यह ‘प्रश्न आपके और उत्तर हमारे’ का पहला भाग है। यहाँ अब 4000 के क़रीब टिप्पणियाँ हो गयी हैं, जिस वजह से नया सवाल पूछना और पूछे हुए सवालों के उत्तर तक पहुँचना आपके लिए एक मुश्किल भरा काम हो सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब ‘प्रश्न आपके और उत्तर हमारे: भाग 2‘ को शुरू किया जा रहा है। आपसे अनुरोध है कि अब आप अपने सवाल वहीं पूँछे।
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1. प्रश्न आपके उत्तर हमारे : सितंबर 1, 2013 से सितंबर 30,2013 तक के प्रश्न और उनके उत्तर
2. प्रश्न आपके, उत्तर हमारे: 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक के प्रश्नों के उत्तर


पृथ्वी पर किसी गतिमान वस्तु की अधिकतम गति कितनी हो सकती है, अधिकतम गति पर वस्तु के अणुओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
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सर जी क्या कोई ग्रह सूर्य से ज्यादा गरम हो सकता हैँ?
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नही! उस स्थिति मे वह स्वयं तारा बन जायेगा।
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सर आप कहते हैँ कि पानी जली हुई हाइड्रोजन हैँ और जली हुई चीँज को दुबारा नहीँ जलाया जा सकता तो फिर पानी मेँ से हाइड्रोजन निकाल के कैँसे जलाया जा सकता हैँ?
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क्योंकि उस अवस्था मे पानी टूटकर आक्सीजन और हायड्रोजन के रूप मे रहेगा। जब आप हायड्रोजन जलायेंगे दो वापिस पानी बन जायेगा। लेकिन इस तरिके फायदा नही होगा क्योंकि हायड्रोजन जलने से मिलने वाली ऊर्जा , पानी से हायड्रोजन निकालने वाली ऊर्जा से कम होगी।
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means total six graho ko nangi aankhon se dekha ja sakta h
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kya prathavi ko nangi aankhon se dekha ja sakta h
total kitne graho ko nangi aankhon se dekha ja sakta h
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बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को आप नंगी आंखो से देख सकते है। बाकि ग्रहो के लिये दूरबीन चाहिये।
पृथ्वी पर तो आप रहते ही है!
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sir muje aap se judne ke liye kya karna hoga
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https://facebook.com/VigyanVishva/ पर मेसेज किजिये
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सर ऐसा सॉफ्टवेयर नही बन सकता जिसे youtube की vedio हिंदी में translate हो जाये क्योंकि हमारे देश में बहुत लोग है जो youtube में हिंदी में vedio देखना पसंद करते है ?
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एक बार विडियो बन गया तो आवाज का अनुवाद अभी नही हो सकता है, यह तकनिक अभी नही है। विडियो बनाते समय यदि हर भाषा की आवाज/सब टाइटल्स सम्मिलित की जाये तो आप ध्वनि और सब टाइटल्स की भाषा का चयन कर सकते है लेकिन यह उस विडियो के निर्माता द्वारा होना चाहिये। विडियो का युटयुब पर अनुवाद कठीन है।
यदि आपने टाटा-स्काय या किसी अन्य सेटटाप बाक्स वाले चैनल पर डिस्कवरी जैसे चैनल देखे होंगे तो आप उनमे भाषा का चयन कर सकते है। इसके लिये डिस्कवरी अपने विडियो मे उन भाषाओ को पहले से ध्वनि और टाइटल्स मे डालकर देता है।
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सर मंगल पर औरत बाली तस्वीर सही है या गलत
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तस्वीर सही है लेकिन वह औरत नही, औरत के जैसे दिखने वाली एक चट्टान मात्र है !
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Prithvi ka gurutwakarshan prithvi ki kitni uchai per khatam Ho jata h ?
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गुरुत्वाकर्षण की शक्ति दूरी के साथ कम होती है लेकिन कभी खत्म नही होती है! चंद्रमा लाखो किमी दूर है लेकिन पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण कारण पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
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श्रीमान जी कृपया अपना मोबाइल नंबर मुझे मेल या मेसेज करे
9672596000
धन्यवाद
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रुपेश, आप मुझसे vigyanvishwa@gmail.com पर संपर्क कर सकते है।
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कुछ प्रागैतिहासिक स्थानो जैसे पेरू की नाज़्कर रेखाओं तथा कुछ पिरामिड्स मे अत्यधिक मात्रा मे विद्युत चुम्बकीय तरगें पायी जाती है। इसका क्या कारण हो सकता है?
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यह केवल अफ़वाह है, पेरू और पिरामिडो मे विद्युत चुंबकीय तरंगे अन्य स्थानो के जैसे ही है। कोई असामान्यता नही है। कुछ कांसपिरेसी थ्योरी वाले(उदा एन्सेंट एलीयन ) अफ़वाह फ़ैलाते रहते है।
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JO ABHI NYE KHABER AAYI HAI KI 14 NOVEMBER 2015 KE 3:00 AM SE 29 NOVEMBER 4:37AM TAK RAT RAHEGI KYO?
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ये खबर केवल अफ़वाह है, विस्तार से इस लिंक पर पढें : https://vigyanvishwa.in/2015/09/05/novblackouthoax/
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क्या हमे अन्तरिश से नौ ग्रह दिखाई देते है?
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बुध, शुक्र, बृहस्पति, मंंगल, शनि नंगी आंखो से देख सकते है। अन्य सभी ग्रहो के लिये दूरबीन चाहिये। यह पृथ्वी पर भी होता है और पृथ्वी के आसपास अंतरिक्ष मे भी।
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अंतर्राष्टीय हिंदी दिवस पर हिंदी भाषामें कार्य करने के लिए विज्ञानं विश्व समस्त परिवार को हार्दिक शुभकामनाये,,,
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internet. website. Google. m. site. dali. usse. site. she. related. page. open. ho. jata. h. to. sir. ye. bataye. ki. computer. m. Google. m. login. site. ko. match. Karne. wale. ka. nam. batao. WO. kya koi. device. ya. soft were. h. uska. naam. batao
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Sir plz batye kitne hise me pani he india ke
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जन्म के समय क्रोमोजोम फिक्स होने के बाद मनुष्य के शारीरिक गुणधर्म कायम हो जाते है क्या मनुष्य प्रयास से उसमे कुछ बदलाव लाया जा सकता है ?
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सैद्धांतिक रूप से अवश्य। लेकिन वर्त्तमान में तकनीक विकसीत नहीं है। भविष्य में संभव है।
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changez khan ke kitne bete the or unka naam kya tha
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Sir india ka kitna hise me pani he
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माना कि उत्पत्ति एक नन्हें से सूक्ष्म विन्दु से विग वैंग से हुई, परन्तु वह नन्हां सा सूक्ष्म विन्दु कहाँ, कैसे, किस दशा में स्थिर था, जहाँ प्राथमिक घटना घटी,…..
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टविज्ञान के पास बिग बैंग होने के 1^-43 सेकण्ड के बाद का ही ज्ञान है। इस समय के पहले क्या था अभी विज्ञान नहीं जानता है। लेकिन सारे प्रमाण यह कह रहे हैं क़ि ब्रह्मांड का जन्म एक बिंदु से ही हुआ होगा।
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सौरमंडलीय रचना स्वचालित है अथवा संचालित के संदर्भ में, आपका उत्तर है कि गुरुत्वाकर्षण से सारा ब्रह्मांड संचालित है,.. तो फिर वही प्रश्न कि गुरुत्वाकर्षण की उत्पत्ति कैसे हुई, ….. और यदि यह उत्तर कि प्रत्येक वह वस्तु, जो द्रव्यमान रखती है उसका गुरुत्वाकर्षण होता है, तो प्रश्न उठता है कि वस्तु कि उत्पत्ति कैसे हुई,
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इसी वेब साइट में ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति लेख है उसे देखें। संक्षेप में आपके प्रश्न का उत्तर है की ब्रह्माण्ड में जो भी कुछ है उसकी उत्पत्ति एक नन्हे से सूक्ष्म बिंदु से बिग बैंग से हुयी है। यह बिग बैंग अंतरिक्ष और समय का विस्तार था जिसमे एक नन्हे बिंदु से ऊर्जा और पदार्थ बने। हमारी जानकारी इस घटना के हपने के 10^-43 सेकण्ड बाद से है इसके पहले क्या था , क्या हुआ एक रहस्य है। भविष्य में शायद हमारे पास उत्तर हो।
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chandrma ko se dusre naam se jana jata hai
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शशि moon luna
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Sir gurutvakirshan bal sabhi balo se kamjor hai to iska matlab chandrma ko bahya bal se apni kaksha se hataya ja sakata hai?
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यह सबसे कमजोर बल है लेकिन सम्मिलित रूप से विशाल हो जाता है। चन्द्रमा हटाने हमें उसके द्रव्यमान के तुल्य शक्ति चाहिए।
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सौरमंडल में गुरुत्वाकर्षण की उत्पत्ति के सन्दर्भ में, उदहारण और परिभाषा देकर आपने सिद्ध किया कि रचनात्मक सारा सब कुछ गुरुत्वाकर्षण के बल पर ही आधारित है, लेकिन [ सौरमंडल में गुरुत्वाकर्षण की उत्पत्ति] कैसे हुई, यह सिद्ध नहीं हो सका, जबकि यही मूल प्रश्न है,..
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kya newton scientist. ki. sabhi. khoj satya. h to. colour. k. naam. likh. do. please. and. complex. number. ka. kahan. use. hota. h
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colour kitne hotel sabhi rang k nam likh do sir
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पृथ्वी कितना साल पुराना है!
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लगभग 4.5 अरब वर्ष
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सुर्य स्थिर है .
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नहीं,सूर्य आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा करता है।
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क्या इसका अर्थ है कि आकाश गंगा के केंद्र में बहुत ज्यादा गुरत्वकर्षण बल है, ??
पर वहाँ है क्या?? क्या हमारी आकाशगंगा ब्रह्मांड में मुक्त बिना किसी पथ के घूम रही है..??
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आकाशगंगा के केंद्र मे एक महाकाय ब्लैक होल है।
हमारी आकाशगंगा भी कुछ साथी आकाशगंगाओ के गुरुत्वाकर्षण मे बंधी है, जिसे लोकल क्लस्टर कहते है, वे एक दूसरे का चक्कर लगा रही है।
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Gravity पर आधारित हिन्दी भाषा की कोइ किताब का नाम बताएं कृपया कर,
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समय का संक्षिप्त इतिहास
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Sir insan se pahle duniya me daynasur ka raj tha kya ye sahi he?
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सौरमंडलीय रचना स्वचालित है, अथवा संचालित ….. यदि स्वचालित है तो उसका सैद्धांतिक आधार क्या है, और यदि संचालित है तो कहाँ से,….
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इसका उत्तर भी गुरुत्वाकर्षण है, यह वह शक्ति है जिससे सारा ब्रह्मांड संचालित है।
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भाई आशीष श्रीवास्तव जी,.. प्रश्न आपके और उत्तर हमारे नामक संदर्भित प्रसंग अति सुन्दर है,,, खगोलीय अनोखी जानकारियां मिलती हैं,, मेरी जिज्ञासा है कि सौरमंडल में गुरुत्वाकर्षण की उत्पत्ति कैसे हुई है,,,
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हर वह वस्तु जो द्रव्यमान रखती है उसका गुरुत्वाकर्षण होता है। यह बल सबसे कमजोर होता है लेकिन मात्रा के साथ मजबूत हो जाता है। उदाहरण के लिये आप या मै या कोई चट्टान या कुर्सी सभी का द्रव्यमान होता है। अर्थात ये सब भी गुरुत्वाकर्षण रखती है, लेकिन द्रव्यमान कम होने से गुरुत्वाकर्षण इतना क्षीण होता है कि उसका कोई असर नही पड़ता। लेकिन पृथ्वी, चंद्रमा या सूर्य जैसे विशाल पिंडो के रूप का द्रव्यमान अधिक होता है और उससे उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण भी प्रभावी होता है। पृथ्वी अपने गुरुत्वाकर्षण से चंद्रमा को खींच रही होती है और वह पृथ्वी का चक्कर लगाने मे मजबूर है। पृथ्वी सूर्य के गुरुत्वाकर्षण मे बंध कर उसका चक्कर लगा रही है। सूर्य आकाशगंगा के केंद्र के गुरुत्वाकर्षण से बंध कर उसका चक्कर लगा रहा है।
लेकिन यह बल इतना कमजोर भी है कि आपका हाथ गुरुत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी पर पड़ी किसी भी वस्तु को उठा लेता है। आप के हाथ का बल पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण पर भारी पढ़ रहा है।
सौर मंडल ही नही, आकाशगंगा, ब्रह्मांड सभी गुरुत्वाकर्षण से संचालित है।
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Sir mera question h ki space kis cheej say bna..
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स्पेस या अंतरिक्ष मूलभूत है, यह किसी अन्य चीज से नही बना है।
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Iska mtlb space hamesha say h pir yai kyu kehte h big bang space bna h
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अंतरिक्ष या स्पेस का एक सबसे महत्वपूर्ण गुण है, समय का अस्तित्व। समय का अस्तित्व बिग बैंग के बाद मे ही आया। इसलिये कहा जाता है कि स्पेस बिग बैंग से बना। इसके पहले स्पेस, समय पदार्थ के अस्तित्व के बारे मे सोचना अर्थहीन है। बिग बैंग के पहले क्या था, इस प्रश्न का कोई उत्तर नही है!
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और स्पेस 3 डायमेंशन का क्यों है और क्या हम बिना स्पेस के उस बिंदु की कल्पना कर सकते है जिसमे बिग बैंग हुआ
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क्या चँद्रमा कृत्रिम उपग्रह हो सकता है?
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नही। यह सब कांसपीरेसी थ्योरी है, वास्तविकता मे चंद्रमा प्राकृतिक उपग्रह है।
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चंद्रमा को जिवाश्म ग्रह क्यो कहा जाता है।
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आपका प्रश्न स्पष्ट नही है। कृपया संदर्भ दे। मेरी जानकारी मे चंद्रमा को जीवाश्म ग्रह नही कहा जाता है।
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बहुत सुंदर वैबसाइट, अभिवादन
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jugnu kyu chamakta h ?
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जुगनू के शरीर में नीचे की ओर पेट में चमड़ी के ठीक नीचे कुछ हिस्सों में रोशनी पैदा करने वाले अंग होते हैं। इन अंगों में कुछ रसायन होता है। यह रसायन ऑक्सीजन के संपर्क में आकर रोशनी पैदा करता है। रोशनी तभी पैदा होगी जब इन दोनों पदार्थों और ऑक्सीजन का संपर्क हो। लेकिन, एक ओर रसायन होता है जो इस रोशनी पैदा करने की क्रिया को उकसाता है। यह पदार्थ खुद क्रिया में भाग नहीं लेता है। यानी रोशनी पैदा करने में तीन पदार्थ होते हैं। इन बातों को याद रख सकते हैं कि इनमें से एक पदार्थ होता है जो उत्प्रेरक का काम करता है। ऑक्सीजन और रोशनी पैदा करने वाले पदार्थ की क्रिया में उस तीसरे पदार्थ की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण होती है। जब ऑक्सीजन और रोशनी पैदा करने वाले पदार्थ की क्रिया होती है तो रोशनी पैदा होती है।
जुगनू प्रकाशोत्पादन के लिये जो रसायन बनाते हैं, उसे फोटोजेन (Photogen) या ल्युसिफेरिन (Luciferin) कहते हैं। फ्रांसीसी वैज्ञानिक डुब्वा (Dubois) को सन् 1887 में रासायनिक विश्लेषण से ज्ञात हुआ कि इसमें दो पदार्थ हैं, ल्यूसिफेरिन और ल्युसिफेरेस (Luciferase)। ल्युसिफेरिन ऑक्सीकृत होकर प्रकाश उत्पन्न करता है और ल्यूसिफेरेस उत्प्रेरक या प्रकिण्व (enzyme) का कार्य करता है। ल्युसिफेरिन गरम होकर नष्ट नहीं होता, किंतु ल्युसिफेरेस गरम होने पर नष्ट हो जाता है। कुछ अभिकर्मकों (reagents) की सहायता से इन दोनों को अवक्षिप्त (precipitate) करके तथा उपयुक्त विलायकों में पुन: विलीन कर इन्हें पृथक् किया जा सकता है। यद्यपि इन दानों को पृथक् किया गया है, फिर भी इनकी यथार्थ रासायनिक बनावट का पता अब तक नहीं चला है। इनको प्रोटीन की जाति में रख सकते हैं।
सन् 1918 में ई एन हार्वी ने प्रयोगों द्वारा सिद्ध किया कि ऑक्सीकरण के बाद ल्युसिफेरिन का प्रकाश समाप्त हो जाने पर उसमें यदि अवकारक मिलाए जायँ तो ल्युसिफेरिन पुन: बन जाता है। प्रकाश उत्पन्न करनेवाले जंतुओं में ऑक्सीकरण और अवकरण की क्रिया क्रमश: हुआ करती है और जंतुप्रकाश उत्पन्न करते रहते हैं।
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इस ब्रह्मांड में हर चीज़ घूम रही है, पर एक निश्चित दिशा में, क्या इसका कारण भी हमारा गुरुत्वाकर्षण बल है..??
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गुरुत्वाकर्षण बल ने ही सभी पिंडो को आरंभिक घूर्णन गति दी है।
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ब्रह्मांड का सबसे बङा तारा
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अब तक की जानकारी के अनुसार वी वाय कानीस मेजारीस
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Gud mor sir. Sir mera sawal yah he ki duniya me insan kaha se aya
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जटिल रासायनिक क्रियाओं से
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कैप्लर के नियम और इनकी गणितीय विवेचना बताईए.
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खगोल विज्ञान में केप्लर के ग्रहीय गति के तीन नियम इस प्रकार हैं –

1.सभी ग्रहों की कक्षा की कक्षा दीर्घवृत्ताकार होती है तथा सूर्य इस कक्षा के नाभिक (focus) पर होता है।
2.ग्रह को सूर्य से जोड़ने वाली रेखा समान समयान्तराल में समान क्षेत्रफल तय करती है।
3. ग्रह द्वारा सूर्य की परिक्रमा के आवर्त काल का वर्ग, अर्ध-दीर्घ-अक्ष (semi-major axis) के घन के समानुपाती होता है।
इन तीन नियमों की खोज जर्मनी के गणितज्ञ एवं खगोलविद जॉन केप्लर (Johannes Kepler 1571–1630) ने की थी। और सौर परिवार के ग्रहों की गति के लिये वह इनका उपयोग करते थे। वास्तव में ये नियम किन्ही भी दो आकाशीय पिण्डों की गति का वर्णन करते हैं जो एक-दूसरे का चक्कर काटते हैं।
केप्लेर के तीनो नियमों का दो ग्रहीय कक्षाओं के माध्यम से प्रदर्शन (1) कक्षाएँ दीर्घवृत्ताकार हैं एवं उनकी नाभियाँ पहले ग्रह के लिये (focal points) ƒ1 and ƒ2 पर हैं तथा दूसरे ग्रह के लिये ƒ1 and ƒ3 पर हैं। सूर्य नाभिक बिन्दु ƒ1 पर स्थित है। (2) ग्रह (१) के लिये दोनो छायांकित (shaded) सेक्टर A1 and A2 का क्षेत्रफल समान है तथा ग्रह (१) के लिये सेगमेन्ट A1 को पार करने में लगा समय उतना ही है जितना सेगमेन्ट A2 को पार करने में लगता है। (3) ग्रह (१) एवं ग्रह (२) को अपनी-अपनी कक्षा की परिक्रमा करने में लगे कुल समय a1^3/2 : a2^3/2 के अनुपात में हैं।
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चन्द्रमा की आन्तरिक संरचना क्या है?
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श्री स्टीफेन हाकिंग की दूसरी पुस्तक The grand design का हिंदी संस्करण आ गया है क्या ? यदि हाँ तो ये किस प्रकाशन से छपी है ? या इसे कहाँ से प्राप्त किया जा सकता है ?
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मेरी जानकारी मे नही आया है, एक बार फ़िर से पता करने का प्रयास करता हुं।
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सुर्य पृथ्बी से कितना बङा है
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व्यास मे सूर्य पृथ्वी से 109 गुणा बड़ा है।
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नहीं. १०९ गुना व्यास है.
1,300,000 गुना आयतन और 333,000 गुना भार है।
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sodium(Na) ki khoj kisane ki hai
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हम्फ्री डेवी Humphry Davy
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earth se planet kyun dikhai nahi dete
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पृथ्वी से गृह दिखाई देते है। आँखों से आप शुक्र मंगल बुध बृहस्पति शनि ग्रह देख सकते है। दूरबीन से युरेनस और नेपच्युन भी।
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आशीष जी कहा जाता है Everything connected to Everything यह कितना सही है
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माइकल शेरमर की ज्योतिष और फ़लज्योतिष के संदर्भ में क्या विचार है कृपया इसकी भी एक पोस्ट कीजिये
धन्यवाद
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Sir Mangal grah par nasa ko jivashm mile kya sahi hai
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मंगल पर जीवाश्म की खबरे केवल अफ़वाहे ही है।
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Sir ek sawal or jo muje bechen karta he ki agar ye tare tutte he to jo saptrisi tarmandal he jo kayi salo se najar ata he en me se aaj tak koi tara kyo nahi tuta.?
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टूटते तारे यह शब्द गलत है वे उल्का पिंड है जो वास्तव में पृथ्वी के पास से गुजरने वाले छोटे छोटे पथ्थर होते है। वे पृथ्वी के वातावरण में आकर जल जाते है और टूटते तारे जैसे लगते है।
सप्तऋषि तारे है और बहुत दूर है। उनमे से हर तारा सूर्य से बड़ा है। उनके टूटने का प्रश्न ही नहीं है।
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Ser parkash ka veg sbse adhik kisme hota he .heera .glass.pani .vecquem
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निर्वात vacuum में
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Sir kya kabi insan suraj pe bi ja payega
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यदि मानब कोई ऐसी वस्तु बना ले जो उसे हजारो डिग्री सेल्सियस तापमान से बचा सके तो अवश्य जा पायेगा।
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Sir. Kya suraj antrikas me gumta he ya fir ek jagah par he gumta he
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सूर्य आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा करता है।
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सर भारत में पहला कंप्यूटर कब और कौन लाया था
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कोलकाता के सांख्यकिय संस्थान( Indian Statistical Institute.) ने सन 1956 मे पहला कंप्युटर लाया गया था। इसका नाम HEC-2M था।
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Sir g mera question hai ki
Prathvi ghoom rahi hai
To taare kyon nahin ghoom rahe hai
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तारे भी घूम रहे है। लेकिन वे इतनी दूर है की हम उनकी गति महसूस नही कर पाते हैं।
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Prathvi pr andhera kbhi Hua he
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नहीं।
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space niranter bda ho reha h y to tbi possible h jab space k bahar kuch alag jagh ho
jese ballon tbi felaga jb uske bahar riktsthan ho ydi khali jagh hi nhi ho to ballon ful nhi skta please answer sir
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sir samay yatra kaise sambhav ho sakta hai.
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Sir mera rply kab aye ga
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sir kya aap se bat nahi ho sakti hai.
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ash.shri@gmail.com पर बात कर सकते हैं।
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to kya sir aise mechanism ke bare me sochana matalab time wast karna hoga ya safalta milne ki umid ki ja sakti hai.
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पिछले तीन सौ वर्षो में बहुत से लोगो ने इस पर काम किया है। सफलता किसी को नहीं मिली है। अब यह सिद्ध है की यह असंभव है। अंगरेजी में इसे perpetual motion कहते है।
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vacuam or space m kiya differance h
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namste sir
क्या यैसी यंत्रावली बनाई जा सक्ती है जिसे एक बार उर्जा दे देने के बाद ओ नीरन्तर चलती रहे|
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नहीं,ये ऊष्मा गतिकी के द्वितीय नियम second law of thermodynamic के विपरीत होगा।
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lekin ham apni mechanism me thermal ka pryog na kare to.
kyo ki second law of thermodynamics keval thermal pe hi to lagu hoga.
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ये नियम हर तरह की ऊर्जा पर लागु होता है।
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Sir koi website jo cosmicology ke bare me hindi me likhte ho?
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इस साइट के अतिरिक्त मेरी जानकारी में कोई अन्य साइट हिंदी में नहीं है।
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prathvi goal hai kyo
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गुरुत्वाकर्षण के कारण। किसी भी पिंड का द्रव्यमान से उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण उसे गोल बनाने का प्रयास करता है। जब यह गुरुत्व पर्याप्त हो जाता है तब वह पिंड गोल हो जाता है।
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bar kiska matrak hota hai.?
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वायुमंडले दबाव का।
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sir,
mera question ye hai ki prithvi or dharti me kya antar hai???
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दोनो एक ही ग्रह के अलग अलग नाम है।
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Sir me yeh janna chahta hu ki Aliens vastab me hote hai ya nahi? hote hain to inka janam kaise hua aur inke jeene ki paristhiti kya hai
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एलीयन का अर्थ है ऐसे जीव जिनका जन्म पृथ्वी के बाहर हुआ हो। ब्रह्माण्ड बहुत विशाल है, इसमे खरबो आकाशगंगा है। हर आकाशगंगा मे अरबो तारे है। हर तारे के कई ग्रह होते है। जिससे यह संभव है कि इनमे से किसी ग्रह पर बुद्धिमान जीव भी हो।
लेकिन अभी तक हम किसी भी ग्रह पर जीवन नही खोज पाये है। एलीयन हो सकते है लेकिन हमारे पास उनके कोई प्रमाण नही है।
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sir aaj bhi gaon me cow ke gober se lipai putai hoti he iske piche kya science he
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गोबर आसानी से उपलब्ध पदार्थ है जिससे फर्श को चिकना किया जा सकता है, इसके अतिरिक्त उसमे और कोई विशेषता नही है।
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Sir kya manovigyan bhi PUNARJANM ko nahi manta?
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नहीं । पुनर्जन्म छद्म विज्ञान के अंतर्गत माना जाता है।
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Sir mujhe ek topic pe jankari chahie- PUNARJANM ke bare me vistar se bataie plz kya yah sahi hai
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विज्ञान पुनर्जन्म को नहीं मानता है।
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Hawan , yagy ka vegyanic mahatv kya he?
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विज्ञान के अनुसार यज्ञ हवन से कोई लाभ नहीं होता है।
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Maine Jana chahta hu ki manusiya ke sarir Mein Aisa Kya Cheez Hai Jis Ke hone par bah kinda rahta h or uske na hone par marjata h 9 7 1 9 4 6 7
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हमारा शरीर बहुत सी कोशीकाओं का एक संगठन है। सारी उम्र तक ये एक दूसरे के सहयोग से कार्य करते रहती है। लेकिन समय के साथ इन कोशीकाओं मे चलने वाली चयापचय प्रक्रिया धीमी होती जाती है और वे कार्य नही कर पाती है, जिसे कोशीका की मृत्यु कहते है। इन मृत कोशीकाओं की जगह नयी कोशीकायें लेते रहती है। वृद्धावस्था मे नयी कोशीकाओं का निर्माण धीमा होते जाता है और एक समय के पश्चात बंद हो जाता है। इस अवस्था मे मानव शरीर के अंग एक के बाद एक सही ढंग से कार्य नही कर पाते है एक समय ऐसे आता है कि शरीर की कार्य प्रणाली ठप्प हो जाती है जिसे शरीर की मत्यु कहते है।
शरीर से कोई चीज या किसी आत्मा के निकलने से मृत्यु नही होती है, मृत्यु होती है शरीर की कोशीकाओं के कार्य ना कर पाने से।
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Muje aapase niche likhe point per jankari chahiye thi.
1) punrjanm
2) ramayan / mahabharat
Ye satya he ki asatya
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विज्ञान के अनुसार पुनर्जन्म के कोई प्रमाण नहीं है। रामायण और महाभारत सत्य घटना हो सकती है लेकिन उसमे वर्णित चमत्कारिक घटनाये विज्ञान के अनुसार सम्भव नहीं है।
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Mera ek normal que hai hum sote samay apna sir uttar ki taraf nhi kr sakte ye kyu aur dakshin ki taraf kyu kare
Plz ans mi
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आपका विश्वास है। कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है।
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kya badal jab samudra sepani uthate h kya usme machhli aati h
agr nhi to
barish hone k bad talab m machhli kanha se aati h
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समुद्री मछली तालाब में नहीं रह सकती। साफ़ पानी और खारे पानी की मछली अलग होती है। तालाब की मछली तालाब में ही पली होती है।
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sir hme ye bataeye ki big bang ke bisfot se pahle kya tha matlab lagabhag 14arab varsh se bhi 100 arab pahle hi big bang visphot kyo nahi huo kya usase pahle es kad me energy nahi thi kya?
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बिग बैंग के पहले कुछ नहीं था। समय भी नहीं। बिग बैंग के पहले का अर्थ ही नहीं है।
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Nahi ka matlab to E=mc2 wrong
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Sir kya chandrma bhi apne aksh par gmata hai?
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हाँ, सभी ग्रह, तारे अपने अक्ष पर घूर्णन करते हैं।
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yes, all planets, all stars, all galaxies, all universs & everything as science knos (Like elementry particles etc) is in contiunusly in motion then swhats are steady. As till science knows elementry particle vs eternal partical, elementry forces vs eternal forces, Standard model vs original model extra …………………..whats are steady in unierse.
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Sir kya hamari galaxy sthir he ya gatiman hai matlab vistar se bataiye ya kya prathvi gol gom rahi ya spiral gumte hue aage bahadh rahi hai?
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ब्रह्माण्ड में कुछ भी स्थिर नहीं है। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करता है।सूर्य आकाशगंगा के केंद्र की। आकाशगंगा भी गतिमान है।
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सर द्रव्यमान और भार दोनों अलग है?तो किसी व्यक्ति का भार 60kg है तो उसका द्रव्यमान कितना होगा? कृपया विस्तार से समझाइये।
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द्रव्यमान स्थिर होता है जबकि भार गुरुत्वाकर्षण पर निर्भर करता है। यदि पृथ्वी पर आपका भार X है तो चन्द्रमा पर X/6 हो जाएगा क्योंकि चन्द्रमा पर गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी का छठा भाग है। द्रव्यमान दोनों जगह समान होगा।
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Taro ki akshey urja ka srot kya h
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हायड्रोजन, लेकिन यह श्रोत अक्षय नहीं है।
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ashish ji kya aap vaigyanik ho .or maine b.tech mechanical se kr rekhi h lekin mera interest space k baare m jaanana h .to ab m kya kru
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गुरविंदर में आई टी क्षेत्र में काम करता हूँ। स्पेस के क्षेत्र में काम करने आप इसरो में प्रयास कर सकते है उन्हें मेकेनिकल इंजीनियर भी चाहिए होते हैं।
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prathve ka revolution sai mausum kyu badalta hai
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पृथ्वी परिक्रमा से नहीं,पृथ्वी के अक्षो के झुकाव से मौसम बदलता है।
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कक्षा में घूमते हुए इलेक्ट्रोन के ऊर्जा मे कमी नही आती है कयों उसमेँ इतनी ऊर्जा कहाँ से आती है?
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न्यूटन का पहले नियम के अनुसार कोई कण बाह्य बल की अनुपस्थिति में हमेशा गतिमान रहता है। इलेक्ट्रान को अनंत ऊर्जा श्रोत की आवश्यकता नहीं होती।
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kiya newton law atom pr apply hote hi
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हाँ
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Sir I am yogesh sahu (class- 12)
my quation-
(1) kya surya(Sun) apne aksh me Ghumti hai
means kya surya apne jagah me ghumti hai…
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हाँ सूर्य भी अपने अक्ष पर घूर्णन करता है।
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Are you sure
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जी हाँ
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Sir mujhe vegyanic banna hai to mai abhi se kaese us chij ke liye khud ko taiyar karu mai abhi isc 1st year me hu plz reply me sir
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अच्छे संस्थान जैसे IISc, TIFR से B Sc, M Sc, PhD करें
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E-MC.C kya yah age jab samay yatra ka aviskar ho jaega to yah samikaran badal jaega ?
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नही, सापेक्षतावाद के अनुसार समययात्रा संभव है, बस तकनिक विकास करने की आवश्यकता है।
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STP, NTP, Aur RTP mn kya antar h? Kya STP, NTP Alag alag h?
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Qutub minar ki shadow nahi banati ye koi teacher hmse puche the aur ans pakshi ya helicopter jaisa hi die the,
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Chandrma par manav ko rahne ke anukul paristhiti kaise aur kab banaya gaya?
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चंद्रमा मानव के रहने के लिये अनुकुल नही है। वहा वायुमंडल, पानी नही है, दिन मे तापमान सैकड़ो डीग्री तथा रात मे तापमान शून्य से भी कम हो जाता है। उसे मानव के रहने लायक बनाने मे कम से कम सौ वर्ष लगेंगे। उस पर मानव बस्तियाँ कांच के विशालकाय गुंबदो के आकर मे बसायी जा सकती है जिसके अंदर वायुमंडल होगी और पृथ्वी के जैसे जीवन सहायक स्थितियाँ। लेकिन यह सब भविष्य मे ही संभव है। वर्तमान मे अगले दस वर्ष तक किसी भी देश की चंद्रमा पर मानव भेजने की कोई योजना नही है।
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Sir, chandrama par manav ab tak kitne bar ja chuke hai?
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नौ उड़ानो मे बारह मानव
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Agar koi koi kisi prakar ka khoj karna chahta ho to use, kisi v sanstha ya sarlar se madad kaise milati h?
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सबसे पहले आप अपने आप को शैक्षणिक रूप से मजबूत करे, B Sc और M Sc करे। यह आपको एक आधार देगा और आप जो भी दावा करेंगे या खोज करेंगे तब आपको विश्वसनियता भी देगा। उसके बाद किसी अच्छे संस्थान जैसे IISc, TIFR से PhD. ये संस्थान आपको स्कालरशीप और अन्य मदद भी करेंगी।
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Qutub minar ka shadow kyon nahi banta?
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किसने कह दिया कि कुतुब मिनार की छाया नही बनती ? आप स्वयं जाकर देख लिजिये, उसकी छाया बनती है।

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Sir, kya 5 arab varsh bad jab sun nasta ho jayega to fir se kabhi ek naye sourmandal ki utpatti hogi.
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Sar अधिक दूरी तय करने से तरंग लम्बाई बढ़ती है और आवृति में कमी आती है तो क्या फोटोंन की ऊर्जा मे कमी आती है?
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एक ही कक्षक मे electon एक दूसरे के विपरीत चक्रण करते हैँ तो वे आपस मे टकराते कयों नहीँ?
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पौली अपवर्जन नियम(Pauli Exclusion Principle) के अनुसार कोई भी दो कण एक साथ एक ही क्वांटम अवस्था(ऊर्जा तथा स्थिति) मे नही रह सकते। यह नियम एक की परमाणु नाभिक की परिक्रमा कर रहे इलेक्ट्रानो की टक्कर से बचाता है।
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हम सो कर उठाने के बाद जम्हाई कयों लेते है?
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जब भी हमारे शरीर को अचानक अधिक आक्सीजन लेने की आवश्यकता होती है तब हमे जम्हाई आती है। नीणद पूरी ना होने पर, सोकर उठने तरोताजा ना होने की अवस्था मे जम्हाई आ सकती है क्योंकि शरीर को तरोताजा होने अतिरिक्त आक्सीजन चाहीये होती है।
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sir hum kaise bolte hai kyu kaise bolte hai to abaj sunai deti hai
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जब भी हम बोलते है तब हमारा कंठ किसी माध्यम जैसे वायु मे तरंग उत्पन्न करता है। जैसे जब आप पानी मे पत्थर फेंकते हो तब जल मे तरंग उत्पन्न होती है ठीक उसी तरह। हमारे कान इन तरगो से कान के अंदर उसी तरह का कंपंन उत्पन्न करते है, इन संंकेतो को मस्तिष्क ग्रहण करता है और हम ध्वनि सुन पाते है।
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यदि कोई छोटा बिजली का बल्ब जलाया जय तो उसमेँ से निकलने वाली प्रकाश किरने कितनी दूरी तय करती हैं य कर सकती है 2km,10km या अंनत?
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अनंत तक, लेकिन दूरी के साथ तरंग दैधर्य मे परिवर्तन होगा और वह दूरी के साथ दृश्य प्रकाश से अवरक्त प्रकाश, उसके माइक्रोवेब, रेडीयो तरंग के रूप मे परिवर्तित होते जाएगा। साथ ही मे दूरी के साथ प्रकाश की दीप्ती भी कम होते जायेगी।
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sir Jab akash me Bijali Chamakti hai to Roshni Pehle Or Awaaz baad me kyun aati hai
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प्रकाश की गति लगभग ३ लाख किमी /प्रति सेकंड है जबकि ध्वनि की गति केवल 336 मीटर/सेकंड है। जिससे बिजली हमे पहले दिखायी देती है और आवाज बाद मे सुनाई देती है।
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Sir, KYA mangal grah par manushya bheja ja raha hai.
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हाँ, मगल पर मानव भेजने की कुछ योजनाये है लेकिन अभी इसमे कम से कम दस वर्ष और लगेंगे।
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SIR INDIA DWARA BHEJA GAYA MANGALYAAN KAHA PAHUCHA HAI, VAH KAB PAHUCHEGA AUR USKA PURPOS KYA HAI.
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मंगलयान को मंगल पहुंचे हुए 11 महीने हो गए।वह सितम्बर 2014 को ही मंगल की कक्षा में पहुँच गया था। उसका उद्देश्य भारत की तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन था।
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सर परमाणु मे नाभिक अपने अक्ष पर घूमता है। क्या प्रोटोन और न्यूट्रॉन अपने अक्ष पर घूमते है?
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नाभिक स्थिर नहीं होता है लेकिन घूर्णन नहीं करता है। प्रोटान और न्युट्रान भी स्थिर नहीं है लेकिन वे घूर्णन नहीं कराटे हैं।
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पलायन वेग सुर्य पर कितना होता हाई
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617.5 किमी/सेकंड
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सर कोई ग्रह य तारा पृथ्वि से कितनी दूरी पर है ये कैस पता किया जाता है? जो दूरियां मापी जाती हैँ क्या वह यथार्थ होती हैं?
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किसी तारे या ग्रह की पृथ्वी से दूरी का मापन उससे आये प्रकाश की तरंग दैधर्य मे होने वाले विचलन से मापी जाती है। तारा जितनी दूरी पर होगा उसके प्रकाश मे उतना अधिक विचलन होगा। यह तकनिक डाप्लर प्रभाव पर आधारित है।
आपने कभी सड़क पर RTO के इंसपेक्टरो को किसी वाहन की गति का मापन एक छोटे से राडारगन से करते देखा होगा। वे भी इसी तकनीक का प्रयोग करते है, लेकिन वे प्रकाश की जगह रेडीयोतरंग का प्रयोग करते है। वे अपनी राडारगन से रेडीयो तरगं को वाहन पर छोड़ते है, जब तरंग उस वाहन से टकराकर लौटती है तब वाहन की गति और दूरी के अनुसार उस रेडीयो तरंग मे विचलन आ जाता है। इस विचलन के मापन से गति और दूरी का मापन हो जाता है।
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आध्यात्म की किताबों मे नकारात्मक तथा सकारात्मक शक्तियों का उल्लेख मिलता है। जिनके अनुसार हमारी सोच का प्रतिकूल प्रभाव हमारे जीवन पर पडता है, क्या इसका कोई वैज्ञानिक आधार है?
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विज्ञान के अनुसार ऐसी किसी भी शक्ति का अस्तित्व प्रमाणित नही है जिसका असर हमारी सोच या जीवन पर पड़्ता है। नकारात्मक तथा सकारात्मक शक्तियों आध्यात्म का विषय है, विज्ञान का नही।
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क्या एलियन और ईश्वर मे कोई सम्बन्ध हो सकता है ?
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हाँ, दोनो ही का अस्तित्व अप्रमाणित है।
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सर ,
प्रथ्वी पर गुरुत्वाकर्षण की तीव्रता सबसे अधिक कहा होती है ?
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उत्तरी ध्रुव के समीप आर्कटिक महासागर मे गुरुत्वाकर्षण सर्वाधिक होता है। गुरुत्वाकर्षण मे ये असमानता, पृथ्वी मे द्रव्यमान के असमान वितरण से उत्पन्न होती है।
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सर क्या जुरुत्वरोधि यान बनया ज सकता है ?
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वर्तमान मे गुरुत्वरोधी यान बनाने के लिये हमारे पास तकनिक नही है। लेकिन यह नही कह सकते कि इसका निर्माण संभव है या नही। शायद भविष्य मे बनाया जा सके।
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sir name the galaxies present in this universe
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आदित्य, ब्रह्माण्ड मे अरबो आकाशगंगाये है। हमारी आकाशगंगा ’मंदाकिनी(Milky Way)’ उनमे से एक है। अन्य मुख्य आकाशगंगाये जो हम देख सकते है उनमे से एन्ड्रोमीडा प्रमुख है, अन्य है, Canis Major Dwarf,Sagittarius Dwarf Sphr SagDEG,Ursa Major II Dwarf, Large Magellanic Cloud (LMC),Boötes I,Small Magellanic Cloud (SMC, NGC 292),Ursa Minor Dwarf इत्यादि।
अपने प्रश्नो के उत्तर प्राप्त करने के लिये धैर्य रखना सीखो और प्रश्न पुछने की तमीज भी। मैने तुम्हारे कई प्रश्न इसीलिये बिना उत्तर दिये हटा दिये है।
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सर computer virus और malware क्या है?और इसका क्या उपयोग है?
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Sr. Har koi Ambulance pe kyu emergency kyu ulta lika hota he
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यदि एम्बुलेंस को सामने वाले वाहन के आगे वाले वाहन से आगे बढ़ना हो तो आगे वाले वाहन के शीशे मे उल्टा लिखा एंबुलेंस सीधा दिखायी देता है।
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vigyaan kya ha sir
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विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है, जो कि किसी अध्ययन के विषय की प्रकृति या सिद्धान्तों को जानने के लिये किये जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिये भी करते हैं, जो तथ्य, सिद्धान्त और तरीकों को प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करती है। इस प्रकार कह सकते हैं कि किसी भी विषय का क्रमबद्ध ज्ञान को विज्ञान कह सकते है। ऐसा कहा जाता है कि विज्ञान के ‘ज्ञान-भण्डार’ के बजाय वैज्ञानिक विधि विज्ञान की असली कसौटी है।
सत्य को असत्य व भ्रम से अलग करने के लिये अब तक आविष्कृत तरीकों में वैज्ञानिक विधि सर्वश्रेष्ठ है। संक्षेप में वैज्ञानिक विधि निम्न प्रकार से कार्य करती है:
(१) ब्रह्माण्ड के किसी घटक या घटना का निरीक्षण करिए,
(२) एक संभावित परिकल्पना (hypothesis) सुझाइए जो प्राप्त आकडों से मेल खाती हो,
(३) इस परिकल्पना के आधार पर कुछ भविष्यवाणी (prediction) करिये,
(४) अब प्रयोग करके भी देखिये कि उक्त भविष्यवाणियां प्रयोग से प्राप्त आंकडों से सत्य सिद्ध होती हैं या नहीं। यदि आकडे और प्राक्कथन में कुछ असहमति (discrepancy) दिखती है तो परिकल्पना को तदनुसार परिवर्तित करिये,
(५) उपरोक्त चरण (३) व (४) को तब तक दोहराइये जब तक सिद्धान्त और प्रयोग से प्राप्त आंकडों में पूरी सहमति (consistency) न हो जाय।
किसी वैज्ञानिक सिद्धान्त या परिकल्पना की सबसे बडी विशेषता यह है कि उसे असत्य सिद्ध करने की गुंजाइश (scope) होनी चाहिये।
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Gravity kam karne ka tarika bataie sar
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गुरुत्वाकर्षण के विपरॉट दिशा में गति कर। इसके अतिरिक्त और कोई उपाय नहीं है।
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SIR MAI N YEAH JAANNA CHAHTA HOON KI BHARAT KI TECHNOLOGY AMERICA SE KITNE SAAL PICHE HAI AUR HAMARI TECHNOLOGY KO USA KE BARABAR KARNE MAIN KITNE SAAL LAGENGE
PLEASE BATAIYE
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मोईन , इस प्रश्न का कोई एक सही उत्तर नही है। कुछ तकनिक मे हम उनके साथ साथ चल रहे है, कुछ तकनीक मे आगे भी है और कुछ तकनीक मे २० वर्ष तक पीछे भी। हमारे साथ तकनीक की समस्या नही है, समस्या है बड़ी जनसंख्या की जिससे तकनीकी विकास हर किसी के पास नही पहुंच पाता है।
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pani se kaise chalta hai motar saikal
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कोई भी मोटर साईकिल पानी से नही चल सकती है। पानी से हायड्रोजन निकाल कर उससे मोटरसाईकल चलाई जा सकती है लेकिन यह तकनिक पेट्रोल से महंगी पड़ेगी।
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Ph ka unit kyo nhi hot hai
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पीएच या pH, किसी विलयन की अम्लता या क्षारकता का एक माप है। इसे द्रवीभूत हाइड्रोजन आयनों (H+) की गतिविधि के सह-लघुगणक (कॉलॉगरिदम) के रूप में परिभाषित किया जाता है। लघुगणक की इकाई नही होती है।
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sir, what is barmuda triangle? And what reason of many accident?
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आपके सभी प्रश्नो का उत्तर इस लेख मे है : https://vigyanvishwa.in/2014/01/13/bermudatriangle/
संक्षेप मे : बरमूडा त्रिभूज मे कोई रहस्य नही है, वहाँ होने वाली दुर्घटनाओं का औसत किसी अन्य जगह से ज्यादा नही है। अपवाहे ज्यादा है सच कम।
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sir prithvi pr gurutvakarsn bal ka kya karan hai???
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सभी पिंड जो द्रव्यमान रखते है उनका गुरुत्वाकर्षण होता है। आप, मै, पत्थर, पहाड़ सभी का गुरुत्वाकर्षण होता है। गुरुत्वाकर्षण की मात्रा द्रव्यमान पर निर्भिर करती है, हमारा द्रव्यमान कम होने से गुरुत्वाकर्षण नगण्य होता है लेकिन पृथ्वी जैसे स्तर पर काफ़ी अधिक होता है।
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SIR, E=MC2 KO SIMPLE EXAMPLE ME BATIYE, , ( 2) KISI BHI PADARTH KA SPEED LIGHT SE ADHIK KYUN NAHI HO SAKTA HAI , AUR AGER HOGA TO WO KAISE,, (3) aur sir ager kisi tare ki duri 2 light years hai , aur hum use dekhte hai to iska matilab hai ki hum uske 2 saal pehle ki sthiti ko dekh rahe hai,, matlab hum uske past ko dekh rhe hai aur wo future mein kahi aur hai,, to kya hum log uske past ko badal kar uske future ko badal sakte hai??
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Sir, Pioneer anomaly hindi me vistarse samjhaiye.
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मानव मस्तिष्क की कैपिसिटी कितनी है? हम अपने दिमाग का कितना प्रतिशत उपयोग करतें है?
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लगभग 2.5 petabytes. हमारा शरीर हमारे मस्तिष्क का 100% उपयोग करता है, इसका ऐसा कोई भाग नही है जिसका कोई कार्य नही है।
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पाच अंकों की बड़ी से बड़ी संख्या जिसमें १२ १८ २१ २८ से भाग देने पर ५ शेष बचें।
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10085
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hmare sr k baal cut jane pr waps ug jate he bt ud jane se waps ku nhi aate.?
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क्योंकि बाल के झड़ने पर उसकी जड़ भी समाप्त हो जाती है। कटने पर जड़ को कुछ नहीं होता हसि।
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Pressure kooker me khana jldi ku pak jata he?
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क्योंकि दबाव के कारण जान को बाष्पीकरन तापमान बढ़ जाता है जिससे खाना जल्दी पाक जाता है।
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sir nirvat aur antriksh me kya antar hai, yadi antar hai to hum antriksh ke liye sare prayog nirvat me kyu karte hai.
vaise sir nirvat me kuchh nahi hota jabki antriksh me to kafi kuchh hota hai.
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निर्वात में कुछ नहीं होता है,शून्य द्रव्यमान घनत्व। लेकिन अंतरिक्ष पूर्णतः निर्वात नहीं होता हाउ, उस में 1हायड्रोजन परमाणु प्रति घन मीटर द्रव्यमान होता है।
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South ko foot (per) karke kyon nahi sona chahiye?
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इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। ये मान्यता केवल भारत में है।
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upagrah siksak ke roop me kya kya kaam kar rahe hai?
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जैसे आप टी वी देखते है उसके कार्यक्रम उपग्रह से प्रसारित होते है। वैसे ही उपग्रह से शिक्षण कार्यक्रम प्रसारित होते है।
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camera goll kyu hota hai…
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चित्र खींचने वाले लेंस गोल आकार में ही सभी कोणों से सही छबि बना सकते है। अन्य आकारो में छवि विकृत बनेगी।
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Sir aeroplane ko jb modte to wo kiske karan mudta h.
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विमान को मोड़ने के लिए उसे एक दिशा में झुका देते है। जिस दिशा में मोड़ना हो उस दिशा के पंख का एक फ्लैप मोड़ दिया जाता है जिससे विमान उस दिशा में झुक जाता है और उससे उस दिशा में मुड़ जाता हसि। मुड़ने के बाद फलैप् सीधा कर देते है। इस प्रक्रिया में विमान की ऊंचाई भी कम हो जाती है।
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द्रव्यमान ऋणात्मक नहीँ होता ,आयतन ऋणात्मक नहीँ होता ,लंबाई ऋणात्मक नहीँ होती तो आवेश किस प्रकार ऋणात्मक हो सकता यदि किसी वस्तु मेंआवेश न हो तो हम उस मेँ से आवेश कैसे निकाल सकते है कृपया विस्तार से समझाइए
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रोशन इलेक्ट्रान का ऋणात्मक होना या प्रोटान के धनात्मक होना प्रतीकात्मक मात्र है। उन्हें आप धन ऋण की बजाय कुछ और नाम दे दो कोई अंतर नहीं आएगा। बस दोनों का आवेश एक दूसरे से विपरीत दर्शाना है। ऐसा ही चुम्बक के उत्तर दक्षिण ध्रुव के साथ भी है,अंतरिक्ष में कोई दिशा नहीं होती है। उत्तर दक्षिण चुम्बक ध्रुव भी बस नाम है।
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Tatv kitane parkar ke hote h
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वर्त्तमान ज्ञान के अनुसार 120 ये संख्या हर वर्ष बढ़ रही है।
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sir nirvat kise kehte hai .
nirvat aur antriksh me kya koi antar hai,yadi han to phir hum antriksh ke liye hone wale sare prayog nirvat me kyu karte hai.
as. prakashgati.
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Speed of light is constant
Bcoz acc to the law of addition of velocities
If we add such high speed like c
We can not get 2c
We will get c
Another if we move with speed of light
Our mass will becomes infinite
So material will not exist
If want to know some other regarding light plz offer ur comments
Thanks
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sir yadi hings bosan mil gaye hai to kya ye jana ja chuka hai ki brahamand kaise bana hai. aur hings bosan se aur kya fayade ho sakte hai.
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हिग्स बोसान ब्रह्माण्ड की कई अनसुलझी पहेली मे से एक पहेली था जिसे सुलझा लिया गया है लेकिन अभी बहुत सी अन्य अनसुलझी पहेलीयाँ है। जिसमे क्वांटम गुरुत्वाकर्षण भी है।
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sir hings bosan yadi mil gaya hai to kya ye v jana ja chuka hai ki brahamand ka nirmad kaise huva tha. aur es hings bosan se aur kya fayade ho sakte hai?
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deepak,tumne kaafi sahi anumaan lagaya hawa ke bare me
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sir g kya hava dikae na dene ka ye kard nahi ho sakta ki-hava ke adu ki gati itni tej hai ki usase takaraakar hamari aakho par aane vali prakash se pahale hi ve adu apni jagah se teji se hat ja rahi ho.
example-yadi fres vatavarad me ham tarch ko uper kar ke on kare to hame kuch nahi dikhae deta hai yadi uske andar se koe chij gujar jaye to o hame dikhae deti hai fir yadi usi chij ko bahut teji se gujara jaye jitne ki us chij se prakash takarakar aane se pahale hi vo chij tarch ke light se nikal jaye to ve hame dikhae nahi degi. kya aisa ho sakta hai sir.
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sir uarja ko mass me kaise badalaa ja sakta hai?
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परमाणु विखंडन में पदार्थ को ऊर्जा में बदला जाता है। यह क्रिया परमाणु बम,परमाणु रिएक्टर में बिजली निर्माण में होती है। इस क्रिया में किसी बड़े परमाणु जैसे यूरेनियम को तोडा जाता है वह दो छोटे परमाणु में टूट जाता है लेकिन कुछ भाग ऊर्जा में बाफला जाता है।
एक अन्य प्रकार परमाणु संलयन में दो परमाणु जुड़कर बड़ा परमाणु बनाते है उसमे भी कुछ पदार्थ ऊर्जा में बदलता है। यह प्रक्रिया हायड्रोजन बम और सूर्य तारो में होती है। उदाहरण के लिए हायड्रोजन के परमाणु मिलकर हीलियम और ऊर्जा बनाते हैं।
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sir kabhi-kabhi aasman me lagabhag 10mi ki hight pe jalti hue koe choti si chij badi teji se bhagti hue dekhi jati hai jo samay ke sath katm ho jati hai.to sir eske bare me hame bataye.
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उसे उल्का कहते है। वे अन्तरिक्ष से आये चट्टान के टुकड़े होते है जो पृथ्वी के वातावरण में जलने लगते है। अधिकतर जमीन तक पहुंचने से पहले ही जल जाते है।
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सर यदी काला रंग रंगो का अनुपस्थीती है तो ये भी सत्य होना चाहीये कि कितने भी अलग-अलग रंगो को मीलाकर काला रंक नही बनाया जा सकता है, शिवाय काले रंक के|
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हाँ।
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Sir veg aur gati ka man alag alag kaise hota hai
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वेग में दिशा का भी ध्यान रखा जाता है गति में नहीं।
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sir warmhole kise kehte hai
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Raat ko safed bhojan jese doodh khir aadi nahi khana chahiyen iska vegyanik tark kya h
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इसके पीछे कोई ज्ञात वैज्ञानिक कारण नही है।
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sir !
hamare shareer me se koun si chij hai jo nikalane ke karan hamari death ho jati hai aur use hum q nhi dekh sakte akhir yh death ka sach hai kya kya hamare shareer me kisi prakar ke padarth ki kami ka paridam hote hai
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हमारा शरीर बहुत सी कोशीकाओं का एक संगठन है। सारी उम्र तक ये एक दूसरे के सहयोग से कार्य करते रहती है। लेकिन समय के साथ इन कोशीकाओं मे चलने वाली चयापचय प्रक्रिया धीमी होती जाती है और वे कार्य नही कर पाती है, जिसे कोशीका की मृत्यु कहते है। इन मृत कोशीकाओं की जगह नयी कोशीकायें लेते रहती है। वृद्धावस्था मे नयी कोशीकाओं का निर्माण धीमा होते जाता है और एक समय के पश्चात बंद हो जाता है। इस अवस्था मे मानव शरीर के अंग एक के बाद एक सही ढंग से कार्य नही कर पाते है एक समय ऐसे आता है कि शरीर की कार्य प्रणाली ठप्प हो जाती है जिसे शरीर की मत्यु कहते है।
शरीर से कोई चीज या किसी आत्मा के निकलने से मृत्यु नही होती है, मृत्यु होती है शरीर की कोशीकाओं के कार्य ना कर पाने से।
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sir 100% pardarshi kya hota hai.
.
sath hi sir ye baat samajh me nahi aayi ki hawa ke adu door hone ki wajah se usse paravartit prakash hamari aankho tak nahi pahuchta.
kyu nahi pahuchta, aur yadi nahi pahuchta to hawa bhi pardarshi hui.
please ans.
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Dear sir.
The word spirit (atma) is real or not …if yes then why scientists have not known about it……………..?
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परमाणु में प्रोटॉन और neutron चिपके हुए रहते हैै या अलग अलग रहते है।
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कोई भी दो कण एक दूसरे के ज्यादा समीप नही आ सकते। परमाणु केंद्रक मे प्रोटान और न्युट्रान होते है। वे एक दूसरे से चिपके तो नही लेकिन काफी निकट होते है।
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sir muj jo ye btho ke ashi kon se machine ha ke jo ya vastho jo aakash me ak he jghe ruk he rha sakthi ho jo ke ( jashi aasman me helicopter ko rok na pr vo jyda time nhi ruk saktha ) mjo asha kuch btho jo 25 year ashman me he ruka rha ( jashi set alight hothi ha vo aakeha me gumthi ha mjko je btho aakesha me ashi kon shi machine ha jo vha ruke rha jya ………i am ankur sharma
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अंकुर भू-स्थानिक कक्षा के उपग्रह(Geo Stationary Satelite) पृथ्वी के सापेक्ष एक ही जगह स्थिर रहते है।
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sir kanch pardarshi hota hai fir hame dikhta kyu hai
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कोई भी वस्तु प्रकाश के साथ तीन तरह के व्यवहार करती है, कुछ भाग परावर्तित करती है, कुछ भाग अपवर्तित करती है और कुछ भाग का शोषण करती है। कोई भी वस्तु उस समय दिखायी देती है, जब वह प्रकाश का परावर्तन करती है। पुर्णत पारदर्शी वस्तु को 100% प्रकाश अपवर्तित करना चाहिये। कांच अधिकतर भाग अपवर्तित करता है लेकिन 100% नही, वह कुछ भाग परावर्तित भी करता है, इसलिये वह हमे दिखायी देता है।
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sir jo padarth gne kala dikhae deti hai ve prakash ko avasosit kar leti hai to fir hame dikhae kaise deta hai. Kyo ki padarth ko dekhane ke liye gamare aakho to paravartan prakash ka aana hota hai. yadi ve purd aavsosit nahi kar pati to fir hme kyo kala hi dikhae deti hai koe any rang kyo nahi.
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काला कोई रंग नही है; उसका अर्थ है रंग की अनुपस्थिति
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padarth kisr kahte h
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रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान में पदार्थ (matter) उसे कहते हैं जो स्थान घेरता है व जिसमे द्रव्यमान (mass) होता है। पदार्थ और ऊर्जा दो अलग-अलग वस्तुएं हैं। विज्ञान के आरम्भिक विकास के दिनों में ऐसा माना जाता था कि पदार्थ न तो उत्पन्न किया जा सकता है, न नष्ट ही किया जा सकता है, अर्थात् पदार्थ अविनाशी है। इसे पदार्थ की अविनाशिता का नियम कहा जाता था। किन्तु अब यह स्थापित हो गया है कि पदार्थ और ऊर्जा का परस्पर परिवर्तन सम्भव है। यह परिवर्तन आइन्स्टीन के प्रसिद्ध समीकरण E=m*c2 के अनुसार होता है।
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Sir, QGIS (quantum geographical information system) software hai uske bare me batao..
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sir abhi pata chala hai ki mangal par mahila ko dekha gaya hai es bat me kitni sachae hai sir.
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अभी तक मंगल ग्रह पर जीवन के कोई प्रमाण नही मिले है। वहा पर बैक्टेरीया भी नही मिला है, महिला तो बहुत दूर की बात है।
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sir moon pe sabse jyada kon si gas pai jati h
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सतह पर कोई भी नही! चंद्रमा पर वायुमंडल नही है।
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मै कभी कभी कुछ प्रश्नो को छुपा देता हुं , जब प्रश्न का उत्तर लिख कर प्रकाशित कर दूं तो उसे पुनः प्रकाशित कर देता हुं। इससे मुझे यह जानने मे आसानी होती है कि किन प्रश्नो का उत्तर देना बाकी है। प्रकाशित प्रश्न छूट जाते है, अप्रकाशित प्रश्न मुझे अलग सूची मे दिखायी देते है।
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sir, plz reply kariye,,,
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sir hamri eyes kitne mega pixel ki hoti hai or hum apni eyes se kitne dur tak dekh sakte hai????
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576 megapixels
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agar sir alian earth par aa jae to unse hum ko koi effect to nahi ho sakta hai?
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एक उदाहरण देता हुं, 16 वी सदी मे युरोपीयन ने अमरीका को खोज निकाला, उस समय वहाँ पर लगभग 10 करोड़ आदिवासी(रेड इंडीयन, माया) लोग थे। आज कुछ हजारो मे ही बचे है, अधिकतर युरोपियन से युद्ध मे, युरोपियन द्वारा लाई गयी बिमारीयों से मारे गए। उन बेचारो मे युरोपियन की बिमारीयों से बचने प्रतिरोधक क्षमता ही नही थी। जिन बिमारीयों से युरोपियन को कुछ नही होता था, वे ही रेड इंडीयन के लिये जानलेवा थी।
बस एलीयन के पृथ्वी पर आने से ऐसा ही हो सकता है।
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मेरा सवाल यह है कि magnetic field कैसे निर्मित होता है ?? क्या सभी ग्रहों पर magnetic field होता है ?
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Kya proton ko Kishor si ne dekha hai
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ये लेख देखे :
https://vigyanvishwa.in/2012/04/23/qpad/
https://vigyanvishwa.in/2012/04/30/qppd/
https://vigyanvishwa.in/2012/05/07/qppa-2/
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men hol k dhakkan gol kiu hote h
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गोल ही अकेला ऐसा आकार होता है जो मेन होल के अंदर आड़ा तीरछा करने पर भी नही जा सकता। बाकी अन्य आकार आड़ा तिरछा करने पर मेन होल के अंदर जा सकते है।
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Ok sir pir space aur nothing mai kya different hota h yadi space mai light nhi hoti to nothing aur space mai kuch bhi different nhi hota kyuki bina energy k space mai अंधेरा hoga aur nothing mai bhi..
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sir can u tell me about earthquek
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ये लेख पढ़ें : https://vigyanvishwa.in/2015/04/27/earthquack/
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Sir hydrogen kya hota h
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हाइड्रोजन (उदजन Udajana) (Hydrogen) एक रासायनिक तत्व है। यह आवर्त सारणी का सबसे पहला तत्व है जो सबसे हल्की भी है। ब्रह्मांड में (पृथ्वी पर नहीं) यह सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जात है। तारों तथा सूर्य का अधिकांश द्रव्यमान हाइड्रोजन से बना है। इसके एक परमाणु में एक प्रोट्रॉन, एक इलेक्ट्रॉन होता है। इस प्रकार यह सबसे सरल परमाणु भी है।
प्रकृति में यह द्विआण्विक गैस के रूप में पाया जाता है जो वायुमण्डल के बाह्य परत का मुख्य संघटक है। हाल में इसको वाहनों के ईंधन के रूप में इस्तेमान कर सकने के लिए शोध कार्य हो रहे हैं।
हाइड्रोजन एक गैसीय पदार्थ है जिसमें कोई गंध, स्वाद और रंग नहीं होता। यह सबसे हल्का तत्व है (घनत्व 0.09 ग्राम प्रति लिटर)। इसकी परमाणुसंख्या 1, संकेत (H) और परमाणुभार 1.008 है। यह आवर्तसारणी में प्रथम स्थान पर है। साधारणतया इससे दो परमाणु मिलकर एक अणु (H2) बनता है। हाइड्रोजन बहुत निम्न ताप पर द्रव और ठोस बनता है। द्रव हाइड्रोजन – 253° से. पर उबलता और ठोस हाइड्रोजन – 258 सें. पर पिघलता है।
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sir, brahmand ke bahar kya hai? Plz tell me??
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void, रिक्त स्थान, वहाँ ना पदार्थ है ना समय।
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sir kis type ka rikt sthan?? Koi vyavharik example bataye
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Lakin empty space to big bang say bna to yai aap kaise khe sakte ho ki universe say bahar empty space h
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नीरज, void के समानार्थी सही हिंदी शब्द मुझे याद नही आ रहा है। इसका अर्थ होता कुछ नही, शून्य, अनिश्चित। ब्रह्माण्ड के बाहर कुछ नही है।
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Namste sir. Mera ek sawal hai kay aliyan wkiy me hote hai ???
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एलीयन हो सकते है। पृथ्वी के बाहर भी अरबो तारे है उनके भी खरबो ग्रह है। संभव है कि उनमे से किसी ग्रह पर बुद्धिमान जीवन हो। लेकिन उन एलीयन का पृथ्वी पर आना लगभग असंभव है।
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kya din me sona hanikar h
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15-20 मिनट की झपकी हानिकारक नही है लेकिन दिन मे उससे ज्यादा सोना अवश्य हानिकारक हो सकता है। हमारे शरीर की जैविक घड़ी दिन मे सोने से गड़बड़ा जाती है।
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Sar plz hame a btaeye ki Vigyan ki pribhasa kya hai
and scienc ka fula farm kya hai
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विज्ञान वह व्यवस्थित ज्ञान या विद्या है जो विचार, अवलोकन, अध्ययन और प्रयोग से मिलती है, जो कि किसी अध्ययन के विषय की प्रकृति या सिद्धान्तों को जानने के लिये किये जाते हैं। विज्ञान शब्द का प्रयोग ज्ञान की ऐसी शाखा के लिये भी करते हैं, जो तथ्य, सिद्धान्त और तरीकों को प्रयोग और परिकल्पना से स्थापित और व्यवस्थित करती है। इस प्रकार कह सकते हैं कि किसी भी विषय का क्रमबद्ध ज्ञान को विज्ञान कह सकते है। ऐसा कहा जाता है कि विज्ञान के ‘ज्ञान-भण्डार’ के बजाय वैज्ञानिक विधि विज्ञान की असली कसौटी है।
सत्य को असत्य व भ्रम से अलग करने के लिये अब तक आविष्कृत तरीकों में वैज्ञानिक विधि सर्वश्रेष्ठ है। संक्षेप में वैज्ञानिक विधि निम्न प्रकार से कार्य करती है:
(१) ब्रह्माण्ड के किसी घटक या घटना का निरीक्षण करिए,
(२) एक संभावित परिकल्पना (hypothesis) सुझाइए जो प्राप्त आकडों से मेल खाती हो,
(३) इस परिकल्पना के आधार पर कुछ भविष्यवाणी (prediction) करिये,
(४) अब प्रयोग करके भी देखिये कि उक्त भविष्यवाणियां प्रयोग से प्राप्त आंकडों से सत्य सिद्ध होती हैं या नहीं। यदि आकडे और प्राक्कथन में कुछ असहमति (discrepancy) दिखती है तो परिकल्पना को तदनुसार परिवर्तित करिये,
(५) उपरोक्त चरण (३) व (४) को तब तक दोहराइये जब तक सिद्धान्त और प्रयोग से प्राप्त आंकडों में पूरी सहमति (consistency) न हो जाय।
किसी वैज्ञानिक सिद्धान्त या परिकल्पना की सबसे बडी विशेषता यह है कि उसे असत्य सिद्ध करने की गुंजाइश (scope) होनी चाहिये।
SCIENCE का कोई Full Form नही है।
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sir atom ki bahari kakshao mein chakkar lagane wale electron ki speed kya hoti hai
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किसी परमाणु की कक्षा मे इलेक्ट्रान की गति लगभग 2.2*10^6 m/s होती है।
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sir, is dharti ke neche kya kya hai detail me bataiyega please sii
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ये लेख देखे : https://navgrah.wordpress.com/2010/12/17/earth/
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शरीर का कौनसा भाग औषधियॊं कॊ पचाता हैं
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अभी खादय पदार्थ(औषधि समेत) का पाचन का कार्य आमाशय मे होता है तथा अवशोषण का कार्य आंतो मे।
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sir please bataiye ki hame hawa dikhayi kyu nahi dati?
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हवा के अणुओं के मध्य बहुत जगह रिक्त होती है। उससे टकराकर प्रकाश हमारी आंखो तक नही आ पाता इसलिये वह हमे दिखायी नही देती है।
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Sar aap ne mere parsann ka javab nahi diya
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SIr ,
ye jyotish kuch bate sahi kese bata dete he?
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Camputer ki pribhasa kya hai
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कंप्यूटर (अन्य नाम – संगणक, कंप्यूटर, परिकलक) वस्तुतः एक अभिकलक यंत्र (programmable machine) है जो दिये गये गणितीय तथा तार्किक संक्रियाओं को क्रम से स्वचालित रूप से करने में सक्षम है। इसे अंक गणितीय, तार्किक क्रियाओं व अन्य विभिन्न प्रकार की गणनाओं को सटीकता से पूर्ण करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से निर्देशित किया जा सकता है. चूंकि किसी भी कार्य योजना को पूर्ण करने के लिए निर्देशो का क्रम बदला जा सकता है इसलिए संगणक एक से ज्यादा तरह की कार्यवाही को अंजाम दे सकता है। इस निर्देशन को ही कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग कहते है और संगणक कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा कि मदद से उपयोगकर्ता के निर्देशो को समझता है। यांत्रिक संगणक कई सदियों से मौजूद थे किंतु आजकल अभिकलित्र से आशय मुख्यतः बीसवीं सदी के मध्य में विकसित हुए विद्दुत चालित अभिकलित्र से है। तब से अबतक यह आकार में क्रमशः छोटा और संक्रिया की दृष्टि से अत्यधिक समर्थ होता गया हैं। अब अभिकलक घड़ी के अन्दर समा सकते हैं और विद्युत कोष (बैटरी) से चलाये जा सकते हैं। निजी अभिकलक के विभिन्न रूप जैसे कि सुवाह्य संगणक, टैबलेट आदि रोजमर्रा की जरूरत बन गए हैं।
परंपरागत संगणकों में एक केंद्रीय सञ्चालन इकाई (सीपीयू ) और सूचना भन्डारण के लिए स्मृति होती है। सञ्चालन इकाई अंकगडित व तार्किक गड़नाओ को अंजाम देती है और एक अनुक्रमण व नियंत्रण इकाई स्मृति में रखे निर्देशो के आधार पर सञ्चालन का क्रम बदल सकती है। परिधीय या सतह पे लगे उपकरण किसी बाहरी स्रोत से सूचना ले सकते है व कार्यवाही के फल को स्मृति में सुरक्षित रख सकते है व जरूरत पड़ने पर पुन: प्राप्त कर सकते हैं।
एकीकृत परिपथ पर आधारित आधुनिक संगणक पुराने जमाने के संगणकों के मुकबले करोडो अरबो गुना ज्यादा समर्थ है और बहुत ही कम जगह लेते है| सामान्य संगणक इतने छोटे होते है कि मोबाइल फ़ोन में भी समा सकते है और मोबाइल संगणक एक छोटी सी विद्युत कोष (बैटरी) से मिली ऊर्जा से भी काम कर सकते है। ज्यादातर लोग “संगणकों” के बारे मे यही राय रखते है की अपने विभिन्न स्वरूपों में व्यक्तिगत संगणक सूचना प्रौद्योगिकी युग के नायक है। हालाँकि सन्निहित संगणक जो की ज्यादातर उपकरणों जैसे कि एम.पी.३ वादक, वायुयान व खिलौनो से लेकर औद्योगिक मानव यन्त्र में पाये जाते है लोगो के बीच ज्यादा प्रचलित है।
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Cycle ka awishkar kisne kiya?
Cycle ka awishkar kis des me huya.?
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1813 मे Karl Drais ने जर्मनी मे
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Jugnu kyo jalta hai
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जुगनू के शरीर में नीचे की ओर पेट में चमड़ी के ठीक नीचे कुछ हिस्सों में रोशनी पैदा करने वाले अंग होते हैं। इन अंगों में कुछ रसायन होता है। यह रसायन ऑक्सीजन के संपर्क में आकर रोशनी पैदा करता है। रोशनी तभी पैदा होगी जब इन दोनों पदार्थों और ऑक्सीजन का संपर्क हो। लेकिन, एक ओर रसायन होता है जो इस रोशनी पैदा करने की क्रिया को उकसाता है। यह पदार्थ खुद क्रिया में भाग नहीं लेता है। यानी रोशनी पैदा करने में तीन पदार्थ होते हैं। इन बातों को याद रख सकते हैं कि इनमें से एक पदार्थ होता है जो उत्प्रेरक का काम करता है। ऑक्सीजन और रोशनी पैदा करने वाले पदार्थ की क्रिया में उस तीसरे पदार्थ की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण होती है। जब ऑक्सीजन और रोशनी पैदा करने वाले पदार्थ की क्रिया होती है तो रोशनी पैदा होती है।
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Sir mera ak q h jab namak ke sath nibu ke rash ko milaya jata h to begni color q dikhta h
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नमक के साथ निबु के रस से कोई प्रतिक्रिया नही होती है। रंग मे कोई परिवर्तन नही आता है। यदि आपके नमक मे आयोडीन मिला हो तो बैगनी रंग आ सकता है।
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nind me sapne aane ka vastuwik karan ky hai sir?
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जब किसी भी कारण इसकी कुछ अधूरी इच्छाएं पूर्ण नहीं हो पाती (जो कि मस्तिष्क के किसी कोने में जाग्रत अवस्था में रहती है) तो वह स्वप्न का रूप ले लती हैं। सपने या स्वप्न आते क्यों है? इस प्रश्न का कोई ठोस प्रामाणिक उत्तर आज तक खोजा नहीं जा सका है। प्रायः यह माना जाता है कि स्वप्न या सपने आने का एक कारण ‘नींद’ भी हो सकता है। विज्ञान मानता है कि नींद का हमारे मस्तिष्क में होने वाले उन परिवर्तनों से संबंध होता है, जो सीखने और याददाश्त बढ़ाने के साथ-साथ मांस पेशियों को भी आराम पहुंचाने में सहायक होते हैं। इस नींद की ही अवस्था में न्यूरॉन (मस्तिष्क की कोशिकाएं) पुनः सक्रिय हो जाती हैं।
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Sir, moolbhoot kano ke spin ka kya tatprya hai.
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स्पिन : यह एक और विचित्र लेकिन महत्वपूर्ण गुण है। बड़े पिंड जैसे ग्रह या कंचे घूर्णन के कारण कोणीय संवेग या चुंबकीय क्षेत्र होता है। कण भी एक नन्हा सा कोणीय संवेग या चुंबकीय क्षेत्र रखते हैं इसलिए उनके इस गुणधर्म को स्पिन कहते हैं। यह शब्द थोड़ा गलत है क्योंकि ये कण वास्तविकता में स्पिन या घूर्णन नहीं करते हैं। स्पिन का मान प्लैंक के स्थिरांक के 0, 1/2, 1, 3/2 गुणनफल में होता है।
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श्याम विवर कैसे बनते है?:ब्रह्माण्ड की संरचना भाग 14
by आशीष श्रीवास्तव
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Thanks Sir,
Sir I read about black hole but sir Pls tell me ye black hole banata kyu he kin activities ke karan gravity itani bhadh jati he pls saral shabdo me bataiye???????????//
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Dear.
sir sabse bada kosika kaun sa hai.
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ovum
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sir is duniya me insan ka janm kab kha or kese huaa
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Sir is pure brahmand me ke Suraj he?
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suraj bhi ek tara hai. aur tare to infinite hote hai. to suraj bhi infinite hue. aur earth ek tare ke round ghumti hai wo hai suraj.
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Thanks Sir,
Sir moon ki surface to dark gray colour ki hoti fir bhi safed chamakata hua kyo dikhai deta he?
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Jitendra Chhimpa Jee The moon shines because its surface reflects light from the sun. And despite the fact that it sometimes seems to shine very brightly, the moon reflects only between 3 and 12 percent of the sunlight that hits it. The perceived brightness of the moon from Earth depends on where the moon is in its orbit around the planet.
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ok sir but aapka address kya h
I will come
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सर जब हम कोई चीज ऊपर आसमान में फेकते हैं तो वो वापस आकर पृथ्वी पर गिर जाती हैं अब सवाल ये हैं कि हम किसी चीज को कितनी रफ्तार से आसमान की तरफ फेकें और वो रफ़्तार उसे कितने समय तक हासिल हो की वो चीज अंतरिक्ष में चली जाये पृथ्वी पर वापस ही न आये सर जवाब जरा आसन शब्दों में देना
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भौतिकी में किसी वस्तु (जैसे की पृथ्वी) का पलायन वेग उस वेग को कहते हैं जिसपर यदि कोई दूसरी वस्तु (जैसे की कोई रॉकेट) पहली वस्तु से रवाना हो तो उसके गुरुत्वाकर्षण की जकड़ से बाहर पहुँच सकती है। यदि दूसरी वस्तु की गति पलायन वेग से कम हो तो वह या तो पहली वस्तु के गुरुत्वाकर्षक क्षेत्र में ही रहती है – या तो वह वापस आकर पहली वस्तु पर गिर जाती है या फिर उसके गुरुत्व क्षेत्र में सीमित रहकर किसी कक्षा में उसकी परिक्रमा करने लगती है।
पृथ्वी का पलायन वेग ११.२ किलोमीटर प्रति सैकिंड है। इस से अधिक वेग रखने से कोई भी यान हमारा ग्रह छोड़कर सौर मण्डल के दूसरे ग्रहों की ओर जा सकता है।
अगर पृथ्वी से चलें तो सूरज के गुरुत्वाकर्षक क्षेत्र से निकलने के लिए पलायन वेग ४२.१ किलोमीटर प्रति सेकेण्ड है। अगर सूरज की ही सतह से चलें तो पलायन वेग ६१७.५ किलोमीटर प्रति सेकेण्ड है। अगर सही स्थान पर सही पलायन वेग से चलें तो सूरज के गुरुत्वाकर्षण की सीमाएँ तोड़कर कोई यान सौर मण्डल से बाहर निकल सकता है।
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Dear sir ham jante he ki parthvi 1 din me ek chakkar lagati he yani 1 din me ye apni paridhi ke barabar duri tay karti he matlab vah ek gante me 15 deegree tay karti to ek second me bhi kuch n kuch duri tay karti hi hogi to jab ham hava me ek ya do second ke liye uchhlate he to vapis usi sthan par kyo girte he jabki hame kuch dur girna chahiye jitni parthvi 1 ya 2 second me duri tay karati pls help me to know this answere……………..
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जब आप किसी चलती बस के/ट्रेन के अंदर उछलते है, तब क्या क्या बस/ट्रेन आपको छोड़ कर आगे निकल जाती है ? किसी चलती बस/ट्रेन मे आप भी गतिमान रहते है। जो बस/ट्रेन की गति होती है वह आपकी भी गति होती है। पृथ्वी गतिमान है, लेकिन उसके साथ आप भी गतिमान है।
आपके प्रश्न का उत्तर यह है कि पृथ्वी अपने साथ सारे वात्वरण को तथा उसके साथ सभी वस्तुओं को साथ लेकर गति करती है। यही नही पृथ्वी की एक नही कई गतिया है। जैसे पृथ्वी अपने अक्ष पर घूर्णन करती है, तब उसके साथ उसका वातावरण भी घूर्णन करता है। पृथ्वी की दूसरी गति है सूर्य की परिक्रमा। इस परिक्रमा मे पृथ्वी अपने वातावरण, तथा चंद्रमा को भी लेकर चलती है। सूर्य आकाशगंगा के केंद्र की परिक्रमा करता है, वह इस परिक्रमा मे पृथ्वी को भी लेकर चलता है।
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Sir BLACK HOLE kya hai aur kaha hai ye black hole
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sir,
I want to meet you
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अभिषेक मै बंगलोर मे रहता हुं।
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Sir bramhand ka kendr kaha hai aur ye HOLE kya hai please
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ब्रह्माण्ड का केन्द्र कहाँ है?
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Sir, sky blue kyu nazar aata h, jabki space dark h
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आकाश नीला पृथ्वी के वातावरण के कारण दिखाई देता है। सूर्य का प्रकाश सात रंगों से मिलकर बना होता है ये रंग है लाल, नारंगी, पीला, हरा, नीला, नालीभ, और बैंगनी। जब सूर्य का प्रकाश पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश करता है तो वातावरण के कणों से टकराकर प्रत्येक दिशा में बिखर जाता है। इससे सम्पूर्ण आकाश प्रदीप्त हो जाता है। प्रकाश के रंगों में नील रंग के छितरने की क्षमता सबसे अधिक होती है। इसलिए आकाश में आने वाले रंगों में नीले रंग की मात्रा अधिक होती है जिसके कारण आकाश नीला दिखाई देता है।
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Sar is me to antrikas ke jivan ki bat kahi h parthvi par jiv kese aaya
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पृथ्वी पर भी जीवन उसी तरह से ही पनपा है।
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sir plen upar hawa me kaise cj=hal jata hai jabki koi bhi chij upar phenkate hai to niche aa jata hai please bataiye sir
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विमान के पंख और वायु विमान को उड़ाने का काम करती है। जब विमान के पंख के उपर से तेज गति से वायु प्रवाहित की जाती है तब इस प्रवाह के निचे की वायु पंख को उपर धकेलती है, जिससे विमान उपर उठने लगता है।
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Sar m aap ki es bat se shamat hu thanks
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आप इसे अपने मोबाइल या कम्प्यूटर पर डाउन लोड जार सकते है। यह पृथ्वी का नक्शा ग्लोब के रूप में दिखाता है।
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sir mera q. hai ki dharti se sitare kitne k.m. hai
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धरती से तारो की दूरी प्रकास वर्ष में मापते है। सबसे पास का तारा 4 प्रकाश वर्ष दूर है।
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kya bagwan hota h ya nahi plz answer
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श्याम मैं सामान्यत धर्म या ईश्वर पर टिप्पणी नहीं करता। वैसे मैं निजी तौर पर ईश्वर के अस्तित्व को नहीं मानता।
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is duniya me insan or jiv jantuoo ki utpati kese hui
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इस लेख को देखे https://vigyanvishwa.in/2011/01/24/alienlifesearch/
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jai hinbd sir
sir me janna chahta hu ki in parvato ka nirman kaise huaa
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1.ज्वालामुखी से जैसे सह्याद्री
2. भूपटल की प्लेटो का एक दूसरे से टकराने पर एक प्लेट के उपर उठ जाने से, या एक प्लेट मे मोड़ आ जाने से। जैसे हिमालय
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sir , radio tarang kya hai detail me please samjhaiye
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रेडियो तरंगें (radio waves) वे विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं, जिनका तरंगदैर्घ्य 10 सेण्टीमीटर से 100 किमी के बीच होता है। ये मानवनिर्मित भी होती हैं और प्राकृतिक भी। मानव की कोई इंद्रिय इन्हें पहचान नहीं सकती बल्कि ये किसी अन्य तकनीकी उपकरण (जैसे, रेडियो संग्राही) द्वारा पकड़ी एवं अनुभव की जातीं हैं। इनका प्रयोग मुख्यतः बिना तार के, वातावरण या बाहरी व्योम के द्वारा सूचना का आदान प्रदान या परिवहन में होता है। इन्हें अन्य विद्युत चुम्बकीय तरंगों से इनकी तरंग दैर्घ्य के अधार पर पृथक किया जाता है, जो अपेक्षाकृत अधिक लम्बी होती है।
ध्यान रहे कि प्रकाश भी विद्युत चुम्बकीय तरंग है अत्याधिक दूरी तय करने पर वह भी रेडियो तरंग बन जाता है.
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Thank you for telling about this.
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Sir, Google earth kise kahte hai.
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गूगल अर्थ वास्तविक भूमंडल/पृथ्वी के (virtual globe) चित्रण का एक ऐसा साफ्टवेयत्र है जिसे प्रारम्भ में अर्थ व्यूअर नाम दिया गया, तथा इसे कीहोल, इंक (Keyhole, Inc) द्वारा तैयार किया गया है, जो 2004 में गूगल द्वारा अधिगृहीत की गई एक कंपनी है। यह कार्यक्रम उपग्रह चित्रावली (satellite imagery), हवाई छायांकन (aerial photography) तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) त्रि आयामी (3D) भूमंडल से प्राप्त चित्रों का अध्यारोपण (superimposition) करते हुए धरती का चित्रण करता है। यह तीन विभिन्न अनुज्ञप्तियों के अधीन उपलब्ध है: गूगल अर्थ, सीमित कार्यात्मकता के साथ एक मुक्त संस्करण; गूगल अर्थ प्लस ($ २० प्रति वर्ष), जो अतिरिक्त विशेषताओं से युक्त है तथा गूगल अर्थ प्रो ($ ४०० प्रति वर्ष), जो कि वाणिज्यिक कार्यों में उपयोग हेतु तैयार किया गया है।[1]
२००६ में इस उत्पाद का नाम बदलकर गूगल अर्थ कर दिया गया, जो कि वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट विन्डोज़ (Microsoft Windows) २००० (2000), एक्स पी अथवा विस्ता, मैक ओएस एक्स (Mac OS X) १०.३.९ तथा उससे अधिक, लिनुक्स(१२ जून, २००६ को जारी) तथा फ्री BSD (FreeBSD) से युक्त निजी कंप्यूटरों (personal computer) पर उपयोग के लिए उपलब्ध है। गूगल अर्थ फायरफॉक्स, आई ई 6 (IE6) अथवा आई ई 7 (IE7) के लिए एक ब्राउज़र प्लगइन (02 जून, 2008 को जारी) के रूप में भी उपलब्ध है। एक अद्यतन कीहोल आधारित क्लाइंट को जारी करने के साथ, गूगल ने अपने वेब आधारित प्रतिचित्रण सॉफ़्टवेयर में अर्थ डेटाबेस की चित्रावली भी शामिल की है। वर्ष २००६ के मध्य जनता के लिए गूगल अर्थ जारी होने के साथ २००६ तथा २००७ के बीच आभासी भूमंडल (virtual globes) पर मीडिया कवरेज में दस गुना से भी अधिक की वृद्धि हुई तथा भूस्थानिक (geospatial) तकनीकों तथा अनुप्रयोगों में[2] जनता की रूचि बढ़ गई।
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केप्लर 452b: पृथ्वी की जुड़वा बहन – पृथ्वी -2 की खोज लेख पढा अच्छ लगा thank you sir । मे सोच्ता था kepler spacecraft हमारी orbit से बहुत दुर केप्लर 452b नजिक हे । मेरा question हे
how many man-made object left the solar system except voyager 1 voyager 2. Travelling at light speed is possible in space? do we have such spaceship so far??
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1.pioneer 11
2. No,
3. No
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sir vedhut daara ko ‘i’ se kyo darsaate hai
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i यह चिह्न intensity of the electricity से लिया गया है.
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