
पृथ्वी से 35 महाशंख (350 quintillion or 350 x 1018 ) ) किमी दूरी अर्थात 350 लाख प्रकाशवर्ष दूरी पर स्थित यह तीन आकाशगंगाओ का समूह सिंह त्रिक (Leo Triplet) कहलाता है!
ब्रह्मांडीय दूरीयो के संदर्भ मे यह एक बहुत छोटी दूरी पर स्थित आकाशगंगाओ का समूह है। यह तीनो आकाशगंगाये हमारी आकाशगंगा ’मंदाकिनी’ के जैसे स्पायरल के आकार की है और एक दूसरे के गुरुत्व से बंधी हुयी है। किसी अंतरिक्ष वेधशाला द्बारा एक ही चित्र मे तीन आकाशगंगाओ को समेट लेना असामान्य है, सामान्यतः वे एक आकाशगंगा पर ही फोकस की जाती है। लेकिन वी एल टी सर्वेक्षण दूरबीन (VLT Survey Telescope (VST)) के 268 मेगापिक्सेल के कैमरे ने यह संभव कर दिखाया है।
कितना खूबसूरत है यह दृश्य! चित्र को पुर्णाकार(चित्र पर क्लीक कर) मे देंखें।
यह चित्र तीन हरे, लाल और अवरक्त फिल्टरो द्वारा लिये गये चित्रो के मिश्रण से बना है। तीनो आकाशगंगायें स्पायरल के आकार की है और अलग अलग अक्षो पर झुकी हुयी है। नीचे दायें की आकाशगंगा M66मे सबसे कम झुकाव है, बायें वाली आकाशगंगा NGC 3628 लगभग 90 अंश पर झुकी होने से एक पतली पट्टी के जैसे दिख रही है, जबकि उपर दायें पर की आकाशगंगा M65 दोनो के मध्य के कोण मे है। NGC 3628 आकाशगंगा के मध्य मे स्थित धूल की गलियाँ कितनी स्पष्ट दिख रही है!
रोचक जानकारी ! ब्लॉगप्रहरी एग्रीगेटर पर प्रकाशित लिंक के माध्यम से यहाँ पहुँचना हुआ.
आश्चर्य है कि आपने ब्लॉगप्रहरी का लोगो अपने ब्लॉग पर नहीं लगाया है. जबकि अन्य छोटे -मोटे लिंक्स दिख रहे हैं .
पसंद करेंपसंद करें
वाकई अद्भुत चित्र है। मैंने उसे बड़ा करके देखा और पाया कि उसमें बैकग्राउंड में सैंकड़ों छोटी आकाशगंगाएँ भी दिख रही हैं। चित्र में दिख रहे बड़े बिन्दु शायद फ़ोरग्राउंड में मौजूद तारे हैं।
पसंद करेंपसंद करें
“35 प्रकाशवर्ष दूरी पर स्थित यह तिन आकाशगंगाओ का समूह”
सिर्फ पैंतीस प्रकाश वर्ष दूर तीन आकाशगंगाएँ? यह बात कुछ हजम नहीं हुई जी।
पसंद करेंपसंद करें
निशांत जी,
गलती सुधार ली है! बस एक शून्य और लाख छूट गया था!
350 लाख प्रकाश वर्ष सही दूरी है!
पसंद करेंपसंद करें
आभार।
——
कम्प्यूटर से तेज़!
इस दर्द की दवा क्या है….
पसंद करेंपसंद करें
अद्भुत चित्र!
पसंद करेंपसंद करें