क्वांटम क्रान्ति (2022 भौतिकी नोबेल): किस तरह एन्टेंगलमेन्ट एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है


क्वांटम विश्व विचित्र है। इसमें जो होता है वह रोजमर्रा के जीवन से अलग होता है, हमारी सहज बुद्धि कार्य नहीं करती है। जब दो कण एन्टेंगल्ड क्वांटम अवस्थाओं में होते हैं, उस समय यदि हम एक कण के किसी गुण को मापते है, तब हम बिना जाँच के तुरंत दूसरे कण पर उसी गुण के माप को निर्धारित कर सकते है।

जो चीज क्वांटम यांत्रिकी को इतना विचित्र बनाती है, वह यह है कि मापन/निरिक्षण से पहले तक किसी भी कण की कोई निर्धारित अवस्था नहीं होती है। यह ऐसा है कि दो धूसर गेंद में से एक गेंद का रंग तब तक धूसर नहीं होगा जब तक कि कोई उनमें से एक को न देख ले। इसमें एक गेंद अनियमित तरीके से काले रंग को ले सकती है या खुद को सफेद दिखा सकती है। दूसरी गेंद तुरंत विपरीत रंग में बदल जाती है।

लेकिन यह कैसे पता चल सकता है कि शुरुआत में प्रत्येक गेंद का एक निश्चित रंग नहीं था? भले ही वे धूसर दिखाई दें, शायद उनके अंदर एक छिपा हुआ लेबल था, जिसमें लिखा था कि जब कोई उन्हें देखेगा तो उन्हें किस रंग में दिखना चाहिए।

जब कोई नहीं देख रहा है तो क्या रंग मौजूद है ? पढ़ना जारी रखें क्वांटम क्रान्ति (2022 भौतिकी नोबेल): किस तरह एन्टेंगलमेन्ट एक शक्तिशाली उपकरण बन गया है

2022 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : स्वान्ते पाबो


वर्ष 2022 के चिकित्सा नोबेल पुरस्कारों का ऐलान सोमवार 3 अक्टूबर 2022 को किया गया है। इस बार को यह पुरस्कार स्वान्ते पाबो को मिला है।

यह पुरस्कार उन्हे मानव नुमा(आदिमानव ) प्रजातियों के जीनोम तथा मानव प्रजाति के विकास पर खोज के लिए दिया गया है।

मानव जाती हमेशा अपने उद्गम के बारे में जानने के लिए उत्सुक रही है। हम कहाँ से आये है, हम अपने पहले आयी हुई प्रजातियों से किस तरह से संबधित है ? ऐसा क्या है जो हमने होमो सेपियंस बनाता है और अन्य आदिमानव प्रजातियों से अलग करता है ?

अपनी इस क्रांतिकारी शोध के दौरान स्वान्ते पाबो ने कुछ ऐसा कर दिखाया जिसे असंभव समझा जा रहा था। उन्होंने निएंडरथल के जीनोम की संरचना का मापन किया जोकि होमो सेपियंस के लुप्त पूर्वज या सम्बन्धी है। उन्होंने एक ऐसी आदिमानव प्रजाति भी खोज निकाली जिसे देनिसोवा कहते है। सबसे महत्वपूर्ण है कि पाबो ने पाया कि आज से 70,000 वर्ष पहले होमो सेपियंस ने अफ्रिका से बाहर की यात्रा आरम्भ की। मानव जींस के वर्तमान मानव तक के प्रवाह का अध्यन वर्त्तमान चिकित्सा विज्ञान के लिए महत्वपूर्ण है, इससे हम जान सकते है कि किस तरह से हम बाह्य संक्रमणों से लड़ने के लिए अपनी प्रतिरोध क्षमता को मजबूत कर सकते है।

पाबो की महत्वपूर्ण खोज ने विज्ञान की एक नई शाखा को जन्म दिया है जिसे पेलियोजिनोमिक्स (paleogenomics) कहते है। लुफ्त आदिमानवों के जीनोम और जीवित मानव प्रजाति के जीनोम के मध्य अंतर का अध्ययन कर हम जान सकते है कि ऐसा क्या है जो हमें “होमो सेपियंस” बनाता है। पढ़ना जारी रखें 2022 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार : स्वान्ते पाबो

2021 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :डेविड जूलियस और अरडेम पेटापुतीन


वर्ष 2021 के चिकित्सा नोबेल पुरस्कारों का ऐलान सोमवार 4 अक्टूबर 2021 को किया गया है। इस बार को यह पुरस्कार डेविड जूलियस और अरडेम पेटापुतीन को मिला है।
ऊष्मा, शीत और स्पर्श संबधित हमारी संवेदनायें हमारे जीवन के लिए अत्यावश्यक है। इन्ही के द्वारा हम अपने आसपास के विश्व को महसूस करते है। अपने रोजमर्रा के जीवन मे हम इन संवेदनाओ को हम बहुत आसानी से लेते है लेकिन हमारा तंत्रिका तंत्र इन को किस तरह से समझता है, वह तापमान और दबाव को किस तरह से महसूस करता है ? इस वर्ष के चिकित्सा नोबेल पुरस्कार विजेताओ ने इस प्रश्न का उत्तर दिया है।

डेविड जूलियस ने मिर्च मे पाए जाने वाले एक रसायन कैप्साइसीन का प्रयोग किया, कैप्साइसीन त्वचा मे जलन उत्पन्न करता है। इस रसायन के प्रयोग से से डेविड ने हमारी त्वचा मे एक ऊष्मा महसूस करने वाले तंत्रिका तंत्र के सिरे का पता लगाया। अरडेम पेटापुटीन ने दबाव कोशिकाओ के प्रयोग से त्वचा मे यांत्रिकी दबाव महसूस करने वाली एक नई तरह की तंत्रिकाओं का पता लगाया। इन क्रांतिकारी खोजों से हमारी तंत्रिका तंत्र द्वारा ऊष्मा , शीत और यांत्रिकी दबाव के महसूस करने की प्रक्रिया को समझने मे मदद की है। इन वैज्ञानिकों ने हमारी संवेदना और आसपास के वातावरण के मध्य चल रही जटिल प्रक्रियाओ को समझने मे बिखरी कडीयो को जोड़ा है। पढ़ना जारी रखें 2021 चिकित्सा नोबेल पुरस्कार :डेविड जूलियस और अरडेम पेटापुतीन

कोरोना वायरस वैक्सीन: महत्वपूर्ण तथ्य


कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए दुनिया के कई देशों में टीकाकरण अभियान शुरू हो चुके हैं। इससे जुड़ी सूचनाएं और सुझाव कई बार आपको पेचीदा लग सकती हैं, लेकिन कुछ बुनियादी तथ्य हैं जो आपकी यह समझने में मदद … पढ़ना जारी रखें कोरोना वायरस वैक्सीन: महत्वपूर्ण तथ्य

चंद्रमा की सतह पर मिला पानी


अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की है कि उसे चंद्रमा पर पानी होने के प्रमाण मिले हैं। नासा ने अपनी एक नई और अचंभित करने वाली खोज के बारे में घोषणा की है कि उन्हें कुछ दिनों पहले चंद्रमा … पढ़ना जारी रखें चंद्रमा की सतह पर मिला पानी

2020 भौतिकी नोबेल पुरस्कार :रोजर पेनरोज, रेन्हार्ड गेन्ज़ेल तथा अन्ड्रीआ गीज


वर्ष 2020 का भौतिकी नोबेल पुरस्कार ब्लैक होल पर केंद्रित है, इस बार यह पुरस्कार रोजर पेनरोज(Roger Penrose), रेन्हार्ड गेन्ज़ेल(Reinhard General) तथा अन्ड्रीआ गीज(Andrea Chez) को दिया जा रहा है। 6 अक्टूबर 2020 भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 को यह घोषणा … पढ़ना जारी रखें 2020 भौतिकी नोबेल पुरस्कार :रोजर पेनरोज, रेन्हार्ड गेन्ज़ेल तथा अन्ड्रीआ गीज