“एक समय की बात है(Once Upon a time)”……..। बहुत सारी अच्छी कहानियों की शुरुआत इस जादुई वाक्यांश से शुरू होती है लेकिन समय की कहानी क्या है ? हमलोग हमेशा कहते है समय व्यतीत होता है, समय धन है, हम … पढ़ना जारी रखें समय एक भ्रम : ब्रायन ग्रीन
आइंस्टाइन ने अपने सापेक्षतावाद सिद्धांत के द्वारा विश्व का अंतरिक्ष, समय, द्रव्यमान, ऊर्जा और गुरुत्वाकर्षण के प्रति दृष्टिकोण बदल कर रख दिया था। 1. आइंस्टाइन से पहले गति के को समझने के लिये आइजैक न्यूटन के नियमो का प्रयोग किया … पढ़ना जारी रखें सापेक्षतावाद के बारे मे जानने योग्य 12 तथ्य
जहाज लोहे से बना होता है लेकिन पानी मे क्यों नही डूबता ?
प्रश्न 1 : जब एक लोहे का टुकडा पानी मेँ डूब जाता है तो लोहे का बडा जहाज क्योँ नहीँ डूबता?
-Mahesh Manikpuri सितम्बर 2, 2013
उत्तर : आर्कमीडीज के सिद्धांत से! लोहे के जहाज़ का आयतन(volume) उसके भार(weight) से अधिक होता है। लोहे का जहाज़ अपने आयतन के बराबर पानी विस्थापित(displace) करता है, यह विस्थापित जल अपने आयतन के तुल्य बल(force) जहाज़ पर लगाता है जिससे जहाज़ पानी पर तैरता है।
जबकि लोहे के टुकड़े का आयतन उसके भार से कम होता है, उसके द्वारा विस्थापित जल उसके भार से कम होता है जिससे वह डूब जाता है।
प्रश्न 2:पहले मुर्गी आयी या अण्डा?
-सागर सितम्बर 2, 2013
उत्तर: जीव विज्ञान के अनुसार जीवों का विकास क्रमिक रूप से हुआ है। मुर्गी और अंडे के विकास मे लाखों वर्ष लगे है। “मुर्ग़ी और अंडे मे पहले कौन आया?” इस प्रश्न के कोई मायने नहीं है क्योंकि इन दोनो का विकास एक साथ एक क्रम मे हुआ है।
प्रश्न 3 :क्वांटम कंप्यूटर किस सिद्धांत पर आधारित हैं और यह हमारे आज के कंप्यूटर से किस प्रकार भिन्न होंगे? और आज क्या इन्हें बनाया जा चुका है?और एक सिद्धांत है जिसका मुझे नाम नहीं पता । पर वो शायद कुछ ऐसा है कि एक कण के साथ जो होता है वही किसी दुसरे के साथ भी होता है। और शायद इसकी खोज आइन्स्टीन ने की थी। तो यह सिद्धांत सही से वास्तव में क्या है और इसका नाम क्या है ये मुझे नहीं पता। कृपया इसे बताएं।
-अनमोल सितम्बर 2, 2013
उत्तर : क्वांटम कंप्युटर अभी एक अवधारणा है इसमे सूचनाये क्वांटम टेलीपोर्टेशन के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचायी जायेंगी। दूसरा प्रश्न जिस शब्द को आप भूल गये है वह “क्वांटम एन्टेंगलमेंट” है जो कि क्वांटम टेलीपोर्टेशन से ही संबधित है। इस विषय पर एक लेख क्वांटम भौतिकी श्रॄंखला मे है।
प्रश्न 4 :सर समय क्यो केवल आगे ही क्यो चलता है पिछे क्यो नही
प्रश्न 5: अगर फ्युचर होता है तो हमे फ्युचर मे टाईम मशीन बना ली होगी तो फिर फ्युचर से हमे मिलने कोई क्यों नही आया ?
-अविशेष सितम्बर 7, 2013
यह एक मजबूत तर्क है कि समय यात्रा संभव होती तो भविष्य से समय यात्री आना चाहीये। लेकिन यह भी हो सकता है कि भविष्य के समय यात्री मात्र एक मूक दर्शक हों। वे हम से मिलने मे और कोई बदलाव करने मे असमर्थ हो। समय यात्री शायद भूतकाल मे कोई भी हस्तक्षेप करने मे असमर्थ होंगे क्योकि कोई भी हस्तक्षेप भविष्य को भी बदल देगा। कल्पना किजीये कि कोई समययात्री भूतकाल मे जाकर अपने दादा की उनके विवाह से पहले हत्या कर देता है, इस अवस्था मे वह स्वयं भी पैदा नही हो पायेगा।
विज्ञान फतांसी कथायें सामान्यतः ऐसी कल्पित कहानियाँ होती है,जिसकी घटनाये वैज्ञानिक आधार पर संभव होती हैं और वे विज्ञान के मूलभूत नियमो का उल्लंघन नही करती हैं। इन कथाओं का घटनाक्रम भविष्य, भविष्य का विज्ञान और तकनिकी ज्ञान, अंतरिक्ष यात्रा अथवा परग्रही प्राणीयों पर केन्द्रित होता है। कभी कभी वैज्ञानिक आविष्कारों के परिणामो का अध्ययन भी इन कथाओं का उद्देश्य होता है।
विज्ञान गल्प मे तर्कसंगत ढंग से प्रस्तुत समांतर विश्व या भविष्य का भी समावेश होता है। यह जादुई या तिलस्मी कहानीयों के जैसे ही लेकिन भिन्न होती है क्योंकि इस गल्पो की घटनायें वैज्ञानिक आधार पर संभव होती है। इन कहानीयों का घटनाक्रम और पात्र काल्पनिक होते है लेकिन वे विज्ञान के मूलभूत नियमों का पालन करते है।
एच जी वेल्स के उपन्यास “द टाईम मशीन” मे नायक एक विशेष कुर्सी पर बैठता है जिस पर कुछ जलते बुझते बल्ब लगे होते है, कुछ डायल होते है , नायक डायल सेट करता है, कुछ बटन दबाता है और अपने आपको भविष्य के हज़ारों वर्षों बाद में पाता है।
समय यान (Time Machine)- २००२ मे बनी हालीवुड की फिल्म मे दिखाया समय यान
उस समय तक इंग्लैड नष्ट हो चुका होता है और वहां पर मार्लाक और एलोई नामक नये प्राणीयों का निवास होता है। यह विज्ञान फतांसी की एक महान कथा है लेकिन वैज्ञानिकों ने समय यात्रा की कल्पना या अवधारणा पर कभी विश्वास नही किया है। उनके अनुसार यह सनकी,रहस्यवादी और धुर्तो के कार्यक्षेत्र की अवधारणा है , उनके पास ऐसा मानने के लिये ठोस कारण भी है। लेकिन क्वांटम गुरुत्व (Quantum Gravity)मे आश्चर्यजनक रूप से प्रगति इस अवधारणा की चूलो को हिला रही है। पढ़ना जारी रखें “क्या समय यात्रा संभव है?”