मुझसे यदि यह अनुमान लगाने कहा जाता कि नीचे दी गयी तस्वीर कहां की है मै निश्चय ही मंगल ग्रह कहता। आप क्या सोचते है ?

भूमी का रंग, डरावना भूदृश्य , ज्वालामुखी देखने से लगता है कि समय जैसे ठहर गया है, लाखो वर्षो से कुछ भी नही बदला है…. यह मंगल ही होना चाहीये ! है ना ? नही यह पृथ्वी ही है !
यह तस्वीर अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र के यात्रीयो द्वारा मार्च 2008 मे लिया गया है। चित्र मे दिखाया गया प्रदेश सउदी अरब के हरात खैबर के लावा क्षेत्र है। यह एक नया ज्वालामुखीय क्षेत्र है। यहां पहला ज्वालामुखिय उत्सर्जन 50 लाख वर्ष पहले हुआ होगा लेकिन कुछ ज्वालामुखिय उत्सर्जन दो हजार वर्ष पूराने है।
यह क्षेत्र अत्यंत रूप से शुष्क है लेकिन इस तरह के ज्वालामुखी मे लावा के साथ पानी भी आता है। कुछ समय पहले यहां पर पानी अच्छी मात्रा मे रहा होगा लेकिन किसी कारण से सारा पानी कहीं चला गया ! और छोड़ गया ज्वालामुखिय चट्टाने, रेत और बालु !
बिल्कुल मंगल के जैसे ….।