अंततः मानव अंतरिक्षयान की वापसी : सोयुज का सफल प्रक्षेपण


सोयुज टी एम ए 22 - बैंकानूर अंतरिक्ष केन्द्र से सफल प्रक्षेपण
सोयुज टी एम ए 22 – बैंकानूर अंतरिक्ष केन्द्र से सफल प्रक्षेपण

नवंबर 14,2011 को रूसी सोयुज राकेट का भारी हिमपात के मध्य सफल प्रक्षेपण हुआ। इस अंतरिक्षयान मे तीन अंतरिक्षयात्री है, जिनमे एक अमरीकी (डैनीयल सी बरबैंक) और दो रूसी (एन्टोन श्काप्लेरोव तथा एन्टोली इवानीशीन) है। सोयुज यान दो दिन की यात्रा के पश्चात अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र से जुड़ जायेगा।

इस प्रक्षेपण से एक नये अंतरिक्ष युग की शुरूवात हुयी है जिसमे अमरीकी अंतरिक्ष संस्थान नासा को अपने अंतरिक्ष यात्रीयों के लिए रूसी राकेटो पर निर्भर होना पड़ा है। अमरीकी मानव अंतरिक्ष शटल जुलाई 2011 मे सेवानिवृत्त हो चुके है।

सोयुज TMA-22 कैपसूल बुधवार(16 नवंबर) की सुबह अंतरिक्ष केन्द्र से जुड़ेगा। इसके पश्चात अगले सप्ताह जुन 2011 से रह रहे अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापिस आयेंगे।

प्रथम अंतरिक्ष यात्री युरी गागारीन की प्रथम अंतरिक्ष यात्रा के 50 वर्ष पश्चात 2011 का वर्ष रोमांचकारी रहा है। इस वर्ष की सोयुज की कुछ दुर्घटनाओं के पश्चात एक दशक मे प्रथम बार अंतरिक्ष केन्द्र के मानव रहित होने की आशंका उत्पन्न हो गयी थी। लेकिन अब अंतरिक्ष केन्द्र से यह आशंका टल गयी है।

यह अंतरिक्ष अभियान मूलतः सितम्बर 2011 मे प्रक्षेपीत होना था लेकिन अगस्त मे एक मानवरहित मालवाहक सोयुज के दुर्घटनाग्रस्त होने के पश्चात इसे कुछ समय के लिये टाल दिया गया था। इसके पहले इस प्रक्षेपण के पहले नासा के अधिकारीयों ने रूसी राकेट और अंतरिक्ष संस्था पर भरोसा जताया था और कहा था कि रूसी वैज्ञानिको ने समस्या को पहचान लीया है और उसे ठीक कर दिया गया है।

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