
इस चित्र के मध्य मे दिखायी दे रहा लाल-पिले रंग का पिंड एक सम्पूर्ण आकाशगंगा है। लेकिन इस आकाशगंग के चारो ओर निले रंग का वलय क्या है और कैसे बना है ?
यह निले रंग का वलय गुरुत्विय लेंसीग से बनी मृगतृष्णा(mirage) है। इसे आइन्सटाइन वलय (Einstein Ring) कहते है। आइन्सटाइन वलय किसी तारे या आकाशगंगा द्वारा उत्सर्जित प्रकाश के किसी महाकाय पिंड (आकाशगंगा या श्याम विवर) के गुरुत्वाकर्षण द्वारा एक वलय के रूप मे विरूपण से निर्मित होती है।
चित्र के मध्य मे दिखायी दे रही आकाशगंगा के पिछे एक निले रंग की आकाशगंगा है। इस पृष्ठभूमी की आकाशगंगा से उत्सर्जित प्रकाश को सामने वाली आकाशगंगा का गुरुत्वाकर्षण विकृत कर एक वलय का रूप दे रहा है। इस तरह के वलय का पूर्वानुमान आइनस्टाइन ने लगभग 70 वर्ष पहले लगाया था और इसे 2007 मे देखा गया।
यह चित्र एक प्रकाशीय लाल आकाशगंगा(luminous red galaxy) LRG 3-757 का है और इसे हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला के विस्तृत क्षेत्र कैमरा – 3(Wide Field Camera 3) से लिया गया है।
गुररूत्विय लेंसीग के बारे ज्यादा जानकारी के लिये निचे दिये गये लेख पढें।
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