
ऐठी हुयी आकाशगंगा : स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13
ये क्या ? स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13 के आकार को क्या हुआ ? क्या किसी ने इसे मरोड़ कर ऐंठ दिया है ? अधिकतर स्पायरल आकाशगंगाये … पढ़ना जारी रखें ऐठी हुयी आकाशगंगा : स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13
ये क्या ? स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13 के आकार को क्या हुआ ? क्या किसी ने इसे मरोड़ कर ऐंठ दिया है ? अधिकतर स्पायरल आकाशगंगाये … पढ़ना जारी रखें ऐठी हुयी आकाशगंगा : स्पायरल आकाशगंगा ESO 510-13
इस चित्र के मध्य मे दिखायी दे रहा लाल-पिले रंग का पिंड एक सम्पूर्ण आकाशगंगा है। लेकिन इस आकाशगंग के चारो ओर निले रंग का वलय … पढ़ना जारी रखें खूबसूरत आइंस्टाइन वलय
हमारी आकाशगंगा ’मंदाकिनी’ के केन्द्र मे स्थित महाकाय श्याम वीवर (Spermassive Black Hole) सामान्यतः एक सोते हुये दैत्य की तरह है। लेकिन यह दैत्य अपनी निद्रा … पढ़ना जारी रखें ’मंदाकिनी’ आकाशगंगा केन्द्र के दैत्य को जागृत करने जा रहा है एक गैसीय बादल !
पृथ्वी से 35 महाशंख (350 quintillion or 350 x 1018 ) ) किमी दूरी अर्थात 350 लाख प्रकाशवर्ष दूरी पर स्थित यह तीन आकाशगंगाओ का समूह सिंह त्रिक … पढ़ना जारी रखें सिंह त्रिक (Leo Triplet)
यह चित्र एन जी सी 3314 का है। लेकिन यह है क्या ? चित्र के अनुसार यह एक आकाशगंगा लग रही है। लेकिन यह एक नही … पढ़ना जारी रखें तु मेरे सामने, मै तेरे सामने : एक या दो आकाशगंगा(एँ) ?
यह हमारी अपनी आकाशगंगा मंदाकिनी है जो लगभग 100 हजार प्रकाशवर्ष चौड़ी है। हमारी मन्दाकिनी आकाशगंगा उम्र के ऐसे दौर से गुजर रही है, जिसके बाद अगले कुछ अरब वर्षों में इसके सितारों के बनने की गति धीमी पड़ जाएगी। … पढ़ना जारी रखें बुढापे की ओर बढ़ती हुयी मंदाकिनी