स्वर्ग का राजा और उसके वलय


युरेनस ,उसके वलय और चन्द्रमा

वलय केवल शनि के पास ही नही है, अन्य गैसीय ग्रह गुरू, युरेनस और नेपच्युन के भी वलय है। इस चित्र मे युरेनस, उसके वलय और चन्द्रमा दिखायी दे रहे है।

यह आधुनिक काल का पहला खोजा हुआ ग्रह है, इसे13  मार्च 1789 मे विलीयम हर्शेल ने खोज निकाला था। यह सूर्य की परिक्रमा लुढकते हुये करता है। ग्रीक मिथको के अनुसार युरेनस स्वर्ग का राजा है।

इस ग्रह का नीला रंग इसके वातावरण मे मिथेन की उपस्थिती के कारण है जो लाल रंग अवशोषीत कर लेती है। यह भी गुरू या शनि के जैसे गैसीय ग्रह (गैस का गोला) है।

इस ग्रह के 11 ज्ञात वलय है जोकी 10 मीटर व्यास तक के धुल कणो से बने है। सबसे ज्यादा चमकदार वलय को एपसीलान वलय कहते है। अधिकतर वलय धुधंले है। शनि के बाद यह पहला ग्रह था जिसपर वलय खोजे गये थे।

शनि के बाद मे युरेनस के सबसे ज्यादा चन्द्रमा है , अब तक कुल 21 चन्द्रमा खोजे जा चुके हैं। अन्य ग्रहो के चन्द्रमा के नामो के विपरीत इसके चन्द्रमाओ के नाम शेक्सपीयर और पोप की रचनाओ से लिये गये है।

इसे नंगी आंखो से देखना मुश्किल है लेकिन बायनाकुलर या छोटी दूरबीन से आसानी से देखा जा सकता है।

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3 विचार “स्वर्ग का राजा और उसके वलय&rdquo पर;

    1. नही। गैसीय ग्रहों के केंद्र में भी एक गुठली होती है जो बर्फ और चट्टानों से बनी होती है। उसके आसपास द्रव हाइड्रोजन भी होती है।

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