंग अमर है! (6/25/2012)
- एलन ट्यूरिंग : मानव, मशीन और सैन्य क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ दिमाग (6/23/2016)
- गणितज्ञ कापरेकर : कापरेकर स्थिरांक, कापरेकर संख्या तथा डेमलो संख्या (10/22/2013)
- गैलीलियो गैलीली (2/15/2014)
- चार्ल्स डार्विन : धार्मिक मान्यताओं को चुनौती देता महामानव (2/13/2013)
- जगदीश चंद्र बोस : आधुनिक भारत के प्रथम वैज्ञानिक (11/30/2015)
- जेम्स क्लार्क मैक्सवेल : जिन्होने सापेक्षतावाद की नींव रखी (6/13/2018)
- द मदर ऑफ़ कैमिस्ट्री :मारिया मेन्दलीव (9/26/2020)
- दक्षिणी ध्रुव में एक भारतीय वैज्ञानिक (10/4/2017)
- निकोलस कोपरनिकस : महान खगोलशास्त्री (2/19/2016)
- नोबेल पुरस्कार 2017: अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को मिला चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार (10/2/2017)
- नोबेल पुरस्कार 2017: अमेरिका के तीन वैज्ञानिकों को मिला भौतिकी का नोबेल पुरस्कार (10/3/2017)
- नोबेल पुरस्कार 2017: रसायन का नोबेल पुरस्कार क्रायो माइक्रोस्कोपी के आविष्कारकों को (10/4/2017)
- पीएसएलवी सी 17: तीन महिला वैज्ञानिको के हाथ जीसैट 12 की कमान (7/19/2011)
- प्रो सतीश धवन : इसरो की नींव बनाने वालो मे एक प्रमुख नाम (9/25/2015)
- बोसॉन के जनक : सत्येन्द्र नाथ बोस (1/2/2016)
- भारत का लिएनार्दो दा विंची : होमी जहाँगीर भाभा (7/5/2014)
- भारत की अग्निपुत्री – डॉ. टेस्सी थॉमस(Missile woman of India – Dr. Tessy Thomas ) (4/18/2016)
- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई (8/12/2019)
- भौतिक विज्ञान को अनिश्चित कर देने वाले वर्नेर हाइजेनबर्ग (12/5/2017)
- भौतिकविदो का इतिहास : संक्षिप्त अवलोकन (5/15/2017)
- भौतिकी नोबेल पुरस्कार 2019: जेम्स पीबल्स, मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज (10/9/2019)
- भौतिकी का नोबेल तीन खगोलशास्त्रीयों को! (10/11/2011)
- महान इंजीनियर : मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (9/15/2015)
- महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (12/22/2017)
- महान विज्ञानी : निकोला टेस्ला (7/10/2014)
- मानव की पहली अंतरिक्ष उड़ान के 50 वर्ष : 12 अप्रैल 1961-यूरी गागरीन (4/12/2011)
- मेघनाद साहा : भारतीय खगोलविज्ञानी (10/6/2016)
- मैरी क्यूरी : प्रथम महिला नोबेल पुरस्कार विजेता (11/7/2022)
- योहानस केप्लर :आकाश मे ग्रहो की गति के नियम के प्रतिपादक (12/27/2017)
- राबर्ट बायल : रायल सोसायटी के संस्थापक (1/25/2018)
- राष्ट्रीय विज्ञान दिवस – 2020 :विज्ञान में महिलाएं (2/28/2020)
- रिचर्ड फ़ाइनमेन : एक जिंदादिल वैज्ञानिक (5/11/2016)
- लुई पाश्चर (Louis Pasteur) : मानवता के महान निष्काम सेवक (12/27/2017)
- वह महान वैज्ञानिक जिसने भारत को बैलगाड़ी युग से निकालकर नाभिकीय युग मे पहुंचा दिया (10/30/2018)
- विज्ञान नोबेल पुरस्कार : वे हकदार जिन्हे यह सम्मान नही मिला! (8/4/2018)
- विज्ञान से बढ़कर नहीं है कोई भी वैज्ञानिक (4/27/2020)
- विभिन्न देशो की मुद्राओं वैज्ञानिकों के या विज्ञान संबधित चित्र (3/16/2017)
- विलियम हर्शेल : युरेनस के खोजकर्ता (11/15/2016)
- वैज्ञानिकों का व्यवहार अवैज्ञानिक क्यों? (9/18/2017)
- सर आइजैक न्यूटन : आधुनिक भौतिकी की नींव (12/25/2016)
- सर आर्थर स्टेनली एडिंगटन(Sir Arthur Stanley Eddington). (12/28/2018)
- सर चंद्रशेखर वेंकटरमन : आधुनिक युग के महानतम भारतीय वैज्ञानिक (1/7/2016)
- सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर : ‘चंद्रशेखर सीमा’ के प्रस्तावक (10/19/2015)
- स्टीफन विलियम हॉकिंग : ब्लैक होल को चुनौती देता वैज्ञानिक (3/14/2018)
- हरगोविंद खुराना (1/9/2017)
अंतरिक्ष
- ‘चील निहारिका’ मे सितारो का जन्म (1/6/2007)
- 15 जून का चंद्रग्रहण- बरेली शहर भारत से (6/20/2011)
- 2 जनवरी 2013 : पृथ्वी सूर्य के समीपस्थ बिंदू पर ! (1/3/2013)
- 20 मई 2012 का कंकणाकृति सूर्यग्रहण (5/22/2012)
- 2022 की सबसे खूबसूरत तस्वीर : जेम्स वेब अंतरिक्ष वेधशाला(James Webb Space Telescope – JWST) (3/20/2022)
- 22 अप्रैल : पृथ्वी दिवस पर हमारी वसुंधरा से जुड़े कुछ मनोरंजक तथ्य (4/22/2013)
- 25 अप्रैल को हबल अंतरिक्ष वेधशाला के 25 वर्ष पूरे होने पर विशेष (4/24/2015)
- ’मंदाकिनी’ आकाशगंगा केन्द्र के दैत्य को जागृत करने जा रहा है एक गैसीय बादल ! (12/16/2011)
- अंततः मानव अंतरिक्षयान की वापसी : सोयुज का सफल प्रक्षेपण (11/15/2011)
- अंतरग्रहीय अभियान : गुरुत्विय सहायता(Gravity Assist) (7/23/2015)
- अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र की मरम्मत (1/11/2007)
- अंतरिक्ष – क्या है अंतरिक्ष ? : भाग 1 (5/28/2018)
- अंतरिक्ष मे एक नाजूक वलय : एस एन आर 0509 (1/6/2011)
- अंतरिक्ष मे जीवन की संभावना : दो नये पृथ्वी के आकार के ग्रहो की खोज (4/19/2013)
- अंतरिक्ष मे मानव की चहलकदमी (1/3/2012)
- अंतरिक्ष मे वेलेंटाईन डे (2/15/2011)
- अंतरिक्ष मे हीरो का हार! (8/16/2011)
- अंतरिक्ष में अमरीका के प्रभुत्व का का अंत : अटलांटिस सकुशल वापिस (7/22/2011)
- अंतरिक्ष से संबधित 25 अजीबोगरिब तथ्य जो आपको चकित कर देंगे (5/27/2015)
- अंधविश्वास के अंधेरों तक कैसे पहुंचे रोशनी (8/1/2019)
- अनंत समुद्र मे एक छोटे से द्विप पर असहाय से हम : पृथ्वी और चंद्रमा (9/6/2011)
- अपोलो 00 :अपोलो अभियान (1/9/2007)
- अपोलो 01 : एक दुर्घटना (2/6/2007)
- अपोलो 04 :सफलता की पहली उडान (2/7/2007)
- अपोलो 05 : चन्द्रयान की उडान (2/8/2007)
- अपोलो 06 : असफलताओ के झटके (2/9/2007)
- अपोलो 07 : मानव सहित प्रथम अपोलो उड़ान (2/10/2007)
- अपोलो 08 : चांद के पार चलो (2/11/2007)
- अपोलो 09 : एक अभ्यास उड़ान (2/12/2007)
- अपोलो 10 : मानव इतिहास का सबसे तेज सफर (2/13/2007)
- अपोलो 11 : मानवता की एक बडी छलांग (2/14/2007)
- अपोलो 11 अभियान के सदस्य रहे माइकल कोलिंस का 90 साल की उम्र में निधन (4/29/2021)
- अपोलो 12 : एक बडा कदम ! (2/15/2007)
- अपोलो 13 : एक सफल असफल अभियान (2/20/2007)
- अपोलो 14 : प्रथम चन्द्र ओलंपिक (3/1/2007)
- अपोलो 16 : चन्द्रमा पर सबसे तेज वाहन (3/3/2007)
- अपोलो 17 : चन्द्रमा पर पहला वैज्ञानिक और अंतिम मानव (3/4/2007)
- अपोलो चंद्र अभियान : एक नन्हा कदम – चंद्रमा पर (1/5/2007)
- अपोलो चंद्रयात्रा षडयंत्र (कांसपिरेसी) थ्योरी (9/3/2018)
- अब तक का सबसे ताकतवर सुपरनोवा ASASSN-15lh (1/17/2016)
- अर्ध-प्रकाशगति(149,896 किमी/सेकंड) से घूर्णन करता श्याम विवर (3/10/2014)
- अलविदा केप्लर : 9 साल तक ग्रहों की खोज के बाद नासा की केपलर अंतरिक्ष वेधशाला का अभियान समाप्त (10/31/2018)
- अलविदा नील आर्मस्ट्रांग. प्रथम चन्द्रयात्री नील आर्मस्ट्रांग का ८२ वर्ष की उम्र मे निधन (8/26/2012)
- अफ़वाह : नवंबर ब्लैक आउट- पृथ्वी पर पंद्रह दिनो का अंधेरा (9/5/2015)
- आकाशगंगा समुह एबेल S0740 (2/19/2007)
- आधुनिक खगोलशास्त्र के पितामह : एडवीन हबल (11/20/2017)
- आयताकार लाल निहारिका (12/16/2010)
- आसमान मे सात बहने : कृ्तिका नक्षत्र (5/31/2011)
- आसमानी मौत के दूत : संभावित रूप से खतरनाक धूमकेतु और क्षुद्रग्रह (6/11/2018)
- इंसुलिन का वह पहला इंजैक्शन (1/11/2021)
- इनसाईट खगोल फोटोग्राफ़र पुरस्कार -2016(Insight Astronomy Photographer of the Year 2016) (9/20/2016)
- उत्तरायण और दक्षिणायन समान क्यों नही (9/28/2018)
- उत्तरी अमेरिका निहारिका (2/13/2011)
- एक नया सुपरनोवा PTF 11kly: सप्तऋषि तारामंडल के पास एक तारे की मृत्यु (8/30/2011)
- एक ब्रह्माण्ड या अनेक ब्रह्माण्ड(Universe or Multiverse) (10/26/2017)
- एक मृत सितारे की कलाकृती (2/3/2007)
- एक साथ छः तारों की मृत्यु (6/17/2011)
- एक सुंदर ग्रह : शनी (1/3/2007)
- एन जी सी 5584: हब्बल स्थिरांक की गणना (4/5/2011)
- एलियन या प्राकृतिक : अंतरिक्ष मे पायी गई विचित्र ध्वनियाँ और संकेत (5/26/2017)
- ऐठी हुयी आकाशगंगा : स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13 (3/5/2012)
- ऐतिहासिक उपलब्धि : ब्लैक होल (श्याम विवर) का प्रथम चित्र (4/10/2019)
- ओमुअमुआ(Oumuamua) : सौर मंडल के बाहर से आया एक मेहमान (11/25/2017)
- ओमेगा सेन्टारी तारा परिवार : तारो का गोलाकार समूह(Globular Cluster) (9/13/2011)
- काल-अतंराल(Space-Time) की अवधारणा (1/12/2007)
- किसी श्याम विवर द्वारा एक तारे को चीरना (1/15/2007)
- केप्लर 452b: पृथ्वी की जुड़वा बहन – पृथ्वी -2 की खोज (7/25/2015)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला :सौर मंडल के बाहर जीवन की खोज को समर्पित वेधशाला (10/31/2018)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला: सूर्य सदृश तारे के जीवन योग्य क्षेत्र मे पृथ्वी सदृश ग्रह की खोज! (12/6/2011)
- कैसा लगता है अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक अकेले रहना… (4/3/2015)
- क्या एलीयन है ? क्या वे पृथ्वी पर आते है? (12/16/2015)
- क्या दक्षिणी गोलार्ध मे चंद्रमा उल्टा दिखेगा ? (5/3/2011)
- क्या प्रकाशगति से तेज संचार संभव है? (4/1/2015)
- क्या रूसी वैज्ञानिको ने एलियन सभ्यता के संकेत ग्रहण किये है ? (8/31/2016)
- खगोल भौतिकी 10 : मेघनाद साहा का समीकरण और महत्व (5/8/2019)
- खगोल भौतिकी 11 : तारों का वातावरण (5/10/2019)
- खगोल भौतिकी 12 : हर्ट्जस्प्रंग-रसेल आरेख(THE HERTZSPRUNG RUSSELL DIAGRAM) (5/12/2019)
- खगोल भौतिकी 13 :सूरज की संरचना – I (5/14/2019)
- खगोल भौतिकी 14 :सूर्य की संरचना 2 – सौरकलंक, सौरज्वाला और सौरवायु (5/16/2019)
- खगोल भौतिकी 16 :युग्म तारा प्रणाली(THE BINARY STAR SYSTEMS) (5/22/2019)
- खगोल भौतिकी 17 : तारों मे चल रही नाभिकिय प्रक्रियायें(NUCLEAR REACTIONS IN STARS) (5/25/2019)
- खगोल भौतिकी 18 :श्वेत वामन(WHITE DWARFS) क्या होते है और वे कैसे बनते है ? (5/27/2019)
- खगोल भौतिकी 21 : सुपरनोवा और उनका वर्गीकरण (6/2/2019)
- खगोल भौतिकी 22 : तारापुंज(STAR CLUSTERS) : सक्षिप्त परिचय (6/4/2019)
- खगोल भौतिकी 23 : आकाशगंगा और उनका वर्गीकरण (6/6/2019)
- खगोल भौतिकी 24 : निहारीकायें और उनके प्रकार( NEBULAE AND THEIR TYPES) (6/8/2019)
- खगोल भौतिकी 29 :खगोलभौतिकी वैज्ञानिक कैसे बने ? (6/20/2019)
- खगोल भौतिकी 30 :खगोलभौतिकी की शीर्ष 5 अनसुलझी समस्यायें (6/25/2019)
- खगोल भौतिकी 4 : खगोलीय दूरी मापन : खगोलीय इकाई(AU), प्रकाशवर्ष(Ly) और पारसेक(Parsec) (4/23/2019)
- खगोल भौतिकी 5 : लालविचलन(Redshift) के तीन प्रकार और उनका खगोलभौतिकी मे महत्व (4/25/2019)
- खगोल भौतिकी 7 : खगोलीय निर्देशांक प्रणाली(CELESTIAL COORDINATE SYSTEMS) (5/2/2019)
- खगोल भौतिकी 8 : खगोलभौतिकी मे परिमाण (MAGNITUDE) की अवधारणा (5/4/2019)
- खगोल भौतिकी 9 : तारों का वर्णक्रम के आधार पर वर्गीकरण (SPECTRAL CLASSIFICATION) (5/6/2019)
- खगोल सॉफ्टवेयर : ब्रह्मांड का आभासी अन्वेषण (7/7/2018)
- खगोलशास्त्रियों को सौर परिवार से बाहर मिले ‘पृथ्वी की तरह’ के सात ग्रह (2/23/2017)
- खूबसूरत आइंस्टाइन वलय (1/10/2012)
- गुरुत्वाकर्षण तरंग की खोज : LIGO की सफ़लता (2/12/2016)
- गुरुत्विय लेंस क्या होता है? (9/27/2014)
- गुरूत्वाकर्षण ट्रैक्टर : पृथ्वी को किसी क्षुद्रग्रह की टक्कर से बचाने का अभिनव उपाय (7/9/2012)
- गैलीलियो गैलीली (2/15/2014)
अंतरिक्ष अभियान
- 2022 की सबसे खूबसूरत तस्वीर : जेम्स वेब अंतरिक्ष वेधशाला(James Webb Space Telescope – JWST) (3/20/2022)
- 4 अक्तूबर 1957 : ‘स्पुतनिक’ का प्रक्षेपण (10/4/2011)
- अंततः मानव अंतरिक्षयान की वापसी : सोयुज का सफल प्रक्षेपण (11/15/2011)
- अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र की ओर निजी कंपनी की प्रथम उड़ान : स्पेस एक्स (5/23/2012)
- अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र के साथ एन्डेवर (7/5/2011)
- अंतरिक्ष मे मानव की चहलकदमी (1/3/2012)
- अंतरिक्ष में अमरीका के प्रभुत्व का का अंत : अटलांटिस सकुशल वापिस (7/22/2011)
- अटलांटिस अपनी अंतिम ऐतिहासिक उड़ान पर रवाना (7/9/2011)
- अनंत समुद्र मे एक छोटे से द्विप पर असहाय से हम : पृथ्वी और चंद्रमा (9/6/2011)
- अपनी अंतिम उड़ान पर ‘डिस्कवरी’ (2/25/2011)
- अपने अंतिम अभियान से एन्डेवर की वापसी (6/2/2011)
- अपोलो 00 :अपोलो अभियान (1/9/2007)
- अपोलो 01 : एक दुर्घटना (2/6/2007)
- अपोलो 04 :सफलता की पहली उडान (2/7/2007)
- अपोलो 05 : चन्द्रयान की उडान (2/8/2007)
- अपोलो 06 : असफलताओ के झटके (2/9/2007)
- अपोलो 07 : मानव सहित प्रथम अपोलो उड़ान (2/10/2007)
- अपोलो 08 : चांद के पार चलो (2/11/2007)
- अपोलो 09 : एक अभ्यास उड़ान (2/12/2007)
- अपोलो 10 : मानव इतिहास का सबसे तेज सफर (2/13/2007)
- अपोलो 11 : मानवता की एक बडी छलांग (2/14/2007)
- अपोलो 11 अभियान के सदस्य रहे माइकल कोलिंस का 90 साल की उम्र में निधन (4/29/2021)
- अपोलो 12 : एक बडा कदम ! (2/15/2007)
- अपोलो 13 : एक सफल असफल अभियान (2/20/2007)
- अपोलो 14 : प्रथम चन्द्र ओलंपिक (3/1/2007)
- अपोलो 16 : चन्द्रमा पर सबसे तेज वाहन (3/3/2007)
- अपोलो 17 : चन्द्रमा पर पहला वैज्ञानिक और अंतिम मानव (3/4/2007)
- अपोलो चंद्र अभियान : एक नन्हा कदम – चंद्रमा पर (1/5/2007)
- अपोलो चंद्रयात्रा षडयंत्र (कांसपिरेसी) थ्योरी (9/3/2018)
- अमरीकी अंतरिक्ष यान ‘एंडेवर’ की अंतिम उड़ान (5/17/2011)
- अलविदा केप्लर : 9 साल तक ग्रहों की खोज के बाद नासा की केपलर अंतरिक्ष वेधशाला का अभियान समाप्त (10/31/2018)
- आदित्य-1: इसरो की सूर्य पर पहुंचने की तैयारी (12/18/2015)
- एक युग का अंत: डिस्कवरी अपनी अंतिम उड़ान से वापिस (3/10/2011)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला :सौर मंडल के बाहर जीवन की खोज को समर्पित वेधशाला (10/31/2018)
- क्या एलीयन है ? क्या वे पृथ्वी पर आते है? (12/16/2015)
- गुरूत्वाकर्षण ट्रैक्टर : पृथ्वी को किसी क्षुद्रग्रह की टक्कर से बचाने का अभिनव उपाय (7/9/2012)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : चंद्रयात्रियों ने चंद्रमा के वातावरण का अभ्यास कैसे किया ? (7/18/2019)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : मानव का यह एक नन्हा कदम, मानवता की एक लम्बी छलांग है। (7/20/2019)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : सोवियत संघ अमरीका से कैसे पिछड़ा ? (7/17/2019)
- चंद्रयान-2 : विक्रम लैंडर की असफ़लता (9/9/2019)
- चांद के पार चलो : चंद्रयान-2 (6/14/2019)
- नासा का मंगलयान ’इनसाइट ’ मंगल पर उतरा (11/27/2018)
- नासा के वर्चस्व का अंत : अंतरिक्ष शटल अटलांटिस की अंतिम उड़ान (7/6/2011)
- न्यु हारीजोइन्स : प्लूटो की यात्रा सम्पन्न कर आगे रवाना (7/20/2015)
- पंख और हथौड़ा मे से पहले ज़मीन पर कौन पहुँचेगा ? (11/8/2011)
- पीएसएलवी सी 17: तीन महिला वैज्ञानिको के हाथ जीसैट 12 की कमान (7/19/2011)
- पृथ्वी के उपग्रह और उनकी कक्षायें(Earth Satellite Orbits) (4/2/2019)
- पृथ्वी के बाहर किसी अन्य ग्रह पर बसने की बेताबी (7/1/2018)
- प्रकाशगति से ब्रह्मांड की यात्रा (7/6/2016)
- प्लूटो : न्यु हारीजोंस की प्लूटो यात्रा पर विशेष भाग 1 (7/14/2015)
- ब्रह्माण्ड की अनंत गहराईयो की ओर : वायेजर 1 (12/14/2010)
- भारत की अग्निपुत्री – डॉ. टेस्सी थॉमस(Missile woman of India – Dr. Tessy Thomas ) (4/18/2016)
- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) (10/24/2016)
- भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई (8/12/2019)
- मंगल की यात्रा पर मानव उत्सुकता (मंगल शोध वाहन ’क्यूरियोसिटी ’) (11/28/2011)
- मंगल ग्रह पर “आपर्च्युनिटी” के सात वर्ष (2/2/2011)
- मंगल शोध वाहन ’स्पिरिट’ के अभियान का अंत: अलविदा ’स्पिरिट’! (5/26/2011)
- मंगलयान : भारत की बड़ी छलांग! (11/5/2013)
- मंगलयान : मंगल की कक्षा मे स्थापित (9/24/2014)
- मानव इतिहास का सबसे सफल अभियान :वायेजर 2 (3/19/2007)
- मानव की पहली अंतरिक्ष उड़ान के 50 वर्ष : 12 अप्रैल 1961-यूरी गागरीन (4/12/2011)
- मानवता का दूत : 20 अरब किलोमीटर दूर जा चुका वायेजर क्या है? (9/13/2017)
- वायेजर 1 : अनजान राहो पर यात्री (3/15/2007)
- वायेजर 1 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर प्रथम मानव निर्मित यान (9/16/2013)
- वायेजर 2 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर द्वितिय मानव निर्मित यान (10/8/2018)
- वायेजर : सूदूर अंतरिक्ष का एकाकी यात्री (3/12/2007)
- विश्व का प्रथम स्थायी अंतरिक्ष स्टेशन मीर (2/20/2017)
- सफलता की उड़ान : GSLV D5 और स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन (1/6/2014)
- सूर्य की ओर मानवता के दूत : एक नजर प्रमुख सौर अभियानो पर (4/28/2017)
- सौर ऊर्जा चालित अन्वेषक यान : जुनो (7/9/2016)
- सौर पाल : भविष्य के अंतरिक्षयानो को सितारों तक पहुंचाने वाले प्रणोदक (3/1/2016)
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1 (6/15/2012)
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1? शायद हां शायद ना ! (6/29/2013)
- सौर मंडल के बाहर की सैर (9/22/2016)
- हमारे वर्तमान ज्ञान के आधार पर पृथ्वी के जैसे ग्रह पर पहुंचने मे हमे कितना समय लगेगा ? (9/9/2015)
- हमारे सौर मंडल के बाहर पदार्थ भिन्न है ! (2/3/2012)
- RLV TD : भारत का अपना अंतरिक्ष शटल, इसरो की सफ़लता (5/23/2016)
अपोलो चंद्र अभियान
- अपोलो 00 :अपोलो अभियान (1/9/2007)
- अपोलो 01 : एक दुर्घटना (2/6/2007)
- अपोलो 04 :सफलता की पहली उडान (2/7/2007)
- अपोलो 05 : चन्द्रयान की उडान (2/8/2007)
- अपोलो 06 : असफलताओ के झटके (2/9/2007)
- अपोलो 07 : मानव सहित प्रथम अपोलो उड़ान (2/10/2007)
- अपोलो 08 : चांद के पार चलो (2/11/2007)
- अपोलो 09 : एक अभ्यास उड़ान (2/12/2007)
- अपोलो 10 : मानव इतिहास का सबसे तेज सफर (2/13/2007)
- अपोलो 11 : मानवता की एक बडी छलांग (2/14/2007)
- अपोलो 11 अभियान के सदस्य रहे माइकल कोलिंस का 90 साल की उम्र में निधन (4/29/2021)
- अपोलो 12 : एक बडा कदम ! (2/15/2007)
- अपोलो 13 : एक सफल असफल अभियान (2/20/2007)
- अपोलो 14 : प्रथम चन्द्र ओलंपिक (3/1/2007)
- अपोलो 15 : चंद्रमा पर तीन दिन (3/2/2007)
- अपोलो 16 : चन्द्रमा पर सबसे तेज वाहन (3/3/2007)
- अपोलो 17 : चन्द्रमा पर पहला वैज्ञानिक और अंतिम मानव (3/4/2007)
- अपोलो चंद्र अभियान : एक नन्हा कदम – चंद्रमा पर (1/5/2007)
- अपोलो चंद्रयात्रा षडयंत्र (कांसपिरेसी) थ्योरी (9/3/2018)
- अलविदा नील आर्मस्ट्रांग. प्रथम चन्द्रयात्री नील आर्मस्ट्रांग का ८२ वर्ष की उम्र मे निधन (8/26/2012)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : चंद्रयात्रियों ने चंद्रमा के वातावरण का अभ्यास कैसे किया ? (7/18/2019)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : मानव का यह एक नन्हा कदम, मानवता की एक लम्बी छलांग है। (7/20/2019)
- चंद्रमा पर मानव के 50 वर्ष विशेष : सोवियत संघ अमरीका से कैसे पिछड़ा ? (7/17/2019)
- चंद्रयान-2 : विक्रम लैंडर की असफ़लता (9/9/2019)
- चांद के पार चलो : चंद्रयान-2 (6/14/2019)
- पंख और हथौड़ा मे से पहले ज़मीन पर कौन पहुँचेगा ? (11/8/2011)
सौरमण्डल
- 15 जून का चंद्रग्रहण- बरेली शहर भारत से (6/20/2011)
- 2 जनवरी 2013 : पृथ्वी सूर्य के समीपस्थ बिंदू पर ! (1/3/2013)
- 20 मई 2012 का कंकणाकृति सूर्यग्रहण (5/22/2012)
- 22 अप्रैल : पृथ्वी दिवस पर हमारी वसुंधरा से जुड़े कुछ मनोरंजक तथ्य (4/22/2013)
- अंतरग्रहीय अभियान : गुरुत्विय सहायता(Gravity Assist) (7/23/2015)
- अंतरिक्ष मे भटकते बंजारे : बृहस्पति के आकार के आवारा ग्रह (5/20/2011)
- आदित्य-1: इसरो की सूर्य पर पहुंचने की तैयारी (12/18/2015)
- आसमानी मौत के दूत : संभावित रूप से खतरनाक धूमकेतु और क्षुद्रग्रह (6/11/2018)
- एक सुंदर ग्रह : शनी (1/3/2007)
- ओमुअमुआ(Oumuamua) : सौर मंडल के बाहर से आया एक मेहमान (11/25/2017)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला :सौर मंडल के बाहर जीवन की खोज को समर्पित वेधशाला (10/31/2018)
- केप्लर अंतरिक्ष वेधशाला: सूर्य सदृश तारे के जीवन योग्य क्षेत्र मे पृथ्वी सदृश ग्रह की खोज! (12/6/2011)
- कैलेंडर, संवंत या पंचांग : एक विवेचन (12/31/2015)
- क्या दक्षिणी गोलार्ध मे चंद्रमा उल्टा दिखेगा ? (5/3/2011)
- क्या पृथ्वी का भविष्य शुक्र जैसे भयावह होगा ? (5/25/2016)
- क्या सौर मंडल मे बृहस्पति से चार गुणा बड़े ग्रह की खोज हो गयी है ? (2/17/2011)
- खगोल भौतिकी 14 :सूर्य की संरचना 2 – सौरकलंक, सौरज्वाला और सौरवायु (5/16/2019)
- खगोल सॉफ्टवेयर : ब्रह्मांड का आभासी अन्वेषण (7/7/2018)
- चंद्रमा की उत्पत्ति की नयी अवधारणा (6/7/2014)
- चांद पर दाग ? (1/13/2007)
- झुलसाने वाला श्याम सूर्य (1/14/2007)
- नासा ने सौर मंडल के जैसे एक और सौर मंडल खोजा : केप्लर 90 (12/15/2017)
- न्यु हारीजोइन्स : प्लूटो की यात्रा सम्पन्न कर आगे रवाना (7/20/2015)
- पराया हो गया सूरज ! (12/1/2010)
- पाताल का देवता और मौत का नाविक (1/22/2007)
- पृथ्वी (1/1/2007)
- पृथ्वी के आकार के ग्रह की खोज! (12/21/2011)
- पृथ्वी के बाहर किसी अन्य ग्रह पर बसने की बेताबी (7/1/2018)
- प्रेम और सुंदरता की देवी (1/20/2007)
- प्लूटो : न्यु हारीजोंस की प्लूटो यात्रा पर विशेष भाग 1 (7/14/2015)
- प्लूटो के नये चंद्रमा की खोज (7/21/2011)
- बृहस्पति,मंगल,बुध और शुक्र एक रेखा मे ! (5/13/2011)
- ब्रह्माण्ड की अनंत गहराईयो की ओर : वायेजर 1 (12/14/2010)
- ब्रह्माण्ड मे पृथ्वी की स्थिति (7/25/2011)
- मंगल की यात्रा पर मानव उत्सुकता (मंगल शोध वाहन ’क्यूरियोसिटी ’) (11/28/2011)
- मंगल ग्रह पर क्रेटर के मध्य स्थित पर्वत कैसे बना? (12/11/2014)
- मंगल पर जल की उपस्थिति के नये प्रमाण (8/9/2011)
- मंगलयान : भारत की बड़ी छलांग! (11/5/2013)
- मंगलयान : मंगल की कक्षा मे स्थापित (9/24/2014)
- महाकाय गुरु (1/18/2007)
- मानव इतिहास का सबसे सफल अभियान :वायेजर 2 (3/19/2007)
- युद्ध का देवता (1/19/2007)
- यूरोपा पर जीवन की संभावनाएं पहले से ज्यादा ! (11/22/2011)
- लुढकने वाला ग्रह (1/16/2007)
- वाणिज्य, व्यापार का देवता (1/21/2007)
- वायेजर 1 : अनजान राहो पर यात्री (3/15/2007)
- वायेजर 1 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर प्रथम मानव निर्मित यान (9/16/2013)
- वायेजर 2 ने रचा इतिहास: सौर मंडल के बाहर द्वितिय मानव निर्मित यान (10/8/2018)
- वायेजर : सूदूर अंतरिक्ष का एकाकी यात्री (3/12/2007)
- विलियम हर्शेल : युरेनस के खोजकर्ता (11/15/2016)
- विशालकाय , महाकाय (2/1/2007)
- शनि और उसके वलय अपनी पूरी छटा मे (3/10/2007)
- शनि के शाही वलय (5/22/2017)
- शनी की छाया मे (1/5/2007)
- शनी की नजर से ! (1/4/2007)
- शुक्र के सूर्य संक्रमण का सीधा प्रसारण (6/6/2012)
- शुक्र ग्रह पर मिले जीवन होने के संकेत (9/15/2020)
- श्वेत श्याम उपग्रह (1/25/2012)
- सुंदरता का राज (1/31/2007)
- सुरज के बौने बेटे (1/23/2007)
- सूरज हुआ मद्धम! (6/17/2011)
- सूर्य अपना द्रव्यमान खो रहा है , लेकिन कैसे ? (7/18/2014)
- सूर्य: धधकते आग के गोले की 8 दिलचस्प बातें (12/11/2015)
- सौर ऊर्जा चालित अन्वेषक यान : जुनो (7/9/2016)
- सौर ज्वाला (12/7/2010)
- सौर मंडल की सबसे बड़ी सूर्य घड़ी (10/18/2011)
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1 (6/15/2012)
- सौर मंडल की सीमा पर वायेजर 1? शायद हां शायद ना ! (6/29/2013)
- सौर मंडल के बाहर की सैर (9/22/2016)
- सौर मंडल मे एक नये ग्रह की खोज ? (12/11/2015)
- सौर मंडल मे नौंवे ग्रह की खोज का दावा (1/21/2016)
- सौरबाह्य(EXOPLANET) ग्रहों की खोज का विज्ञान (9/27/2016)
- सौरमंडल की सीमायें (3/13/2007)
- स्वर्ग का राजा और उसके वलय (2/4/2007)
- हमारे सबसे नजदिक का तारा: प्राक्सीमा सेंटारी (1/2/2007)
- हमारे सौर मंडल के बाहर पदार्थ भिन्न है ! (2/3/2012)
- हीरो वाला निला दानव (1/17/2007)
श्याम विवर/ब्लैक होल(Black Hole)
- तारों का जीवन और मृत्यु (1/26/2007)
- लाखों तारे आसमां मे (12/3/2010)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 12 : श्याम विवर (Black Hole) क्या है? (6/27/2011)
- श्याम विवर(Black Hole) ने तारे को निगला (6/28/2011)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 13 : श्याम विवर के विचित्र गुण (7/4/2011)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 14 : श्याम विवर कैसे बनते है? (7/11/2011)
- ’मंदाकिनी’ आकाशगंगा केन्द्र के दैत्य को जागृत करने जा रहा है एक गैसीय बादल ! (12/16/2011)
- स्ट्रींग सिद्धांत(String Theory) भाग 11 : श्याम विवर (1/24/2012)
- ब्रह्माण्ड की गहराईयों मे श्याम विवर द्वारा एक तारे की हत्या (5/3/2012)
- विज्ञान विश्व को चुनौती देते 20 प्रश्न (9/2/2013)
- अर्ध-प्रकाशगति(149,896 किमी/सेकंड) से घूर्णन करता श्याम विवर (3/10/2014)
- ब्रह्माण्ड की 13 महत्वपूर्ण संख्यायें (7/29/2014)
- श्याम विवर: 10 विचित्र तथ्य (10/26/2015)
- LIGO ने दूसरी बार गुरुत्वाकर्षण तरंग देखने मे सफ़लता पायी (6/16/2016)
- ब्लैक होल की रहस्यमय दुनिया (11/14/2016)
- ऐतिहासिक उपलब्धि : ब्लैक होल (श्याम विवर) का प्रथम चित्र (4/10/2019)
- खगोल भौतिकी 2 : विद्युत चुंबकीय (EM SPECTRUM) क्या है और वह खगोलभौतिकी (ASTROPHYSICS) मे महत्वपूर्ण उपकरण क्यों है ? (4/19/2019)
- ब्लैक होल का चित्र मानव इतिहास की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक क्यों है? (4/27/2019)
- ब्लैक होल: एक झटके में निकली आठ सूर्यो के तुल्य ऊर्जा (9/9/2020)
श्याम ऊर्जा(Dark Energy)/श्याम पदार्थ(Dark Matter)
- श्याम पदार्थ(Dark Matter) (11/3/2006)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 06 : श्याम पदार्थ (Dark Matter) (5/2/2011)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 07 : श्याम पदार्थ (Dark Matter) का ब्रह्माण्ड के भूत और भविष्य पर प्रभाव (5/9/2011)
- श्याम पदार्थ : इन्फ़ोग्राफ़िक (3/10/2017)
- खगोल भौतिकी 30 :खगोलभौतिकी की शीर्ष 5 अनसुलझी समस्यायें (6/25/2019)
- श्याम उर्जा (Dark Energy) (11/2/2006)
- ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 08 : श्याम ऊर्जा(Dark Energy) (5/16/2011)
- श्याम ऊर्जा: बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQ) (10/12/2011)
- ब्रह्मांड का व्यास उसकी आयु से अधिक कैसे है ? (11/7/2016)
भारत संबधित
- आदित्य-1: इसरो की सूर्य पर पहुंचने की तैयारी (12/18/2015)
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- गणितज्ञ कापरेकर : कापरेकर स्थिरांक, कापरेकर संख्या तथा डेमलो संख्या (10/22/2013)
- चंद्रयान-2 : विक्रम लैंडर की असफ़लता (9/9/2019)
- चांद के पार चलो : चंद्रयान-2 (6/14/2019)
- जगदीश चंद्र बोस : आधुनिक भारत के प्रथम वैज्ञानिक (11/30/2015)
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- पीएसएलवी सी 17: तीन महिला वैज्ञानिको के हाथ जीसैट 12 की कमान (7/19/2011)
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- भारत का लिएनार्दो दा विंची : होमी जहाँगीर भाभा (7/5/2014)
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- महान इंजीनियर : मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या (9/15/2015)
- महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (12/22/2017)
- मेघनाद साहा : भारतीय खगोलविज्ञानी (10/6/2016)
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- वह महान वैज्ञानिक जिसने भारत को बैलगाड़ी युग से निकालकर नाभिकीय युग मे पहुंचा दिया (10/30/2018)
- विज्ञान का मिथकीकरण (9/2/2019)
- वैज्ञानिकों का व्यवहार अवैज्ञानिक क्यों? (9/18/2017)
- सफलता की उड़ान : GSLV D5 और स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन (1/6/2014)
- सर चंद्रशेखर वेंकटरमन : आधुनिक युग के महानतम भारतीय वैज्ञानिक (1/7/2016)
- सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर : ‘चंद्रशेखर सीमा’ के प्रस्तावक (10/19/2015)
- हरगोविंद खुराना (1/9/2017)
- RLV TD : भारत का अपना अंतरिक्ष शटल, इसरो की सफ़लता (5/23/2016)
बहुत ही अच्छा लेख है।
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real me amezing i m very impressed by their knowlage
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sir, aap is lekho se ek book book bnakr market me available kyo nhi krwate…..
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प्रयास कर रहा हूँ। समय की कमी है।
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Dear Sir, Plz ur education and profession
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मैने कंप्युटर विज्ञान मे इंजीनियरींग की है। वर्तमान मे साफ़्टवेयर आर्कीटेक्ट का कार्य कर रहा हुं।
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Kya space me aesa bhi koi isthan ho sakta h jo prakash ki gati se gatimaan ho?
Planets bhi toh khi 10000km/hr. Ki gati se gatimaan hoote h.
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कोई भी द्रव्यमान रखने वाला पिंड प्रकाशगति से तेज गति नही कर सकता है।
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सर
कुछ प्रणोदन पर लेख लिखिए ना?
और एक चुम्बकीये ध्रुव पर भी।
Plz..sir
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सर जव माचिस की तिल्ली जलती है तो लो ऊपर की और क्यों जाती है
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माचिस की तीली जलते हुये अपने आस पास की वायु को गर्म करती है। गर्म वायु उपर जाती है, इस गर्म वायु की दिशा लौ को भी उपर की ओर धकेल देती है।
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सर
आपका लेख मुझे बहुत अच्छा लगता है
सर आपसे रिक्वेस्ट है की लेखो को जल्दी जल्दी डाले
सर आप बोले थे की थ्रस्ट पर एक लेख सृंखला लिखेंगे लेकिन अभी तक नही लिखे।
सर इस लेख का मुझे इन्तेजार रहेगा
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space par Jane wala pahla aadmi koun tha
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यूरी गागरीन
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वायु मंडल को कितने अधार पर बाटा गया है?
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वायुमंडल के निचले भाग को (जो प्राय: चार से आठ मील तक फैला हुआ है) क्षोभमंडल, उसके ऊपर के भाग को समतापमंडल और उसके और ऊपर के भाग को आयनमंडल कहते हैं। क्षोभमंडल और समतापमंडल के बीच के बीच के भाग को “शांतमंडल” और समतापमंडल और आयनमंडल के बीच को स्ट्रैटोपॉज़ कहते हैं। साधारणतया ऊपर के तल बिलकुल शांत रहते हैं।
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watt bada hai ki volt
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आप दो अलग अलग चीजो की तुलना कर रहे है, वोल्ट विभवांतर(Potential Diffrence) की इकाई है जबकि वाट विद्युत शक्ति(Power) की!
watt = voltage(विभवांतर) x ampere(विद्युत धारा)
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संधारित्र किसे कहते हैँ
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संधारित्र या कैपेसिटर (Capacitor), विद्युत परिपथ में प्रयुक्त होने वाला दो सिरों वाला एक प्रमुख अवयव है। संधारित्र में धातु की दो प्लेटें होतीं हैं जिनके बीच के स्थान में कोई कुचालक डाइएलेक्ट्रिक पदार्थ (जैसे कागज, पॉलीथीन, माइका आदि) भरा होता है। संधारित्र के प्लेटों के बीच धारा का प्रवाह तभी होता है जब इसके दोनों प्लेटों के बीच का विभवान्तर समय के साथ बदले। इस कारण नियत डीसी विभवान्तर लगाने पर स्थायी अवस्था में संधारित्र में कोई धारा नहीं बहती। किन्तु संधारित्र के दोनो सिरों के बीच प्रत्यावर्ती विभवान्तर लगाने पर उसके प्लेटों पर संचित आवेश कम या अधिक होता रहता है जिसके कारण वाह्य परिपथ में धारा बहती है। संधारित्र से होकर डीसी धारा नही बह सकती।
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O3 aur O2 ne kaun bhaari
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ओजोन (O3) आक्सीजन (O2) से भारी है। दोनो गैसे सारे वायुमंडल मे पायी जाती है लेकिन ओजोन वायुमंडल के निचली सतह पर स्थायी नही रहती है, वह टूटकर आक्सीजन मे बदल जाती है। वायुमंडल की उपरी तहो पर उल्टा होता है, वहा पर पराबैंगनी किरणो के कारण आक्सीजन ओजोन मे बदल जाती है, जिससे वहाँ पर ओजोन का घनत्व अधिक होता है।
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I find ur articles are very informative and enlightening. keepit up have a nice day
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सर एक बात तो माननी पढ़ेगी कि आप बहुत बुद्धिमान है और आपको विज्ञान का काफी ज्ञान पर एक सवाल कि आप करते क्या है ? और सर आपसे एक विनती है की आप हर लेख डालने का टाइम और लिख दीजिया करो जैसे आप लेख के शीर्षक के नीचे अपना नाम लिखते हो वहीँ नाम के बराबर टाइम लिख दीजिया करो इससे लेख पढ़ने में सहूलियत मिलेगी धन्यबाद
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मैं कंप्यूटर इंजीनियर हूँ और साफ्टवेयर में काम करता हूँ। शिक्षा और विज्ञानं के क्षेत्र से दूर। ये वेब साइट मेरा शौक है,अपना खाली समय इसमे लगा देता हूँ।
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सर मुझे लगता है कि आप मेरा प्रेशन सही से समझ नहीं पाये मुझे आप के पास कुछ फ़ोटो भेजने थे जिसके ज़रिये मैं आपको अच्छे से समझा सकूँ फ़ोटो भेजने का कोई उपाय है आप के पास
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ash.shri@gmail.com पर मेल कर दीजिये।
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सर यदि हम किसी विमान( जो समुन्दर तल से 10 किलोमीटर ऊपर उड़ रहा हो ) की 1000 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से बिल्कुल सीधी रेखा में उड़ते रहे तो क्या हम पृथ्वी की सीमा से बाहर जा सके हैं या वो विमान अपने आप मुड़ कर पृथ्वी का चक्कर लगता रहेगा ?
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आपकी ऊंचाई तो पृथ्वी तल के सापेक्ष वही है और पृथ्वी गोल है। विमान पृथ्वी के चक्कर लगाता रहेगा।
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सर इलेक्ट्रान की खोज कैसे की तथा कैसे पता चलता हे की इस तत्व में इतने इलेक्ट्रान होते हे?
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१८९७ में जे जे थॉमसन (J J Thomson) कैथोड़ रे के अध्यन के दौरान इलेक्ट्रान की खोज की थी
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Kitni speed pa gravitation force nae lagaga sir
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हर ग्रह के लिये यह गति अलग होती है, पृथ्वी के लिये ११.२ किमी प्रति सेकेंड है।
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सर, अक्सर सुनने और देखने को मिलता है कि मंदिरो मे भगवान की मूर्तियाँ पानी या दूध पी रहे है। इस मे क्या सच्चाई है। कोई वैज्ञानिक कारण बताए।
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यह केवल एक अफवाह है, स अफवाह की वज़ह से उपजी अराजकता से निपटने के लिये और इसका वास्तविक कारण पता लगाने के लिये राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी संचार परिषद के अध्यक्ष डॉ.नरेन्द्र सहगल के नेत्रत्व में तुरंत एक दल का गठन किया गया जिसने राजधानी के विभिन्न मन्दिरो में भ्रमण कर इस घटना को देखा और यह निष्कर्ष दिया कि इस घटना में कोई चमत्कार नहीं है तथा वैज्ञानिक सिद्धांतों के अनुसार सामान्य घटना है ।इस वैज्ञानिक दल ने बताया कि दूध से भरे चम्मच को जब 90 अंश के झुकाव पर मूर्ति से सम्पर्क किया गया तो प्रतिमा ने दूधपान नहीं किया लेकिन इसके विपरीत चम्मच झुकाने से ऐसा प्रतीत हुआ । वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रत्येक द्रव का पृष्ठ तनाव होता है जो द्रव के भीतर अणुओं के आपसी आकर्षण बल पर निर्भर होता है । जिस पदार्थ के सम्पर्क में यह आता है उस ओर इसका बल हो जाता है । इस घटना में जैसे ही चम्मच में भरा दूध सीमेंट ,पत्थर या संगमरमर से बनी प्रतिमा के सम्पर्क में आया वह उसकी सतह पर फैल गया तब देखने वालों को लगा कि प्रतिमा ने उस दूध को खींच लिया लेकिन जैसे ही दूध मे रंग या सिन्दूर मिलाकर प्रतिमा से लगाया गया बहती हुई दूध की पतली धार दिखती रही ।
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RAT ME JAHAJ KYO PURV se PASCHIM disha ME HI UDATE HA.I
uttar ya dakshin disha me kyo nahi udate hai?
please reply de
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ऐसा कुछ नही है कि रात मे जहाज पुर्व से पश्चिम मे उड़ते है। उनकी उड़ान की दिशा गंतव्य की दिशा होती है, पुर्व से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण या इस का उल्टा भी!
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Sir kya ham aisi gadi bana sakate he Jo grutwakarshan ya graviti pe urja ka punha vapar kar ke chale.
9766176608
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सैद्धान्तिक रूप से हाँ लेकिन तकनिक अभी विकसीत नही है.. शायद 100 साल बाद हो सकता है
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That’s very useful..website to understanding our world time. ,this is very important our life ..bcoz we are knowing more & much knowledge.. so very ..helpful ..thanks so much…I will waiting new post …….
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thanks asish sir
mujha aap ka lakhs bahut acha lagta hi
my deli esako padhata hu
muja D N A se related jankari dhene ki
kreepa kere
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mujhe ye lakhs bahut pas and hi
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कुछ दोस्त बगैर सोचे ही निराधार बहेस करते , सम्पूर्ण मानव सोच की अपनी सीमा है , कुछ बिन्दू ऐसे है कि जिन पर हम विचार नही रख सकते ,पर रखते , यदि किसी से पूछा जाये कि इन्सान अपने दिमाग का अधिकतम 10% इस्तेमाल करता है, यदि वह 100% दिमाग का इस्तेमाल करे तो क्या होगा । तब भी वह अपने विचार रखेगा जबकि विचार रखना सम्भव नही ,क्योकि 10%वाला 100%वाले के स्तर का सोच ही नही सकता । लेकिन कुछ लोग जरुर सोचते कि 100% वाला क्या सोचेगा । शायद कुछ सवाल ऐसे ही 100% वाले दिमाग के लिये है . लेकिन हम 10% दिमाग से उत्तर ढूढेने की कोशिश कर रहे ।
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sir hamari body par kon sa charge hota h
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हमारा शरीर अनावेशित (न्युट्रल) होता है। केवल कुछ परिस्थितियों मे शरीर के कुछ भाग जैसे बाल आवेशित हो जाते है।
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हम खड़ी साइकिल से गिर जाते है, परन्तु चलती साइकिल से नहीं ?????
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चलती साईकिल मे गुरुत्विय केंद्र साईकल के मध्य होता है और वह साइकल को गिरने से बचाता है। यह अवस्था खड़ी साईकल मे भी अभ्यास से प्राप्त की जा सकती है लेकिन कठीन होती है।
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kya yah impossible hai ki agar ham lagatar chalte jaayeto ek time aisa aayega ki ham prithvi se niche gir jaayenge ,if not then please answer me
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यदि आप एक स्थान से लगातार चलते जाये तो आप वापिस उसी स्थान पर पहुच जायेगे क्योकि पृथ्वी गोल है.
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sir jab ham pratvi ke nicle sath per gyege to ulta kyu nhi hote
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क्योंकि आपके पैर के नीचे हमेशा पृथ्वी और उपर आसमान होता है।
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agar hum space me machish ki teeli jalaye toh kya wo jal jayegi ya nahi ager jal jayegi toh aag ki lapat uper ki taraf uthegi or down side please jaldi reply karna.
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अंतरिक्ष मे आक्सीजन नही है, माचीस जलेगी नही। यदि जलती है तो लपट किसी एक दिशा मे ना होकर गोलाकार होगी।
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i likes your posts too much. i want ask a question from you that i have read somewhere galaxies are going away from each other by the velocity = square of their distance it means some of them may be have velocity more than or equal to light. And the velocity is continuously increasing. now the question is how can be moving speed of galaxies continuously increase ?
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इन लेखो को देखे, आपको उत्तर मिल जायेगा
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sir please suggest some motivational books of science and mathamatics in hindi or in english and is any research mazgines in india if yes how can i get it.
sir please answer me.
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sir please suggest some motivational books of science and mathamatics in hindi or in english and is any research mazgines in india if yes how can i get it.
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sir please suggest some motivational books of science and mathamatics in hindi or in english and is any research mazgines in india if yes how can i get it.
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sir but in this book it is written that the two dimsnsional space is it wrong or sir can a repel force be so strong that it can lift
entire earth if ratio of protons and electrons get unbalanced
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sir in the book written by mr. feynman it is said
“that if you were standing at an srm’s
length from someone and each of you have one percent more electrons then protons the repelling force would be so strong it can lift the mass equal to the entire earth” so sir in current carrying wires the the electrons are too much then compared to protons so sir why they have not force to lift the entire earth and second question means what is a two dimansional sphere how can a sphere be
in two dimansion
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1. विद्युत धारा प्रवाह के बावजूद हमेशा प्रोटान और इलेक्ट्रान की संख्या लगभग समान ही होती है।
2.Sphere या गोला यह एक त्रीआयामी वस्तु है, दो आयामो मे तो वृत्त बनेगा।
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sir in many documantries it is said that our universe is expanding and somtimes the speed of expension is greater then the speed of light sir why sometimes happen not every time and how can these galaxies can travel with the speed which is grater then light according to relativity it is impossible and from where the huge amount of energy come and is over star is rotating to some object because our galaxy is spiral and this can be happen if and only if it is rotating to something
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रोहित, इस साईट पर कुछ लेख है, उन्हे देखीये आपके सारे प्रश्नो का उत्तर है
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and sir please post about solar energy its drawbacks its efficiancy and about nature friendly energy sources and about fossil fuels
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प्रयास करता हू
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sir can i do aerospace enggenering .i do not want to teach i just want to get in research .sir is this field of quantum mechanics is diffrent from space science . and is the procedure is same for both
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रोहित, क्वांटम मेकेनिक्स मे किसी भी शोध के लिये के लिये भौतिकी मे स्नातक और परास्नातक होना आवश्यक है। अधिकतर बड़े वैज्ञानिक किसी कालेज मे या शोध संस्थान मे ही मिलेंगे। मै तुम्हारी बात समझ रहा हूं कि तुम्हे शोध करना है लेकिन अध्यापन नही करना है लेकिन वर्तमान मे इसका पर्याय नही है।
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sir i am a very curious person about our existance and about the infinity of space and i am a student of b.sc and i want to study general relativity so what should. i do i want to go in field of research. sir when i start to think about these question i come to starting point, i find noting i need mathmatical base so sir please guide me what should i do.
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रोहित, पहले बी एस सी, भौतिकी और गणित के साथ अच्छे अको के साथ उतीर्ण करो, उसके पश्चात IISC, TIFR जैसे सस्थानो से एम एस सी मे प्रवेश लेने का प्रयास करे…
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sir you say noting is behind the physics laws then why our scientist could not desicribe the soul or in others words the life
they don’t know why humans body stop reacting after death what had lost in them so they can’t react? i think there is physics but where our physical world ends from there spritual world starts. in other words something behind all this ? that can be god do you agree with me
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नही मै नही मानता कि भौतिकी के नियमों के पर कोई आध्यात्मिक विश्व है।
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Sir, is teleport is possible, if it is possible then how?
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पदार्थ का टेलीपोर्टेशन संभव है। जीवीत प्राणीयों के टेलीपोर्टेशन के बारे मे अभी कुछ कहा नही जा सकता।
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बहुत ही ज्ञान वर्धक है,,,मैं तो फिदा हो गया हूँ,,,कभी कभी ,,,आपके विचारो को अपनी फेशबुक की दीवार पर भी प्रयोग कर रहा हूँ,,,आपका बहुत आभार श्रीमान जी
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Sir agr hmary bhrmand m aakrisiht aur prthikrisht krney waley bl mojut h tho y bhrmand ik bindu m kesy simt skta h ya kesy simta
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Sir mney ek nya formula search kiya h jiskey anusar E=(1\R)U AUR V.V=(E)N
y formula kisi prmanu k liy h e =atom enrgy
r=prmanu ki tirijiya
v=elctron ka veg h
aur u and n constant h
iskey anusar nabik k pass E ka man jiyada v nabik k dur km hoga but y kaisa ho skta h
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Sir presents m hamarey rockt ki adiktm speed kitni h kyoki sir ligt ki speed s chlney wala roact bn skta h isk liy marey mn m ik idea h agr aap chaey to m btau
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there is only one way to travel through or faster than the speed of light is as einstein mentioned , the rosen bridge. means if worm hole or black holes may manipulate the matter in waves or some other portable matter. it may possible to travel through speed of light.
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Sir m kb s merey comment deaney ki kosis kr riha hu marey ko pta nhi lag riha ki comment ho gay ki nhi kyoki sir marey ko bi apney vichar shere karne h jo ki sbi sidanto pr bari padegey help me please
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Sir,
One more question please. To prove the time dilation, we have an example of high speed jet and atomic clock. The speed of jet is always is in relative to air. For an observer on the earth, the relative speed will change. When the jet has covered the half circumference of earth, that the jet reached at opposite side of the earth, the relative speed will become zero. How the relative speed is being calculated? We know that the speed will be equal to the “change in distance” / time. And the distance should be measured in between the jet and the observer, which is not constant.
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Sir,
Is there any relationship between ‘dark energy’ and ‘photons’?
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अभी तक तो श्याम ऊर्जा और फोटान मे कोई संबध नही पाया गया है। वास्तविकता तो यह है कि श्याम ऊर्जा और साधारण पदार्थ के कण जिन्हे हम जानते है उनमे कोई संबध ज्ञात नही हो पाया है। हम केवल इतना जानते है कि श्याम ऊर्जा कोई ऐसी ऊर्जा है जिससे अंतराल(space) का विस्तार हो रहा है।
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sir woul u plz aad up some other topic like volcano pressure belt etc in hindi
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आगे इन विषयों पर लिखने का प्रयास करूँगा।
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Aapne mere 26 oct 13 ke sawalon ke nahi diye hai .
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Aapne mere 26 oct 13 ke sawalon ke uttar abhi tak nahi diye hai………
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आशीष मुझे आपकी बात सही लगी,लेकिन यह सिधानत केवल हम जो समझ पाये,मानव के दिमाग कि सिमा तक तो सही हो लेकिन दुसरे माहौल मै बदल जाते हौ?हाँ, इनका बदलना भी किसी नही खोजी हुई भौतिकी का नियम हो सकता है?
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हमारी भौतिकी से अलग भी कई भौतिकी के नियम हो गे ॰ कयोकि हम जो नही जानते वह न हो यह जरूरी तो नही है ना इस पर मैने किताब भी लिखी है. (space the mistery) My Id On Fb Sandeep.jat.3705@fb.com
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भौतिकी से परे कोई सिद्धांत नही है, प्रकृति भौतिकी के नियमों से संचालित है। यह और बात है कि हमारी जानकारी सीमित है, भौतिकी के कई नियम और कई रहस्य हम नही जानते हैं। यह भौतिकी की सीमा नही, हमारी अपनी सीमा है।
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nahi sir bhotiki se pare bahut sare sidhant hai jiska tum, hum ya aur koi (Einsten) kabhi puri tarah analysis nahi kar sakte. kyonki jaise aap kahte hai ki bhotiki ki koi sima nahi hamari hai, hamri sima yahi brahmand ka rahsya nahi sulza pa rahi hai to ye jo brahmand hai kahase utpan hua,( E=MC2) aur kaha tikaye hai, gubara hai to kaha ud raha hai, jad hai esko kon sambhale hai. bdha raha hato eski (E0 Energy badha rahi hogi, aur bahut sare sawal kabhibhi manav mastik ka sahi tarah se samadhan nahi kar payenge kyon…………ye saral bhasa udharan ke sath samjhaye.
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1) Agar Dravaman space me wakrata lata haito gravitation force se prithvi surya ki taraf gol ghumate khichi ja rahi hai kya ?
2) Agar khichi ja rahi to kis gati se ?
3) Agar jaise hi surya aur prithvi ke bich me distance kam hote jayega to gravitational force Distance kam honeke karan
jada badhega kya ?
4) Agar aisa hai to 3 Dimensionanal universe me Big Bang theory ke anusar universe expanding ye jhoot Hai Kya ?
In saare sawalo ke uttar Dijiye……………………….
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आपके प्रश्न का उत्तर इस लेख मे विस्तार से दिया है।
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Aapne mere 24 oct 13 ke sawalon ke uttar to bahut aache diye hai, Aabhar par mere pas abhi kuch sawal hai.
1) Keplar ke niyam kya hai ?
2) Kya mulbhut kan higgs bosan etc se lekar sun, star, black hole, universe etc Round kyo hai ? gati ke karan ya
gravitational force ke karan ya dark energy ke karan ?
3) Aur upar ke sare kan gati karte hai. to ye gati kis bal se nirman hai ?
4) Kya Dark Energy aur Garvitational force ki matra brahmand me saman matara me hai ?
5) Kya samay antaral se alag hai ?
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1.केप्लर के ग्रहीय गति के तीन नियम इस प्रकार हैं –
सभी ग्रहों की कक्षा की कक्षा दीर्घवृत्ताकार होती है तथा सूर्य इस कक्षा के नाभिक (focus) पर होता है।
ग्रह को सूर्य से जोड़ने वाली रेखा समान समयान्तराल में समान क्षेत्रफल तय करती है।
ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा के आवर्त काल का वर्ग, अर्ध-दीर्घ-अक्ष (semi-major axis) के घन के समानुपाती होता है।
2. किसी भी कण या पिंड का गोलाकार आकार गुरुत्वाकर्षण से होता है।
3. कणो की गति चार मूलभूत बलो के प्रभाव से होती है, ये बल है विद्युत चुंबकीय बल, कमजोर नाभिकिय बल, मजबूत नाभिकिय बल और गुरुत्वाकर्षण बल। ज्यादा जानकारी के लिये इसी ब्लाग मे क्वांटम भौतिकी श्रृंखला के लेखों को देखें।
4.श्याम ऊर्जा 74% के आसपास है जबकि गुरुत्वाकर्षण उत्पन्न करने वाला पदार्थ(साधारण 4%, श्याम 22%) 26% ही है।
5. समय और अंतराल(अंतरिक्ष) एक दूसरे से गुंथे हुये है।
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Good work Aziz, I will take look on it.
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