
कल रात 1 जून 2011, 06.35 UTC पर अमरीकी अंतरिक्ष यान एन्डेवर पृथ्वी पर केनेडी अंतरिक्ष केंद्र फ्लोरीडा मे सकुशल लौट आया। यह एन्डेवर का अंतिम अभियान था।
अपने अंतिम अभियान मे एन्डेवर ने 100 लाख किमी से ज्यादा की यात्रा की। यह अभियान 15 दिन, 17 घन्टे और 51 सेकंड तक जारी रहा। 1992 के अपने पहले अभियान से अब तक इस यान ने २५ उड़ाने की है। इस यान को चैलेन्जर यान की जगह बनाया गया था, जो एक दूर्घटना मे उड़ान स्थल पर ही नष्ट हो गया था। एन्डेवर ने ही 1993 मे हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला की पहली मरम्मत की थी।
एन्डेवर का नाम कैप्टन जेम्स कूक के जहाज के नाम पर रखा गया था। इस जहाज पर जेम्स कूक ने दक्षिणी प्रशांत महासागर मे 1769 मे शुक्र ग्रह का सूर्य पर दूर्लभ ग्रहण देखा था। उसे इन ग्रहण से सौर मंडल के आकार की गणना की आशा थी। एन्डेवर यान इसी परंपरा की एक कड़ी था।
मै एन्डेवर के पृथ्वी पर लौट आने पर उसका स्वागत नही कर पाउंगा क्योंकि अंतरिक्ष यान का घर पृथ्वी नही, अंतरिक्ष होता है।
Is mahatwapoorn jankari ko ham tak pahunchane ka aabhaar.
Sorry, Pahla comment galti se ismen ho gaya, use mita den.
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