जल एक सार्वत्रिक विलायक

परग्रही जीवन भाग 6 : जल – जीवन का विलायक


वर्तमान मे जीवन के विलायक के रूप मे केवल जल ही ज्ञात है। अब हम देखते है जल की ऐसी कौनसी विशेषताये है जो उसे जीवन का विलायक बनाये हुये है, कैसे वह आदर्श जैव विलायक के रूप मे सभी … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 6 : जल – जीवन का विलायक

जल

परग्रही जीवन भाग 5 : जीवन अमृत – जल एक महान विलायक


अब तक हमारी चर्चा का केंद्र जीवित प्राणीयों की जैवरासायनिक संरचनाओं पर रहा है। यह सब बहुत महत्वपूर्ण था लेकिन हम इस तथ्य को नजर अंदाज नही कर सकते कि ये जैव अणु निर्वात मे कार्य नही करते है। पृथ्वी … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 5 : जीवन अमृत – जल एक महान विलायक

परग्रही जीवन भाग 4 :बोरान आधारित जीवन


सिलिकान के पश्चात बोरान अकेला तत्व है जोकि कार्बन को चुनौती दे सकता है। यह तत्व आवर्तसारणी मे कार्बन के बांए स्थित है, जबकि सिलिकान कार्बन के नीचे है। जैव रसायनशास्त्रीयों की बोरान मे दिलचस्पी का कारण इसके द्वारा प्रदर्शित … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 4 :बोरान आधारित जीवन

परग्रही जीवन भाग 3 : क्या सिलीकान आधारित जीवन संभव है?


कार्बन के विकल्प के रूप मे सिलीकान का प्रस्ताव 1891 मे खगोलभौतिक वैज्ञानिक जुलियस स्कीनर(Julius Scheiner) ने रखा था। उनके इस तर्क के पीछे कारण था कि सिलिकान के बहुत से यौगिक उच्च तापमान पर भी स्थाई रहते है, इस … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 3 : क्या सिलीकान आधारित जीवन संभव है?

परग्रही जीवन भाग 2 : कार्बन – जीवरसायन का आधार क्यों है?


सभी तरह का ज्ञात जीवन कार्बन आधारित है, इसकी हर कोशीका कार्बन और कार्बनिक प्रक्रियाओं का प्रयोग करती है। हमारे सामने प्रश्न है कि क्या कार्बन अकेला तत्व है जो जैविक अणुओं का आधार बना सकता है ? क्या जीवन … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 2 : कार्बन – जीवरसायन का आधार क्यों है?

परग्रही जीवन भाग 1 : क्या जीवन के लिये कार्बन और जल आवश्यक है ?


जब हम आकाश मे देखते है तो हम कल्पना ही नही कर पाते हैं कि ब्रह्मांड कितना विराट है। हमारे ब्रह्माण्ड मे एक अनुमान के अनुसार 100 अरब आकाशगंगायें है और हर आकाशगंगा मे लगभग 100 अरब तारें है। इनमे … पढ़ना जारी रखें परग्रही जीवन भाग 1 : क्या जीवन के लिये कार्बन और जल आवश्यक है ?