
क्या भविष्य मे 5 अरब वर्ष पश्चात हमारा सूर्य की यह अवस्था होगी ?
यह हेलिक्स निहारीका है जो कि हमारे समीप की सबसे चमकदार “ग्रहीय निहारीका (planetary nebula)” है, एक गैस का विशालकाय बादल जो सूर्य के जैसे किसी तारे की मृत्यु के पश्चात निर्मित होता है। सूर्य के जैसे की मृत्यु के समय उसकी गैस की बाह्य परतें एक विस्फोट के साथ अंतरिक्ष मे फेंक दी जाती है और वह इस तरह की खूबसूरत निहारिका मे परिवर्तित हो जाता है। इस तारे का बचा हुआ केन्द्रक एक श्वेत वामन तारा बन जाता है। इस श्वेत वामन तारे द्बारा उत्सर्जित प्रकाश इतना ऊर्जावान होता है कि उसके द्वारा फेंकी गयी गैस इस प्रकाश मे चमकने लगती है, ठीक किसी नियान-बल्ब के जैसे।
हेलिक्स निहारीका जिसे NGC 7293 भी कहा जाता है, 2.5 प्रकाशवर्ष चौड़ी है तथा हमसे 700 प्रकाश वर्ष दूर कुंभ राशी की ओर है।
प्रस्तुत चित्र अवरक्त प्रकाश के तीन फिल्टरो से लिया गया है। इसे युरोपीयन दक्षिणी वेधशाला( European Southern Observatory) की चीली स्थित पारनल वेधशाला ( Paranal Observatory) की 4.1 मीटर चौड़ी “दृश्य तथा अवरक्त खगोलिय शोध दूरबीन (Visible and Infrared Survey Telescope for Astronomy VISTA)” से लिया गया है।
सर जी जब किसी पेड़ से फल गिरता है तो पृथ्वी पर ही क्यों गिरता है यदि गुरुत्वाकर्षण बल के कारण तो पृथ्वी गुरुत्वाकर्षण बल कहा से प्राप्त करती है
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गुरुत्वाकर्षण द्रव्यमान से उत्पन्न होता है, पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के द्रव्यमान से है।
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सर ये nebula इतने सालो तक कैसे चमक रहा है
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यह बताएं की कोई प्रकाश की गति से एक दिन की अंतरिक्ष यात्रा करता है तो पृथ्वी पर अरबों साल कैसे बीत चुके होंगे क्योंकि यात्रा की गति तेज हुई है समय की नहीं
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तेज गति के साथ समय गति कम होते जाती है।
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क्या इसको अपने जीवन में महसूस किया जा सकता है
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जीवन में महसूस करने आपके पास दो उपाय है 1. अत्याधिक तेज गति(कम से कम प्रकाश का 30%)के यान से यात्रा
2. अत्याधिक गुरुत्वाकर्षण वाले पिंड जैसे ब्लैक होल के पास जाना
कुछ माइक्रो सेकण्ड के लिए अनुभव करना हो तो हर अंतरिक्ष यात्री यह अनुभव कर चुका होता है।
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क्या समय गति कम होने के कारण हमे एक सेकण्ड पृथ्वी के एक सेकंड के ही बराबर महसूस होगा या एक सेकंड कई वर्ष बीतने जैसा महसूस होगा
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समय गति सापेक्ष होती है। आप तेज गति से यात्रा कर रहे तो आपको एक सेकंड आपके लिए एक सेकण्ड जैसा ही होगा लेकिन पृथ्वी पर हजारो बरस गुजर चुके होंगे।
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सर सुबह के समय जब सूर्य उदय होता है तो पृथ्वी से देखने पर दिखाई देता हैं कि वह कैसे ब्राह्ममांड में बिना किसी सहारे के टिका दिखाई देता हैं और किस बल के कारण , जबकि सभी ग्रह गति करते हैं सूर्य नहीं करता है
सूर्य किस प्रकार स्थिर है
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सूर्य भी स्थिर नही है, वह भी आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा कर रहा है। वह सारे सौरमंडल को लेकर आकाशगंगा के केद्र की परिक्रमा कर रहा है।
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