प्रश्न आपके, उत्तर हमारे

प्रश्न आपके, उत्तर हमारे

यह ‘प्रश्न आपके और उत्तर हमारे’ का पहला भाग है। यहाँ अब 4000 के क़रीब टिप्पणियाँ हो गयी हैं, जिस वजह से नया सवाल पूछना और पूछे हुए सवालों के उत्तर तक पहुँचना आपके लिए एक मुश्किल भरा काम हो सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए अब ‘प्रश्न आपके और उत्तर हमारे: भाग 2‘ को शुरू किया जा रहा है। आपसे अनुरोध है कि अब आप अपने सवाल वहीं पूँछे।

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1.
2. प्रश्न आपके, उत्तर हमारे: 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक के प्रश्नों के उत्तर

3,992 विचार “प्रश्न आपके, उत्तर हमारे&rdquo पर;

  1. रामायण के अनुसार रावण ने ग्रहों को बंदी बना लिया था जिसमें उन सभी का उल्लेख भी है जो आज हम पड़ रहे है । ग्रह क्रमशः बुध, शुक्र, प्रथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण, अरुण है । ये बात उस समय केसे पता चली कि ग्रह आठ होते है । क्या उस समय सच में इंसान प्रथ्वी से बाहर जा सकते थे ।

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    1. पुराणों में जिन नवग्रहों का उल्लेख है वे है, सूर्य, चन्द्रमा, बुध, शुक्र,गुरु, मंगल, शनि, राहु और केतु
      इसमें सूर्य ग्रह नही है, चन्द्रमा उपग्रह है, राहु और केतु का अस्तित्व नही है।
      अरुण या वरुण ग्रह का किसी पुराण में कोई उल्लेख नही है।

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  2. सर प्रकाश विद्युत चुम्बकीय तरंग है और इसके स्पेक्ट्रम से हमे पता चलता है कि सूर्य से विभिन्न प्रकार की तरंगे आती है जिसमे एक्स किरणे भी होती है जो उच्च ऊर्जा की होती है वो पृथ्वी तक क्यों नहीं पहुंचती हैं केवल दृश्य प्रकाश क्षेत्र ही पंहुचता है

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    1. सूर्य के केंद्र मे ऊर्जा गामा किरण के रूप मे बनती है लेकिन सतह तक आते तक वह पराबैंगनी(अल्ट्रा वायलेट) तक कम ऊर्जा वाली हो जाती है। पराबैंगनी(अल्ट्रा वायलेट) किरणों को ओज़ोन परत रोक देती है।
      लेकिन सूर्य के कोरोना से भी एक्स रे पृथ्वी तक पहुँचती है। यह घटना कभी कभार सौर ज्वाला (सोलर फ्लेयर) के समय कुछ घंटों के लिए होती है। इससे उपग्रहों, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर प्रभाव पढ़ता है!

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  3. सर जी क्या मनुष्य के मस्तिष्क की मेमोरी को हम किसी पेन ड्राइव में सेव कर सकते हैं। और सर जी इसे पूर्ण करने में अभी तक कितनी रिसर्च कर चुके हैं वैज्ञानिक।

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    1. उसे किसी टैंक, तालाब की ओर मोड़ा जाए। अंडरग्राउंड टैंक में जमा करें। या छोटे छोटे पिट में जमा कर जमीन को सोखने दे।

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  4. नमस्कार सर,
    मेरा एक सवाल है, यदि कोई asteroid धरती की तरफ बढ़ने लगे और यदि समय पर उसका पता चल जाए तो क्या उसको मिसाइल से मारकर धरती पर टकराने से रोका जा सकता है? और यदि हां, तो ये क्षमता किन किन देशों के पास है, क्या भारत के पास भी है,और इसे कैसी मिसाइल से मारा जा सकता है?

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    1. मिसाइल से एस्टरॉयड को गिराना भयावह होगा। एस्टरॉयड बड़े क्षेत्र में नुकसान पहुचायेगा।
      वर्तमान में ये क्षमता किसी के पास नही है। ब्रूस विलिस भी कुछ नही कर सकेगा।

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  5. जब लगभग सभी पेड़ पौधे दिन में co2 लेते है और रात में O2 तो रात में मनुष्य जिंदा कैसे रहते है???
    क्योंकि रात को तो पेड़ भी ऑक्सीजन लेरे और हम दिन रात ओ2, इतनी ऑक्सीजन कहाँ से है???

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    1. आक्सीजन की मात्रा वायुमंडल का 20% है, जबकि कार्बन डाई आक्साइड केवल 0.4%। ऑक्सीजन की मात्रा बहुत है।
      वैसे बहुत से जीवाणु कार्बनिक पदार्थो से आक्सीजन मुक्त भी करते है।

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    1. सबसे पहले ज्योतिष मे जो नौ ग्रह है उसमें सूर्य, चंद्रमा ग्रह नही है। सूर्य तारा है, चंद्रमा उपग्रह। राहु और केतु नाम के कोई ग्रह नही है। ज्योतिष में युरेनस, नेप्च्यून का अस्तित्व नही है जो कि उपस्थित है।
      ज्योतिष में पृथ्वी को ग्रह नही माना गया है।
      विज्ञान प्रमाणों पर चलता है, ज्योतिष के पास ग्रहों द्वारा मानव जीवन पर प्रभाव पड़ने के कोई प्रमाण नही है।

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    1. फोटोवोल्टिक सेल द्वारा प्रकाश से विद्युत, और विद्युत से चुम्बकीय ऊर्जा।
      प्रकाश से सीधे चुम्बकीय ऊर्जा नही बनेगी।

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    1. आप नील्स बोह्र मॉडल की बात कर रहे है जो कि गलत साबित हो चुका है। इलेक्ट्रान गोलाकार कक्षा में नही नाभिक के चारो ओर एक बादल रूपी सरंचना में रहते है। जिन्हें आप ऑर्बिट मान रहे है वे एनर्जी स्टेटस है।

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  6. sir
    mera que. Ye hai ki jab light se jyada speed kisi ki nahi hoti to scientist log kaise jan lete hai ki ANDROMEDA ya other galaxy per kya incidence hua ,jabki waha per light ko bhi pahunchane me milion trilion year lag jate hai to ye kaise possible hai sir..ya phir frequency ki speed light se bhi tez hai.
    meri is ziggyasha ko jaroor sant kare sir…

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    1. पदार्थ परमाणुओं से बना होता है। हर परमाणु अपने आप मे चुंबक होता है। जब किसी पदार्थ के सारे परमाणु एक दिशा मे संरेखित हो जाते है तब वह पदार्थ चुंबकीय हो जाता है।

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  7. 1-पृथ्वी निर्माणका तत्व:

    अक्सिजन : २८.२ %
    फलाम: ३४.१%
    सिलिकन :१७.२ %
    म्यागनेसियम: १५.९%
    निकेल : १.६ %
    क्यालसियम :१.६ %
    सिलाबर : १.५%
    सल्फर: ०.७०%
    सोडियम: ०.२५ %
    टाइटेनियम: ०.०७१%
    पोटासियम : ०.०१९ %
    अरु पदार्य: ०.५३ %

    2- सूर्य निर्माण कि तत्व:

    हाइड्रोजनः 74%
    हिलियमः 25%
    अन्यः1%

    ……….

    सर, मेरा जिज्ञाशा एह है कि, अगर पृथ्वी सुरजका टुटा हुवा अंश है तोह बनाने वाला तत्व अलग-अलग क्यूँ है !

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    1. यह एक गलतफ़हमी है कि पृथ्वी सूर्य का टूकड़ा है। तथ्य यह है कि सूर्य , पृथ्वी और सभी ग्रह एक ही बड़े गैस के बादल से बने है जिसे निहारिका या नेबुला कहते है। यह बादल परिक्रमा कर रहा था और किसी हलचल से यह संपिड़ित होना शुरु हुआ और इस प्रक्रिया मे सूर्य के साथ सभी ग्रह बने। आंतरिक ग्रहो के पास भारी तत्व अधिक जमा हुये और बाह्य ग्रहो के पास हल्के तत्व।
      सूर्य अपवाद है क्योंकि इसका आकार अन्य ग्रहो के कुल द्रव्यमान का ९८% है। इसमे भी भारी तत्व है लेकिन द्रव्यमान की अधिकता के कारण प्रतिशत कम है।

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    1. रात में हवाई जहाज की आवाज आती है। लेकिन रात में उड़ानों की संख्या कम होती है, दूसरा नींद में हम उन आवाज को सुन नही पाते है।

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    1. त्रिज्या अपने आप मे कोई भौतिक राशी नही है। यह वृत्त के आकार को मापने प्रयुक्त होती है। वृत्त केंद्र से वृत्त की परिधी की दूरी त्रिज्या कहलाती है।

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